भिलाई। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा सेक्टर-7 में वो परमपिता ही मेरा पिता है थीम पर 50 फीट भव्य झांकी में बने बाबा अमरनाथ की गुफा में विभिन्न धर्म संस्कृति और सभ्यताओं को अपने तट पर पलते हुए, गांव से शहर, शहर से महानगर में बदलते हुए नदी की गाथा एक कन्या द्वारा सुनाई जा रही है।
देव कन्या के रूप में नदी की कहानी बया करते हुए लाइट एंड लेजर किरणों के द्वारा बताया जा रहा है कि किस प्रकार नदी के तट पर विभिन्न संस्कृतियों का विकास हुआ और न जाने कितने बार उस नदी के जल से शिव का जलाभिषेक हुआ परंतु मानव जीवन में तो दुख अशांति बढ़ती ही गई उसका कारण समझ की कमी थी उसकी शक्तियों को जीवन में धारण करने की आवश्यकता थी। 20 मिनट के लेसर किरणों द्वारा दिखाए गए सुन्दर प्रेरणादायी प्रसंग को जीवन ज्योति के नाम से झरने के रूप में बहते पानी में दिखाया जा रहा है। जिसे देखने के पश्चात भक्तजन भगवान शिव के सामने आरती उतार और दृढ़ संकल्प कर स्वयं में परिवर्तन का संकल्प कर रहे हैं। युवा वर्ग चकाचौंध अल्प काल सुख नशे को की दुनिया का मार्ग छोड़ कर जीवन मूल्य और अंधकार से प्रकाश की ओर का रास्ता चुन रहे हैं। अंत में सभी को योग की अनुभूती भी कराई जा रही है। यह झांकी सर्व के दर्शनार्थ 27 फरवरी तक प्रात: 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक एवं संध्या 5 बजे से रात्रि 10 बजे तक रहेगी।