भिलाई। 12 अक्टूबर, 2024, (सीजी संदेश) : देश की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने और आजादी के बाद देश की राजनीति को नई दिशा देने वाले जननायक भारत रत्न से सम्मानित जयप्रकाश नारायण की 122वी जयंती के मौके पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। भिलाई के सुपेला में स्थापित जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा स्थल पर उन्हें राजनीतिक, सामाजिक व साहित्य जगत से जुड़े लोगों द्वारा उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया और जयप्रकाश नारायण अमर रहे के नारे भी लगाए गए।
इस दौरान रूआबांधा स्थित लोकनायक स्मारक प्रतिष्ठान में ‘लोकतंत्र और संविधान : संकट और समाधान’ विषय पर व्याख्यान का भी आयोजन किया गया जिसमें वक्ताओं ने अपने विचार रखे और जयप्रकाश नारायण के कार्यों पर प्रकाश डाला। वरिष्ठ अधिवक्ता कनक तिवारी ने इस दौरान मुख्य आतिथ्य की आसंदी से कहा कि लोकनायक जय प्रकाश नारायण समाजवादी गांधीवादी विचारधारा से प्रेरित थे उन्होंने देश की आज़ादी के लिए बड़ी यातनाएं झेली और आज़ादी के बाद राम मनोहर लोहिया के साथ मिलकर देश की राजनीति को नई दिशा दी। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गिरीश पंकज ने इस अवसर पर जय प्रकाश नारायण को युवाओं की आवाज़ बताते हुआ कहा कि जयप्रकाश नारायण नें लोकतंत्र व सविधान की रक्षा के लिए ख़ुद को समर्पित कर दिया था। उन्होंने जनमानस का मार्गदर्शन किया। वहीं अधिवक्ता जमील अहमद ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि प्रजातंत्र की हिफाज़त के लिया जय प्रकाश नारायण का संघर्ष अनुकरणीय है। कार्यक्रम के संयोजक आरपी शर्मा ने कहा कि जय प्रकाश नारायण और राम मनोहर लोहिया आज भी प्रासंगिक है। उन्होंने युवाओं से गांधी और लोकनायक की विचारधारा को आत्मसात करने का आह्वान किया। कार्यक्रम के दौरान प्रतिष्ठान के अध्यक्ष आरपी शर्मा ने कनक तिवारी को जय प्रकाश नारायण के आंदोलन पर आधारित दस्तावेज ‘सम्पूर्ण क्रांति 1974’ पुस्तक, के रूप में सौंप कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में त्रिलोक मिश्रा, अशोक पंडा, प्रमोद कुमार मिश्र, बीएन सिंह, सुवदार सिंह यादव, सुरेखा नागवंशी, संतोष सिंह, कुलदीप सिंह, आरडी चौधरी, मनराम सिंह, रामस्वरूप सिंह, नथनी भगत, इंद्रजीत सिंह, जीवनंदन राय, एपी सिंह, चंद्र शेखर रेड्डी, विद्या भूषण सहित अन्य लोग मौजूद थे। कार्यक्रम के दौरान स्वतंत्रता सेनानी, प्रखर विचारक व समाजवादी स्व डॉ राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि पर उन्हें भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।