रायपुर। 12 दिसम्बर, 2025, (सीजी संदेश) : भारतीय रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग का मुख्य काम रेलवे की पूरी भौतिक संरचना (Infrastructure) का निर्माण, रख-रखाव और सुरक्षित संचालन सुनिश्चित करना है। ट्रैक (Track) का निर्माण और रखरखाव, नई रेल लाइन बिछाना, पुराने ट्रैक का नवीनीकरण, रेल, स्लीपर, बैलेस्ट आदि का प्रबंधन ट्रैक की जाँच अल्ट्रासोनिक टेस्टिंग से रेल की दरारों की जाँच,रेल फ्रैक्चर, रेल वेल्डिंग का कार्य,नए पुल बनाना,पुराने पुलों की मजबूती और मरम्मत,ब्रिज इंस्पेक्शन, लोड टेस्टिंग बाढ़/बारिश के समय ब्रिज की सुरक्षा पर निगरानी स्टेशन भवन, प्लेटफ़ॉर्म, शौचालय, ऑफिस, क्वार्टर का निर्माण/मरम्मत करना, वाटर सप्लाई और ड्रेनेज सिस्टम स्टाफ क्वार्टर और रेलवे कॉलोनी का मेंटेनेंस,रेलवे फेंसिंग, रिटेनिंग वॉल की मजबूती लेवल क्रॉसिंग गेट्स का रख-रखाव, मेंटेनेंस ब्लॉक लेना और काम पूरा करना, नई लाइन, गेज परिवर्तन बड़े ब्रिज और टनल निर्माण इत्यादि है ।
इसी कड़ी में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के रायपुर मंडल ने यात्री सुरक्षा बढ़ाने, यात्रा समय कम करने, सड़क-रेल समन्वय सुधारने और रेलवे अवसंरचना का आधुनिकीकरण करने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण अवसंरचनात्मक और परिचालन सुधार सफलतापूर्वक पूर्ण किए हैं। इन उपलब्धियों से कई छत्तीसगढ़ में लाखों रेल यात्रियों और स्थानीय निवासियों, आमजन को प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त होगा।
प्रमुख उपलब्धियां जिससे आमजन एवं यात्रियों को लाभ
1. आर यू बी (रोड अंडर ब्रिज) के निर्माण के माध्यम से लेवल क्रॉसिंग से निजात सड़क सुरक्षा में सुधार और यातायात जाम को कम करने के लिए, रोड अंडर ब्रिज (आरयूबी) के निर्माण के बाद पांच प्रमुख लेवल क्रॉसिंग को स्थायी रूप से बंद कर दिया गया है:
(1) लेवल क्रॉसिंग क्रमांक 387 (दावनबोड) निपानिया भाटापारा खंड ।
(2) लेवल क्रॉसिंग नंबर 393 (केसदा) हथबंद तिल्दा नेवरा सेक्शन।
(3) लेवल क्रॉसिंग नंबर. डीडी-5 (बोरसी गेट) दुर्ग – मरौदा सेक्शन।
(4) लेवल क्रॉसिंग नंबर डीडी-40 (जुनवानी गेट) सिकोसा यात्री हॉल्ट के पास।
(5) लेवल क्रॉसिंग नंबर 413 (टेकरी गेट) मांढर-उरकुरा सेक्शन.
