भिलाई। 23 अक्टूबर, 2025, (सीजी संदेश) : इस्पात नगरी की सेवाभावी संस्था इकरा टीचर्स एसोसिएशन की ओर से होनहार बच्चों का सम्मान समारोह जामा मस्जिद सेक्टर-6 के सामुदायिक भवन में रखा गया। इस दौरान मुख्य अतिथि 21 वीं बटालियन बालोद में डिप्टी कमांडेंट (अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक) डॉ. इरफानुल रहीम खान व अन्य अतिथियों ने 10वीं और 12वीं में बेहतर अंक हासिल करने वाले बच्चों को सम्मानित किया। वहीं विभिन्न समाजसेवी संगठनों के कार्यों को भी सराहा गया। शुरुआत हाफिज मंजर आलम की कुरआन शरीफ की तिलावत से हुई।
‘इकरा’ की सदर यास्मीन नाज ने अपने स्वागत भाषण में संस्था के कार्यों की जानकारी दी। ‘इकरा’ के समन्वयक एयू खान ने बताया कि (मरहूम) एमयू फारूकी ने कौम के जरूतमंद बच्चों की पढ़ाई में मदद के लिहाज से ‘सहाबा’ की नींव रखी थी। उनके इसी काम को आगे बढ़ाते हुए ‘इकरा’की शुरूआत की गई और आज दोनों संस्थाएं मिल कर मुस्लिम नौजवानों के बेहतर मुस्तकबिल के लिए काम कर रही हैं।
इस दौरान मुख्य अतिथि डॉ. इरफान ने कहा कि कुरआन की पहली आयत ही ‘इकरा’है, जिसके मायने ‘पढ़ो’ होता है। इससे साफ है कि पढ़ना हम सबके लिए आदेश है, यह कोई स्वैच्छिक नहीं है। इसलिए तालीम हर हाल में हासिल कीजिए। उन्होंने बच्चों से कहा कि अगर आपको अपनी जिंदगी में उजाला चाहिए तो रोज सुबह जल्दी उठ कर उगता सूरज देखने की आदत जरूर डालिए।
प्रख्यात नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. आर. ए. सिद्दीकी ने कहा कि हर मां-बाप अपने बच्चों को वक्त दें, उनके साथ बैठें और उनसे बात करें। हम सिर्फ ट्यूशन या कोचिंग के भरोसे बच्चों को छोड़ दें, यह ठीक नहीं। उन्होंने इस मौके पर ऐलान किया कि अगर आर्थिक वजह से मेडिकल की पढ़ाई में किसी नौजवान को दिक्कत आए तो वह इस पढ़ाई का खर्च उठाएंगे।
रिटायर डिप्टी कलेक्टर कदीर अहमद खान ने मेधावी बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि आपको पढ़ाई में आने वाली आर्थिक दिक्कत तो ‘इकरा’जैसी संस्था दूर करेंगी लेकिन अपने करियर के लिए आपको प्लानिंग और मैनेजमेंट पर फोकस करना होगा। ‘इकरा’की सरपरस्त और स्काई लाईन एसोसिएट की डायरेक्टर समीना फारूकी ने बच्चों से कहा कि अपने करियर के लिए आपको अपना लक्ष्य, अपना इरादा तय करना होगा। दारुल क़ज़ा, भिलाई के सदर ज़िल्लुर रहमान ने इस दौरान अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की एलुमनी की ओर से जरूरतमंद बच्चों को तालीम के लिए बनाए गए मुस्लिम एजुकेशन फंड और शासन स्तर पर उच्च शिक्षा के लिए मिलने वाले लोन की जानकारी दी। निजामत कर रहे नवाब रौनक जमाल और भिलाई स्टील प्लांट में एजीएम समी अख्तर फारुकी ने भी बच्चों की हौसला अफजाई की। आखिर में आभार प्रदर्शन शकील अहमद खान ने किया। इस मौके पर आर्किटेक्ट फखरुद्दीन फारूकी, ए.यू. खान, शेख जाफर, सैयद जफर, शायना परवीन, गौसुलवरा खान, अजमेर खान, नसरीन नाज, शहनाज, शाहीन जहाँ, इश्तियाक अंसारी, अंजुम, हाजी अब्दुल हफीज, जाहिदा खान, हमीदुल्लाह सिद्दीकी, अंजुम अली, नसीम सुल्ताना, शाहीन खान और मुहम्मद जाकिर हुसैन सहित तमाम तंजीम के लोग मौजूद थे।
नौजवानों ने जताया आभार, तंजीमों का हुआ सम्मान
इस दौरान ‘इकरा’ की पहल पर उच्च शिक्षा हासिल कर रहे नौजवानों ने भी अपनी बात रखी। इन लोगों ने बताया कि किन हालात में उन्हें ‘इकरा’ की वजह से अपने सपने पूरा करने का मौका मिल पाया। इन सभी ने ‘इकरा’ और उनके पदाधिकारियों का शुक्रिया कहा। आयोजन में मुस्लिम समुदाय के जरूरतमंद लोगों के बेहतर भविष्य सहित विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय समाजसेवी संगठनों (तंजीमों) को सम्मानित किया गया। इनमें हजरत बीवी फातिमा जोहरा कमेटी, अल मदद एजुकेशन एंड वेलफेयर कमेटी, जरिया फाउंडेशन, जकात फाउंडेशन, जमात-ए-इस्लामी और बैतुलमाल कमेटी शामिल है।
हौसला अफजाई से खिले होनहारों के चेहरे
इस मौके पर होनहार बच्चों का सम्मान किया गया। इनमें दसवीं बोर्ड में 75 फीसदी से ज्यादा अंक लाने वाले होनहारों में मोहम्मद अरमान (93.6), साजिल अहमद (91.8), सोना अंजुम (85.1), सीरत परवीन (85.1), हमजा खान (84.0), मोहम्मद अजहर (84.2), मोहम्मद शायान (86.4), गुलनाज परवीन (81.8), आलिया शेख (76.6), अलीश्बा सिद्दीकी (76.6), सफीना खान, साइमा शफीक, अशफिया खान, अलिजा हुसैन (93.8), काजल शाह, सैयद फरहान अहमद, अलीशा फातिमा, अरमान आलम, अलजा शाद (87.3), आयशा फारूकी (92.8), जुवारिया रिदा (88.3), सना (78.6), जोया फातिमा (85.3), मोहम्मद अबू फरहान खान (81.3), मोहम्मद अबू फज्जान खान (82.5), नौशीन फातिमा (95.5), जानिहा परवीन और लुबना जफीर शामिल हैं। वहीं 12वीं के इम्तिहान में सम्मानित होने वाले होनहारों में सबा अंजुम (90.8), मंतशा शेख मंसूरी (82.2), अनीसा परवीन (87.2), हाजरा बी (85.0), अदीबा जहां (80.4), आयशा कौसर (77.6), अंजलना इस्लाम (76.0), मोहम्मद साहिल सिद्दीकी (72.6), फरहीन बानो (81.5), अफजा हसन खान (76.0), अमीना शीरीन (87.0), गुलमोहर (81.4), इनायत हुसैन (81.8) और शारिक हुसैन (86.5) शामिल हैं।