भिलाई। 06 जुलाई, 2025, (सीजी संदेश) : भिलाई इस्पात संयंत्र के ईडी, (वर्कस) राकेश कुमार से संयंत्र भवन सभागार मे भिलाई इस्पात सयंत्र कॉन्ट्रैक्टर्स एंड लेबर वेलफेयर सोसायटी के पदाधिकारीयो की एक बैठक सोसायटी के अध्यक्ष सीजू एन्थोनी के नेतृत्व मे हुई जिसमे कॉन्ट्रेक्टर्स और ठेका श्रमिकों की समस्याओ से प्रबंधन को अवगत कराते हुए कहा कि श्रमिकों के दैनिक वेतन भुगतान की दर राज्य शासन के द्वारा निर्धारित दर पर की जा रही है. जबकि संयंत्र मे कार्यरत समस्त ठेकेदारों को केंद्रीय सरकार के श्रमिक नियमों का पालन करना पड़ता है जिसके कारण ठेका श्रमिकों को प्रति माह हजारों रूपये का हानि हो रही है, वेलफेयर सोसायटी मे पंजीकृत ठेका श्रमिको जिनकी संख्या लगभग 27000, जिनका प्रीमियम की अदायगी सोसायटी द्वारा किया जा रहा है, जिन पर भिलाई संयंत्र का अधिकतम उत्पादन निर्भर है, ऐसे संगठित संगठन पर विभिन्न प्रकार की अनिवार्यता लागू कर प्रबंधन केवल श्रमिकों को परेशान कर रहा है. जबकि सुविधाओं के नाम पर प्रबंधन कन्नी काट लेता है जबकि संयंत्र के टाउनशिप मे हजारों की संख्या मे रिक्त आवास है, रिक्त आवासो को ठेका श्रमिक को अबाटित किया जाने की मांग की गई है, बीएसपी के अस्पतालो मे ईएसआई कार्ड से चिकित्सा सुविधा प्रदान कर बेहतर चिकित्सा के विकल्प देने की मांग प्रतिनिधि मंडल ने की. ज्ञातव्य हो कि सोसायटी द्वारा प्रति श्रमिक 10 लाख का दुर्घटना बीमा किया गया है जिसका प्रीमियम का भुगतान सोसायटी द्वारा किया जाता है दुर्घटना की स्थिति मे ठेका श्रमिकों के परिवार के लिए यह बीमा राशि संजीवनी का काम करती है. सभी सदस्यों ने एक स्वर मे प्रबंधन के बायोमीट्रिक पद्धति से श्रमिकों की उपस्थिति दर्ज करने का नियम वर्तमान मे चल रहे कार्यों की निविदा की शर्तो मे नहीं है. ईडी द्वारा प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त किया गया कि रेट कॉन्ट्रैक्ट के क्रियान्वयन से सभी पंजीकृत ठेकेदारो को कार्य करने के समान अवसर मिलते रहेंगे वही, निविदा कार्यों मे अंतिम भुगतान के लिए एन.डी.सी. की जटिल उलझऊ प्रक्रिया से भी ईडी को अवगत कराया, उन्होंने इस पर संज्ञान लेने का आश्वासन दिया. प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि नित नए प्रयोग से कार्य करने मे व्यहवारिक बाधा हो रही है जिसमे बायोमेट्रिक पद्धति प्रमुख है, इस कारण श्रमिकों मे असंतोष उपज रहा है जिससे भिलाई की आद्योगिक शांति को भंग होने की आशंका बढ़ गई है, पूर्व मे भिलाई इस्पात संयन्त्र के नियमित कर्मचारीयों एवं श्रमिक संगठनों ने भी बायो मेट्रिक प्रणाली का विरोध किया था. प्रबंधन कदापि ऐसे निर्णय ना ले, जिससे श्रमिको मे कोई असंतोष उपजे. यदि भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन श्रमिक हित के लिए एक कदम आगे बढ़ाता है तो सोसायटी चार कदम आगे रहेगी.इस बैठक मे प्रमुख रूप से सोसायटी के अध्यक्ष सीजू एन्थोनी, कार्यकारी अध्यक्ष त्रिलोकी सिँह, महामंत्री हितेश भाई पटेल, उपाध्यक्ष धीरज शुक्ला, नवीन सिँह, सचिव राजेश अग्रवाल तथा संयन्त्र के अन्य अधिकारी गण उपस्थित थे।