दंतेवाड़ा 6 दिसंबर 2024। डॉक्टर को धरती का भगवान यूं ही नहीं कहा जाता है। किसी भी परिस्थिति में किसी की जान बचाने कहीं भी पहुंच सकते है । बस्तर के बीहड़ इलाकों में कई वर्षों से निरंतर डॉक्टरों की टीम सेवा दे रहे हैं। निशुल्क दवाई से लेकर मरहम पट्टी तक दिए हैं। आरोग्य शिविर का मुख्य उद्देश्य बस्तर संभाग के दुरस्त पहुँचविहीन क्षेत्रों में स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारियों को आरोग्य शिविर के माध्यम से प्रचार प्रसार करना, कुपोषण के शिकार बच्चे, माताएं, बहनों के साथ साथ बुजुर्गो का भी सुचारू तरीके से इलाज करना है। पिछले लगभग तीन दशक से लगातार स्वास्थ्य की सेवा प्रदान कर रहे, गोड़बोले डॉक्टर दंपति डॉक्टर रामचंद्र गोड़बोले एवं सुनीता गोड़बोले का कहना है कि हमारी यह मुहिम बस्तर को स्वस्थ्य बस्तर समृद्ध बस्तर बनाने तक लगातार जारी रहेगी. उन्होंने दुर्ग, भिलाई से आए डॉक्टर्स का विशेष आभार व्यक्त करते हुए लोकल स्तर पर सहयोग दे रहे जिला प्रशासन की युवोदय टीम, एकल अभियान दंतेवाड़ा, भारती कुष्ठ निवारक संघ हलबाराश के साथ साथ पंचायत के सरपंच, सचिव और ग्राम के गणमान्य लोगों का भी पूर्ण हृदय से आभार प्रकट किया.डॉक्टर्स टीम के नेतृत्वकर्ता डॉक्टर प्रदीप हिसिकर के साथ साथ चर्म रोग विशेषज्ञ डॉक्टर दीप चटर्जी से जब हमने उनके यहां तक आने का प्रेरणा और अनुभव के बारे में पूछा तो उन्होंने इसका पूरा श्रेय डॉक्टर गोड़बोले दंपति को सहृदय दिया और साथ ही उन्होंने अपनी निस्वार्थ, निःशुल्क सेवा को लगातार प्रदान करने के आश्वाशन भी पूरे ग्रामवासियों को दिया.
गर्म कपड़ों का किया गया वितरण
डॉक्टर सुधीर ने योग आश्रम भिलाई सेक्टर 10 और सेवा भारती से प्राप्त ग्रामीणों हेतु गरम कपड़ों (कम्बल, चादर, स्वेटर ) का भी वितरण किया गया. गर्म कपड़े प्राप्त कर ग्रामीणों ने खुशियां जताई. इसका आभार दोनों ग्राम पंचायत के सरपंचों ने स्थानीय भाषा गोंडी में आरोग्य शिविर से जुड़े सभी संस्थाओं का अभिवादन करते हुए दुबारा करने की आशा भी जताई.
डॉ. दीप चटर्जी ने कहा नई बीमारी स्क्लेरोडर्मा के है लक्षण
स्क्लेरोडर्मा का मतलब है, ‘कठोर त्वचा’. यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसके कारण त्वचा और शरीर के दूसरे हिस्सों में सूजन और मोटापन आ जाता है. इस बीमारी में, प्रतिरक्षा प्रणाली बहुत ज़्यादा सक्रिय हो जाती है और शरीर बहुत ज़्यादा कोलेजन बनाता है.कोलेजन, त्वचा, मांसपेशियों, और दूसरे संयोजी ऊतकों का निर्माण करने वाला खंड है. स्क्लेरोडर्मा के कुछ प्रकार सिर्फ़ त्वचा को प्रभावित करते हैं, जबकि कुछ प्रकार पाचन तंत्र, फेफड़े, गुर्दे, हृदय, और दूसरे अंगों को भी प्रभावित कर सकते हैं.सेवाभावी डाक्टरों के समूह में मेडिसिन विशेषज्ञ डॉक्टर सुधीर हिसिकर, चर्म रोग विशेषज्ञ डॉक्टर दीप चटर्जी, मेडिसिंस के डॉक्टर पीयूष देवांगन, डॉक्टर विवेक देवांगन के साथ साथ अगर स्त्री रोग विशेषज्ञों की बात करें तो डॉक्टर श्रद्धा चुग एवं डॉक्टर मणि शर्मा की अग्रणी भूमिका रही. अनुभवी फार्मासिस्ट प्रमोद और संजय खंडेलवाल ने भी अपने डॉ. मित्रों का सहयोग उचित मेडिसिंस को प्रदान करने का दायित्व निभाये। भिलाई के जानेमाने फॉर्मिस्ट संजय खंडेलवाल नक्सली क्षेत्र में निशुल्क दवाई का वितरण कई वर्षों से कर रहे हैं। इनके साथ सैकड़ो की संख्या में लोग जुड़े हुए हैं।