भिलाई। 22 नवम्बर, 2025, (सीजी संदेश) : अखिल भारतीय एससी एसटी ओबीसी संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव, दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष व अजाक्स के कार्य.प्रांताध्यक्ष अनिल मेश्राम ने कहा कि गत दिवस महाराष्ट्र राज्य मे मराठी भाषा मे बात नही करने पर एक किशोर युवा के साथ वहां के स्थानीय लोगो द्वारा क्षेत्रीयता व भाषाई आधार पर उस किशोर का मानसिक व शारीरिक उत्पीड़न किया गया जिससे पीड़ित व्यथित होकर उस किशोर ने आत्महत्या कर ली। यह भारत जैसे संविधान प्रधान देश के लिए अत्यंत ही चिंता का विषय है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 5 के अनुसार भारत के किसी भी राज्य मे जन्मे भारतीय मूल के किसी भी नागरिक को किसी भी राज्य मे बसने निवास करने और व्यवसाय या नौकरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करने का संवैधानिक अधिकार प्राप्त है। देश का प्रमुख व्यवसायिक केन्द्र होने के कारण भारत के अनेक राज्यो के लोग मुंबई मे बस चुके है ऐसे भारतीय नागरिको के साथ क्षेत्रीय व भाषाई आधार पर उनके साथ भेदभावपूर्ण तरीके से मारपीट करना उनके व्यवसायिक स्थल को नुकसान पहुंचाना उन्हे अपमानित करना मानसिक व शारीरिक उत्पीड़न करना बेहद शर्मनाक है, यह चिंतनीय विषय होने के साथ-साथ निंदनीय कृत्य भी है। छत्तीसगढ़ राज्य के अनेक नागरिक अन्य राज्यो मे नौकरी करते है और अन्य अनेक राज्यो के नागरिक छत्तीसगढ़ मे नौकरी अथवा व्यवसाय करते है। यह अधिकार भारत के प्रत्येक नागरिक को भारतीय संविधान ने प्रदान किया है और हमारा भारत देश संविधान आधारित देश है जो संविधान का पालन करते हुए आज विश्व मे अग्रणी स्थान बना चुका है। श्री मेश्राम ने सभी राज्यो मे बसे भारतीय नागरिको से अन्य राज्यो के भारतीय नागरिको के साथ परस्पर मित्रतापूर्ण व्यवहार अपनाये जाने का आव्हान किया है ताकि क्षेत्रीय व भाषाई भेदभाव से परे एक संवैधानिक सम्प्रभुत्व आधारित सशक्त राष्ट्र का निर्माण हो सके।



