बिलासपुर 2 जून 2025। सुरक्षा कारणों के कारण आज पंडित धीरेंद्र शास्त्री को संस्कारधानी बिलासपुर में 15 मिनट में ही प्रवचन देकर लौटना पड़ा। बिलासपुर पुलिस और प्रशासन श्री बागेश्वर धाम पंडित धीरेंद्र शास्त्री को सुरक्षा देने में असमर्थ रही। इस बात को श्री शास्त्री ने अपने आशीर्वचन के दौरान भक्तों के बीच कहीं। हजारों भक्तों को खुली गाड़ी के बीच से ही दरबार लगाकर उनकी मुरादे पूरी की। बिलासपुर वालों को वचन दिए कि जल्द वापस आकर प्रवचन और उनकी हाजिरी बालाजी महाराज के पास लगाएंगे। सुबह से ही हजारों लाखों भक्तों के आना शुरू हो चुका था। इन सभी को खुली गाड़ी से ही उन्होंने अपना मोर्चा संभाला और सभी के आशीर्वाद दिए तथा दरबार भी लगाए। एक झलक पाने के लिए भीड़ आतुर थी। स्वागत और सम्मान के लिए आदिवासी कोरबा बाजा लगाया गया था। जो सुबह 9:00 से नाच गा रहे थे। पंडित धीरेंद्र शास्त्री का काफिला 3:30 बजे मंच के करीब पहुंचा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा धर्मांतरण हो रहा है और हिंदू राष्ट्र बनाना है इसके लिए सभी से सहयोग की अपेक्षा की। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कन्यादान को सबसे बड़ा दान बताया, उन्होंने 11 कन्याओं को आशीर्वाद देकर सफल जीवन की कामना की। आज से श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ, श्री चंडी महायज्ञ एवं 11 कन्याओं का विवाह महोत्सव का शुभारभ शंकर नगर चूचूहीया पारा बिलासपुर में किया गया है। इस ज्ञान यज्ञ सप्ताह में श्री बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री महाराज, विवाह समारोह में पहुंचकर आशीर्वाद दिए तथा गाड़ी से ही दरबार लगाएं। ज्ञान यज्ञ सप्ताह के भागवताचार्य पंडित कौशल किशोर दुबे थे। वही पीठाधिपति श्री सच्चिदानंद तीर्थ महाराज के सानिध्य में यह समारोह आयोजित किया गया है।