भिलाई। 27 अगस्त, 2025, (सीजी संदेश) : 24 अगस्त 2025 को नेशनल यूनियन ऑफ सी फेयररस एनयूएसआई ट्रेनिंग सेंटर लोनावाला महाराष्ट्र में स्टील मेटल एंड इंजीनियरिंग वर्कर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ( स्मेफी ) की राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक स्मेफी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस डी त्यागी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस बैठक में स्मेफी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एचएस मिश्रा सहित स्टील, इंजीनियरिंग, ऑटोमेटिव, टैक्सटाइल उद्योग से देश भर से प्रतिनिधि मंडल शामिल हुए। बैठक के प्रारंभ में स्मेफी के महासचिव संजय बढ़ावकर ने पिछले कार्यकारणी की बैठक जो भिलाई में सम्पन्न हुई थी उस पर प्रमुख बिंदुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने देश भर के सभी उद्योगों में कार्यरत सभी पदाधिकारियों से अनुरोध किया कि अपने अपने उद्योग में कार्यरत महिलाओं व युवा साथियों को स्मेफी के साथ अधिक से अधिक संख्या में जुड़ने के लिए प्रेरित करें। इसके पश्चात स्मेफी के अध्यक्ष एस डी त्यागी ने अपने उद्बोधन में वर्तमान केंद्र सरकार की यूनियनों के प्रति उदासीन रवैए पर चिंता जताते हुए कहा कि केंद्र सरकार सभी उद्योगों में कार्यरत यूनियनों को समाप्त करने के लिए प्रयासरत है। इसलिए हम सभी को जमीनी स्तर पर उद्योग में कार्यरत नियमित कर्मियों के साथ ही कॉन्ट्रैक्ट वर्कर को जोड़ कर यूनियन को मजबूत करना होगा। क्योंकि सरकार, प्रबंधन वर्तमान में मैन पावर नहीं बढ़ा कर सभी कार्य आउटसोर्सिंग से करवा रही है। श्री त्यागी ने सेल के बकाया व लंबित मांगों के लिए कुछ केन्द्रीय यूनियन के प्रबंधन परस्ती रवैए पर चिंता जताई। स्मेफी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष छत्तीसगढ़ एचएमएस के कार्यवाहक अध्यक्ष एचएस मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि सच्चे मन से प्रयास करने पर सफलता अवश्य मिलती है। क्योंकि मैं अपने यूनियन के साथियों के साथ मिल कर गुमास्ता सुरक्षा गार्ड सीमेंट उद्योग चार सहकारी शक्कर कारखाने के साथ पावर प्लांट इंजीनियरिंग एवं निजी इस्पात उद्योगों में भी यूनियन का पंजीयन करवाया एवं लगभग सभी जगह संघर्ष कर के विभिन्न मांगों को पूरा करवाने में सफलता पाई। स्मेफी के संगठन सचिव प्रेम सिंह चंदेल ने अपने संबोधन में कहा कि आज की तारीख में केंद्र सरकार की नीतियों के कारण सेल प्रबंधन व सेल के इस्पात संयंत्रों में उच्च प्रबंधन मनमानी कर रहा है। उच्चाधिकारी अपने आप को पहले सेल का कर्मचारी मानते थे और कर्मियों के साथ मिल कर कंधे से कंधा मिला कर कार्य करते थे। परंतु आज अधिकारी अपने आप को मालिक समझने लगे हैं इससे औद्योगिक संबंध खराब हो रहा है। चंदेल ने आगे कहा कि सेल के हर यूनिट में यूनियन के पदाधिकारी एवं कर्मचारी भाई अधिकारियों के गलत कार्य, गलत ढंग से जारी किए गए टेंडर और भ्रष्टाचार आदि पर नजर रख कर सूचना के अधिकार के द्वारा ठोस जानकारी प्राप्त कर यूनियन के साथ मिल कर भ्रष्टाचारियों की पोल खोलते हुए हल्ला बोले तभी कर्मचारियों का विश्वास यूनियन पर स्थापित होगा और प्रबंधन पर अकुंश लग सकेगा। सभी यूनिट के यूनियन पदाधिकारी अपने दायित्व का ईमानदारी से निर्वहन करें यदि पदाधिकारी ही ठेकदारी करेंगे तो प्रबंधन के सामने झुकना ही पड़ेगा। भिलाई श्रमिक सभा के महासचिव व स्मेफी के राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य देवेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि अनुशासन हर जगह जरूरी है। सभी संयंत्रों में प्रबंधन की जानकारी में है कि सभी ठेका कर्मचारियों को ठेकेदारों द्वारा शासकीय नियमों के तहत उनके बैंक खाते में वेतन भेजा जाता है और नौकरी से निकाल देने का भय दिखा कर उनसे एक बड़ी राशि वापस ले ली जाती है। सभी यूनियनों व प्रबंधन को मिल कर ठेका कर्मचारियों को इस शोषण से बचाने का उपाय खोजना होगा। जिससे उनके हितों की रक्षा की जा सके। देवेन्द्र कुमार सिंह ने और आगे कहा कि कईं निजी व शासकीय संस्थाओं में कर्मचारियों को प्रतिवर्ष एक माह के बेसिक और डीए को जोड़ कर बोनस एक्सेग्रेसिया के रूप में प्रदान की जाती है। हमारा सेल भी एक महारत्न कंपनी है एवं प्रतिवर्ष उत्पादन व लाभ अर्जित करने में नए नए कीर्तिमान स्थापित करती है। उसके बावजूद भी सेल प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों की उपेक्षा कर सम्मानजनक राशि प्रदान करने में हिल हवाला करती है। देवेन्द्र कुमार सिंह ने आगे कहा कि प्रबंधन के मनमानी रवैया के कारण वर्षों से सेल के हर यूनिट में होने वाली मासिक उत्पादन सुरक्षा एवं कल्याण समिति की बैठक कईं वर्षों से बंद कर दी गई है। जिसके कारण सभी विभागों में प्रबंधन व यूनियन के बीच संवाद बंद पड़ा है। इसके कईं नुकसानदेय परिणाम संयंत्र को भुगतने पड़ते हैं एवं यूनियन और प्रबंधन के बीच विश्वास कायम नहीं हो पाता। इसलिए हमारे एचएमएस के एनजेसीएस के सदस्य गण सेल के चेयरमैन साहब को इसके महत्व को समझा कर हर यूनिट में उत्पादन सुरक्षा एवं कल्याण समिति की बैठक प्रारंभ करवाएं। जिससे सेल को और श्रमिकों को भविष्य में अच्छे परिणाम प्राप्त हो सके।
स्टील मेटल एंड इंजीनियरिंग वर्कर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया स्मेफी की मीटिंग में अध्यक्ष एसडी त्यागी महासचिव संजय एस बढ़ावकर, कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह, उपाध्यक्ष एचएस मिश्रा, महिला विंग की अध्यक्ष श्रीमती संजोत एस बढ़ावकर, श्रीमती अश्विनी राने, सचिव सुकांत रक्षित, आरपी सिंह चौहान, प्रेम सिंह चंदेल, प्रमोद कुमार दास, देवेन्द्र कुमार सिंह, सत्यानंद बेहरा, खगेन्द्र दास, डी अप्पा राव, अशोक पंडा, परमिंदर सिंह उपाध्याय, प्रशांत कुमार शेट्टी और अन्य कईं प्रतिनिधि शामिल होकर अपने विचारों को रखा। यह जानकारी स्मेफी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं भिलाई श्रमिक सभा के अध्यक्ष एचएस मिश्रा ने दी।