जामुल 16 अप्रैल 2025। विश्व का कल्याण हेतु रुद्र महायज्ञ विजयत्राष्ट्रीय एकता, अखंडता तथा विश्व कल्याण इस युग का कल्प वृक्ष जगद्गुरू शंकराचार्य पीठ पीठाधीश्वरअनन्त श्री विभूषित श्री स्वामी यदुनन्दन सरस्वती (ब्रम्हचारी जी) महाराज के सानिध्य मे रुद्र महायज्ञ 21 अप्रैल 2025 से 27 अप्रैल 2025 तक होगा। 1991 में सहस्त्र चंडी महायज्ञ के बाद अब दुसरी बार अभूत पुर्व धर्मानुष्ठान, सुरडुंग जामुल मेंआमंत्रित विद्धवान : श्री वैष्णव पीठाधीश्वर प्रयागराज, विन्ध्यांचल जगद्गुरू ब्रम्हर्षि बाबा स्वामी गरुण जी महाराज पूर्व केबिनेट मंत्री (म. प्र.) पुरी गोवर्धन पीठाधीश्वर जगद्गुरू शंकराचार्य श्री स्वामी अधोक्षजानंद देव तीर्थ जी महाराज उर्ध्वाम्नाय सुमेरू पीठाधीश्वर जगद्गुरू शंकराचार्य श्री स्वामी नरेन्द्रानंद सरस्वती जी महाराज जगद्गुरू स्वामी राम प्रसन्नाचार्य जियर
स्वामी (रामानुज कोट), सुश्री प्रोफेसर प्रज्ञा मिश्र (कानपुर) साध्वी लक्ष्मी रामायणी (झांसी) महंत माधोदासजी (चित्रकुट) विश्व विख्यात रासलीला, श्री रामकृष्ण ब्रज लोककला केन्द्र श्री शंकराचार्य अश्रम से संचालित वृन्दावन महायज्ञ के सफल संपादन के लिए आचार्य सुधीर पान्डेय चारो वेद के विद्ववानों के साथ श्री काशी जी से राजीव नयन उपाध्याय वाराणासी, महंत प्रेम दास व आर्चाय कुंजबिहारी ब्रजमंडल से मंच तथा यज्ञ संचालन कार्य के लिऐ देश के कोने कोने से गुफा, कंदरा तीर्थ से सिद्व संत महात्माओं का आगमन हो रहा हैं। समस्याओं की निवृति किसी भी प्रकार के श्रसाकविणात्ती अन्यान्य समस्याओं की निवारण लिए यज्ञ समय में उपाय व निराकरण यज्ञ सूत्र से शीध्र संम्पर्क करें। 21 अप्रैल को भव्य कलश शोभा यात्रा यज्ञ बाद सिद्ध जल कलश उठाने वालो को प्रसादस्वरूप वितरण ।प्रातः काल 5 बजे सुप्रभातम्, से यज्ञ कार्य प्रारम्भ 1 बजे तक दोपहर 2 बजे आमंत्रित विद्धवानों का प्रवचन, कथा शास्त्रार्थ शाम 6 बजे तक कथा स्थल से तत्पश्चात आरती पुष्पांजलीरात्रि 8 बजे रासलीला नित्य ।यज्ञ समय में विशिष्ठ राजनैतिज्ञ व्यवसायिक आर्शिवाद के लिए आते रहेगें।