भिलाई। 20 दिसंबर, 2025, (सीजी संदेश) : छत्तीसगढ़ की धर्मनगरी जामुल सनातन चेतना के एक विराट अध्याय को साकार करने जा रही है। शिवपुरी स्टेडियम, जामुल में 28 दिसंबर 2025 से 06 जनवरी 2026 तक दोपहर 1:00 बजे से आयोजित होने वाले श्रीराम कथा महोत्सव की समस्त तैयारियाँ अब पूर्णता के चरण में पहुँच चुकी हैं। विशाल पंडाल, सुव्यवस्थित प्रशासनिक प्रबंध, अनुशासित आयोजन संरचना और जन-जन की सक्रिय सहभागिता इस आयोजन को प्रदेश के अब तक के सबसे ऐतिहासिक आध्यात्मिक आयोजनों की श्रेणी में स्थापित कर रही है।
इस नौ दिवसीय महोत्सव के कथा व्यास अयोध्या से पधारे सनातन धर्म एवं भारतीय संस्कृति के विद्वान, गद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी डॉ. राघवाचार्य महाराज, श्रीधाम पीठाधीश्वर, श्रीराम लला सेवा सदन, रामकोट अयोध्या होंगे। उनके सान्निध्य में श्रीराम कथा का वाचन न केवल श्रद्धा का संचार करेगा, बल्कि सनातन मूल्यों, मर्यादा और सामाजिक समरसता का जीवंत संदेश भी जनमानस तक पहुँचाएगा। कथा काल में देश के विभिन्न प्रांतों से संत, महंत, धर्माचार्य एवं विद्वत समाज की उपस्थिति आयोजन की गरिमा को और अधिक ऊँचाई प्रदान करेगी।
आयोजन समिति के अनुसार प्रतिदिन 30 हजार से अधिक श्रद्धालुओं की संभावित उपस्थिति को ध्यान में रखते हुए दो लाख वर्गफुट से अधिक क्षेत्रफल में निर्मित विराट पंडाल लगभग पूर्ण हो चुका है। बैठने की समुचित व्यवस्था, सुरक्षा के व्यापक इंतजाम, यातायात नियंत्रण, चिकित्सा सुविधा एवं स्वच्छता के उच्च मानक इस आयोजन को एक अनुकरणीय उदाहरण बना रहे हैं।
आयोजन का शुभारंभ 28 दिसंबर को 11,111 मातृशक्तियों द्वारा निकाली जाने वाली भव्य एवं ऐतिहासिक कलश यात्रा से होगा। यह यात्रा प्रातः 11 बजे शिवपुरी स्टेडियम से प्रारंभ होकर नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए कार्यक्रम स्थल पर संपन्न होगी, जो जामुल को पूर्णतः श्रीराममय बना देगी। 29 दिसंबर से 06 जनवरी तक प्रतिदिन दोपहर 1:00 बजे से श्रीराम कथा का भावपूर्ण, ओजस्वी और संस्कारपूर्ण वाचन होगा।
आयोजन को और अधिक अलौकिक तथा स्मरणीय स्वरूप प्रदान करने हेतु हेलीकॉप्टर सेवा को लेकर विशेष तैयारी की जा रही है। आयोजन समिति ने बताया कि हेलीकॉप्टर कम्पनी से अनुबंध की प्रक्रिया प्रगति पर है तथा एविएशन डिपार्टमेंट से आवश्यक अनुमति की प्रतीक्षा की जा रही है। अनुमति प्राप्त होते ही हेलीकॉप्टर सेवा को अंतिम रूप दिया जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं को आकाशीय पुष्पवर्षा एवं दिव्य दृश्य का दुर्लभ अनुभव प्राप्त होगा।
जनसंपर्क अभियान के अंतर्गत अब तक एक लाख से अधिक घरों, दुकानों एवं कार्यालयों में आमंत्रण पत्र वितरित किए जा चुके हैं। इसके साथ ही 21 ग्रामों में ध्वज स्थापना कर ग्रामीण अंचल को भी इस महायज्ञ से भावनात्मक रूप से जोड़ा गया है। श्रद्धालुओं के आकर्षण एवं पारिवारिक सहभागिता हेतु आयोजन स्थल पर सनातन उत्सव मेला भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें 25 विशाल झूले एवं सैकड़ों सांस्कृतिक व धार्मिक दुकानों की व्यवस्था की गई है।
आयोजन समिति का स्पष्ट मत है कि यह भव्य–दिव्य श्रीराम कथा महोत्सव केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि श्रद्धा, संस्कृति, सेवा और सामाजिक एकता का महापर्व सिद्ध होगा, जो जामुल को प्रदेश ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर सनातन चेतना के एक प्रमुख केंद्र के रूप में प्रतिष्ठित करेगा।



