भिलाई। 11 जनवरी, 2025, (सीजी संदेश) : केएच ग्रुप ऑफ स्कूल्स के नन्हे स्टूडेंट्स दो दिनों से भिलाई के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों का भ्रमण कर रहे हैं। मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे और चर्च में जाकर वे पूजा अर्चना, प्रार्थना कर रहे हैं और माथा टेक रहे हैं। टीचर्स उन्हें बता रहे हैं कि इन धार्मिक स्थलों का क्या महत्व है। यहां किस तरह पूजा की जाती है। धार्मिक स्थलों के संचालक इन नन्हे स्टूडेंट्स को बड़े प्यार से संक्षिप्त में इन स्थलों का महत्व बता रहे हैं। नन्हे स्टूडेंट्स तब खुशी के मारे और चहकने लग रहे हैं जब उन्हें यहां प्रसाद मिल रहा है।
केएच केसल और जामुल स्थित केएच वर्ल्ड स्कूल में पढ़ने वाले नर्सरी केजी-1 और केजी-2 के नन्हे स्टूडेंट्स ने सर्वप्रथम सेक्टर- 6 स्थित सांई बाबा मंदिर का भ्रमण किया। टीचर्स के नेतृत्व में सभी स्टूडेंट्स बड़े ही अनुशासन में एक लाइन बनाकर भीतर पहुंचे। स्टूडेंट्स ने मंदिर में चल रही साई बाबा की आरती में भाग लिया। सभी ने हाथ जोड़ प्रार्थना की। मंदिर के पुजारी ने सभी बच्चों को चंदन का टीका लगाया और प्रसाद वितरण किया।
यहां से स्टूडेंट्स सेक्टर- 6 स्थित क्रिश्चियन कम्युनिटी चर्च पहुंचे, जहां उन्होंने प्रार्थना सभा में भाग लिया। यहां के पास्टर राजेन्द्र साहू ने उन्हें ईसाई धर्म के बारे में संक्षेप में जानकारी दी तथा प्रभु ईसा मसीह के संदेशों को बताया। तत्पश्चात स्टूडेंट्स सेक्टर- 6 स्थित गुरुद्वारा पहुंचे। उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब का दर्शन किया और गुरुद्वारा परिसर का भ्रमण किया। यहां ज्ञानी विक्रांत सिंह ने उन्हें गुरु ग्रंथ साहिब के बारे में बताया तथा किस तरह यहां पूजा अर्चना की जाती है वह संक्षिप्त में समझाया। बच्चे यहां तब और ज्यादा खुश हुए जब प्रसाद के रूप में उन्हें हलवा मिला। बड़े चाव से उन्होंने प्रसाद ग्रहण किया।
भ्रमण के अंतिम पड़ाव में स्टूडेंट्स ने सेक्टर- 6 स्थित जामा मस्जिद देखी और सामूहिक रूप से फोटो खिंचवाई। इन दो दिनों में भिलाई के प्रमुख धार्मिक स्थलों का भ्रमण कर बच्चों ने खूब इन्जॉय किया। भ्रमण के दौरान बच्चे अनुशासन में रहे इसके लिए टीचर्स एम प्रणति, आरती महाराणा, रक्षा पांडे, खुश्बू बुंदेला, भूमिका साहू, शिल्पी भट्टी, मोनिका सिंह, पूजा राय, सी एच नेहा, पूर्वी साधवानी एवं शिवानी श्री ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
धार्मिक स्थलों का भ्रमण कर लौटने पर प्रिंसिपल विभा झा ने खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि यह बच्चे अभी बहुत छोटे हैं लेकिन अभी से उनकी नींव मजबूत करना जरूरी है। वह जाने समझे कि धार्मिक स्थल क्या होते हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इस तरह से बच्चों को और भी महत्वपूर्ण स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा ताकि उनके ज्ञान में वृद्धि हो।