भिलाई। बीएसपी संयंत्र के प्रोपेन गैस प्लांट में गैस लीकेज पर केऔसुब इकाई बीएसपी भिलाई द्वारा संयुक्त रूप से मॉक ड्रिल आयोजित की गई। मॉक ड्रिल के एन्फोर्समेंट कमेटी के अध्यक्ष अनिरबान दासगुप्ता, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, बीएसपी संयंत्र रहे। जिनकी उपस्थिति में स्थानीय पुलिस एवं प्रशासन के रोहित झा, ए.एस.पी., अजीत यादव सी.एस.पी. एवं के.के.द्विवेदी उप निदेशक, स्वास्थ्य (छत्तीसगढ) शामिल हुए। इनके अतिरिक्त ए.के. पटनायकएन. डी.आर.एफ. अपनी टीम के साथएवं बीएसपी भिलाई प्रबंधन के अधिकारी व फायर एण्ड सेफ्टि व बीएसपी मेडिकल की टीम के साथ केऔसुब इकाई बीएसपी भिलाई के अधिकारी एवं अन्य बल सदस्यों ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया। बीएसपी संयंत्र सेल का बहुतायत में स्टील रेल, प्लेट व अन्य स्टील का निर्माता है।
इसके अतिरिक्त संयंत्र में बडी मात्रा में केमिकल-बाए-प्रोडक्ट का भी उत्पादन होता है एवं स्टील बनाने में कई ऐसी गैसो का भी इस्तेमाल किया जाता है जिनमें से कुछ गैस बहुत ही जहरीली एवं अति ज्वलनशील होती है, इसी कारण यह संयंत्र बहुत ही संवेदनशील है। ज्ञात हो कि बीएसपी संयंत्र में जून 2014 और अक्टूबर 2018 में गैस लीकेज एवं गैस ब्लास्ट जैसी दुर्घटनाएँ हो चुकी है जिसमें कुल 19 लोगो की मृत्यु हो चुकी है एवं 64 लोग घायल हुए थे जिसमें मरने वालो में बीएसपी प्रबंधन के अधिकारी एवं कर्मचारियों के साथ-साथ घायल होने वालो में ठेका श्रमिक एवं केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवान भी शामिल थे। बीएसपी संयंत्र में पूर्व में हुई घटनाओ से सबक लेते हुए एवं आज के सुरक्षा परिदृश्यको ध्यान में रखते हुए केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल बीएसपी भिलाई के इकाई प्रभारी उत्तम कुमार सरकार, उप महानिरीक्षक के नेतृत्व में बीएसपी संयंत्र के प्रोपेन गैस प्लांट में गैस लीकेज पर एक संयुक्त मॉक ड्रिल कराई गई। जिसका यह उदेश्य रहा कि यदि बीएसपी संयंत्र में कोई भी आपदा व दुर्घटना होती है तो उससे दक्षता एवं कुशलतापूर्वक सभी उपलब्ध साधनों को कम समय में जुटाते हुए तुरन्त कार्यवाही की जा सके जिससे जान और माल की हानी को कम किया जा सकता है। यह मॉक ड्रिल वास्तविक समय के अनुसार कराया गया जिसके परिदृश्य के अनुसार अति ज्वलनशीलप्रोपेन गैस को एक टैंकर में भरा जा रहा था। जहाँ मेन पाइपलाईन से प्रोपेन गैस का रिसाव होने लगा जिसकी चपेट में वहाँ कार्य कर रहे 07 लोग आये। प्रोपेन गैस को और अधिक फैलने से रोकने एवं 07 कर्मचारियों को रेस्क्यू करने हेतु केऔसुब बीएसपी भिलाई के बल सदस्यों ने ड्रिल के मुताबित उस ऐरिया को संरक्षित किया एवं 02 कर्मियों को फायर एण्ड सेफ्टी तथा 05 अन्य कर्मचारियों को एन.डी.आर.एफ की टीम ने रेस्क्यू किया जिसके पश्चात सभी 07 कर्मचारियों को चिकित्सालय मेें उपचार हेतु भर्ती करवाया। साथ ही मॉक ड्रिल में भाग ले रही सभी ऐजन्सियाँ सक्रिय हुई एवं मॉक ड्रिल को सफल बनाया। देबब्रत कर, सहा.कमा./कार्य एवं सुरेन्द्र सिंह, सी.जी.एम. मॉक ड्रिल के इन्सीडेन्ट कमाण्डर रहे जिनके द्वारा सभी सदस्यों को ब्रीफ किया गया। एवं मॉक ड्रिल के समाप्त होने के पश्चातसम्मिलित सभी सदस्यों को सी.ई.ओ. बीएसपी एवं उप महानिरीक्षक, केऔसुबद्वारा डी-ब्रीफिंग की अनिरबान दासगुप्ता, सी.ई.ओ. द्वारा मॉक ड्रिल को काफी सराहा गया। बी.के. महापात्रा, मुख्य अग्निशमन अधिकारी, एवं केऔसुब बीएसपी भिलाई के एस. के बाजपेयी, कमाण्डेंट, देबब्रत कर, सहायक कमाण्डेंट, के अतिरिक्त अधिनस्थ अधिकारियों एवं अन्य पद के बल सदस्यों का सराहनीय व अहम योगदान रहा।