एलसी नंबर 404 (जलसो गेट) बैकुंठ-सिल्यारी 20.12.2025 को बंद हो जाएगा और एलसी नंबर 378 (निपानिया गेट) निपानिया यार्ड 21.12.2025 को बंद हो जाएगा।
एलसी संख्या 374 (भैसबोर गेट)-बिल्हा -दगोरी खंड, एलसी संख्या 405 (सिल्यारी गेट)-बैकुंठ-सिल्यारी खंड और एलसी संख्या 430 (कुगदा गेट)-कुम्हारी-डी केबिन खंड पर आरयूबी का बॉक्स पुशिंग कार्य कर लिया गया है । एलसी संख्या 401 (कुरूद गेट)-बैकुंठ-सिल्यारी खंड पर आरओबी का गर्डर लॉन्चिंग कार्य कर लिया गया है । इससे आमजन को गेट पर प्रतीक्षा नहीं करनी होगी, निर्बाध सड़क यातायात, बेहतर सुरक्षा के साथ ट्रेन संचालन होगा।
2. ट्रेन की गति में सुधार
नया रायपुर में लूप लाइन नंबर05 में 15 किमी प्रति घंटे से की गति बढ़कर 30 किमी प्रति घंटे हो गई है।
दल्लीराजहारा-ताडोकी खंड पर गति सीमा 80/90/100 किमी प्रति घंटा से बढ़ाकर 110 किमी प्रति घंटा कर दी गई है।
मंदिर हसौद – अभनपुर खंड पर गति सीमा 50/80 किमी प्रति घंटा से बढ़ाकर 110 किमी प्रति घंटा कर दी गई है।
आरवीएच-आरएसडी सेक्शन का दोहरीकरण हो गया है ।
जनता को लाभ: यात्रा का समय कम होना, समय की पाबंदी में सुधार और सेक्शन की क्षमता में वृद्धि।
3. प्रमुख पुल उन्नयन कार्य
पुल संख्या 403 (सिलयारी- मांढर खंड) को पुराने आरसीसी गर्डर के स्थान पर आधुनिक पीएससी गर्डर से नवीनीकृत किया गया है।
पुल संख्या 478 मिडिल और डाउन (बिलासपुर –दाधापारा खंड) को पुराने स्टील गर्डरों से ट्विन-बॉक्स संरचनाओं में अपग्रेड किया गया है।
जनता को लाभ: अधिक मजबूत और सुरक्षित पुल, ट्रेनों की सुगम आवाजाही, रखरखाव संबंधी व्यवधानों में कमी।
4. ट्रैक और यार्ड में सुधार
रायपुर डिवीजन में क्षतिग्रस्त पीएससी स्लीपरों के त्वरित नवीनीकरण के लिए ट्रैक रिन्यूअल ट्रेन (टीआरटी) की शुरुआत की गई है।
क्रॉस-ओवर कार्यक्षमता को सुव्यवस्थित करने के लिए मरौदा और आरएसडी यार्ड में दो पॉइंट्स के लेआउट में सुधार किया गया। इस महीने तक कुल 69.821 किलोमीटर सुरक्षा बाड़ लगाने का काम पूरा हो चुका है।
जनता को लाभ: ट्रैक की सुरक्षा में सुधार, यात्रा में होने वाली बाधाओं में कमी और परिचालन दक्षता में वृद्धि।
5. गेज रूपांतरण की प्रगति
अभनपुर-राजिम खंड का गेज कन्वर्जन पूरा हो गया है और यात्री सेवाएं शुरू कर दी गई हैं।
अभनपुर-कुरुद खंड का गेज रूपांतरण अंतिम चरण में है और पूरा होने के करीब है।
जनता को लाभ: बेहतर संपर्क, तेज ट्रेनें और ग्रामीण आवागमन तथा स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा।
6. सतत विकास और जन कल्याण पहल
रायपुर मंडल में पर्यावरण संरक्षण जल बचाव के लिए 08 रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम इंस्टॉल्ड किये गए है – आरपीएफ बैरक भानुप्रतापपुर, आरपीएफ पोस्ट बालोद, भिलाई, भिलाई नगर और भानुप्रतापपुर स्टेशन बिल्डिंग में ।
जनता को लाभ: जल संसाधनों का संरक्षण और सामुदायिक सेवाओं में सहायता करने वाले कर्मचारियों के लिए बेहतर सुविधाएं।
7. प्रमुख ट्रैक नवीनीकरण
रेल नवीनीकरण का कार्य – 56.20 ट्रैक किलोमीटर
स्लीपर नवीनीकरण -46.53 ट्रैक किलोमीटर
थ्रो फीटिंग नवीनीकरण -30.42 ट्रैक किलोमीटर
स्विच नवीनीकरण 128 नग
क्रॉसिंग नवीनीकरण 258 नग
प्लेन ट्रैक गहन स्क्रीनिंग – 48.872 ट्रैक किलोमीटर
टर्नआउट की गहन जांच – 45 नग
जनता को लाभ: ट्रैक की सुरक्षा में वृद्धि, यात्रा में होने वाली बाधाओं में कमी और दुर्घटनाओं में कमी।
8. स्टेशन का पुनर्विकास
अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत भिलाई नगर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास, जिसमें नए प्लेटफार्म का निर्माण, पीएफ शेल्टर का चौड़ीकरण/विस्तार, स्टेशन भवन का आधुनिक स्वरूप, आधुनिक विद्युत कार्य, वर्षा जल संचयन आदि शामिल हैं। अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत भिलाई पावर हाउस रेलवे स्टेशन पर 12 मीटर चौड़ा एफओबी बनाया गया है। भिलाई नगर, सरोना एंड मरोड़ा रेलवे स्टेशनो पर अप्रोच रोड का काम किया गया है ।



