बिलासपुर। 16 अक्टूबर, 2024, (सीजी संदेश) : छत्तीसगढ़ में सरकार बदलने के बाद महीनों से आंदोलन कर रहे सब इंपेक्टर (SI) भर्ती के अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है। हाई कोर्ट ने भर्ती का रास्ता साफ कर दिया है। जस्टिस एनके व्यास के सिंगल बेंच ने राज्य सरकार को 975 पोस्ट के लिए परिणाम जल्द जारी करने के आदेश दिए हैं। हाईकोर्ट ने आगामी 15 दिनों के भीतर SI भर्ती परीक्षा का परिणाम जारी करने का आदेश दिया है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार के दौरान साल 2018 में कुल 655 पदों के लिए SI भर्ती की प्रक्रिया शुरू हुई थी। इसमें सूबेदार, सब इंस्पेक्टर, प्लाटून कमांडर, सब इंस्पेक्टर (विशेष शाखा) समेत कई अन्य पदों की भर्ती होनी थी। 2019 में प्रदेश में सरकार बदल गई, लेकिन परीक्षा आयोजित नहीं हुई। इसके बाद राज्य की नई सरकार (कांग्रेस) ने साल 2021 में पदों की संख्या बढ़ाकर 975 कर दिया और नए सिरे से विज्ञापन जारी किया था। परीक्षा के बाद परिणाम जारी करने को लेकर अभ्यर्थी कई बार आंदोलन कर चुके हैं। हाई कोर्ट के निर्देश के बाद अब अभ्यर्थियों की परेशानी खत्म होने की उम्मीद है।
कांग्रेस सरकार में दूसरी बार शुरू हुई भर्ती
SI भर्ती परीक्षा की प्रक्रिया जून 2022 में शुरू हुई और 8 सितंबर 2023 तक चली। इस दौरान शारीरिक नापजोख जून-जुलाई 2022 में हुआ। प्रारंभिक परीक्षा 29 जनवरी 2023 को आयोजित की गई। मुख्य परीक्षा 26 मई से 29 मई 2023 तक हुई। इसके बाद शारीरिक दक्षता परीक्षा 18 से 30 जुलाई 2023 के बीच आयोजित की गई। अंत में इंटरव्यू 17 अगस्त से 8 सितंबर 2023 के बीच लिया गया। परीक्षा को पूरा हुए 1 साल से अधिक हो गया। इस बीच 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में फिर सरकार बदल गई। भाजपा ने फिर से सरकार बनाई, लेकिन अब तक परीक्षा के परीणाम जारी नहीं हुए। सरकार बनते ही अभ्यर्थियों ने गृहमंत्री विजय शर्मा से मुलाकात भी की थी।
SI भर्ती परीक्षा का मामला ऐसे पहुंचा कोर्ट
29 जनवरी 2023 को प्रारंभिक परीक्षा के बाद 16 मई, 2023 को मुख्य परीक्षा के लिए योग्य उम्मीदवारों की सूची जारी की गई, जिसमें 370 महिला अभ्यर्थियों का चयन हुआ। इस चयन के बाद जो अभ्यर्थी मेरिट सूची में नहीं आए उन्होंने हाईकोर्ट में याचिकाएं दायर कीं, जिसमें भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताओं और नियमों के उल्लंघन के आरोप लगाए गए। याचिका में कहा गया कि 975 पदों में से 247 प्लाटून कमांडर के थे और मेरिट सूची में 20 गुना अभ्यर्थियों का होना आवश्यक था, जबकि सूची में 6,013 महिला उम्मीदवारों के नाम शामिल थे। 20 मई, 2024 को बिलासपुर हाईकोर्ट ने आदेश दिया कि प्लाटून कमांडर की भर्ती में महिलाओं को शामिल करना गलत था और उनकी जगह पुरुषों को शामिल करने का निर्देश दिया था। हालांकि कोर्ट के आदेश के पांच महीने बाद भी अंतिम परिणाम जारी नहीं हुआ, जिससे अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन और अनशन भी किया।
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*लालच बुरी बलाः साइबर क्राइम से बचने जागरुकता जरूरीः IG गर्ग बोले- लॉटरी, गिफ्ट, पैसा डबल करने, शेयर इन्वेस्टमेंट और ऑनलाइन छूट के प्रलोभन में बिल्कुल भी न फंसे*
भिलाई. न्यूजअप इंडिया
आज के दौर में सभी लोग इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं, जिसके चलते सारा डेटा इंटरनेट पर स्टोरेज रहता है। हैकर्स इसी डाटा को प्राप्त कर लिंक के माध्यम से लोक लुभावनी लाटरी, गिफ्ट, पैसा डबल करने, शेयर इन्वेस्टमेंट, आनलाइन छूट का लालच देते हैं। ठग अनजान लिंक पर क्लिक कराकर पूरी डिटेल पाते हैं और धोखाधड़ी कर लेते हैं। साइबर स्टाकिंग, फेक अकाउंटस, बाडी शेमिंग, डी फेक, सोशल एक्सक्लूसन, आनलाइन सेक्चुअल एक्सटोर्न, चाइल्ड पोर्नग्राफी, हनी ट्रैप आदि साइबर क्राइम से बचने के लिए जागरुकता जरूरी है। सावधानी से ऐसे फ्राड से बच सकते हैं। उक्त बातें दुर्ग पुलिस महानिरीक्षक रामगोपाल गर्ग ने कही।
प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में IG रामगोपाल गर्ग ने बताया कि हैकर्स जानी मानी कंपनियों की सोशल एकाउंट से मिलती जुलती एकाउंट बनाते है। लोग जल्दबाजी में उस पर ध्यान नहीं देते और आई हुई लिंक पर क्लिक कर देते है। सर्च इंजन पर भी हम हेल्पलाइन नंबर ढूंढते हैं। फेक नंबरों पर क्लिक करने से फोन में मौजूद पूरा डेटा उन तक पहुंच जाता है और वह लोग साइबर ठगी, धोखाधड़ी और ब्लैकमेलिंग के शिकार हो जाते हैं। उन्होंने साइबर अपराध से बचने ई-मेल आईडी, पासवर्ड व सोशल एकाउंट पासवर्ड पर टू स्टेप सिक्योरिटी लगाने की बात कही। इसी के साथ ही लोगों से पासवर्ड के रूप में जन्मतिथि व शादी की सालगिरह की डेट न डालने की बात कही। उन्होंने समय-समय पर पासवर्ड बदलते रहने की बात कही ताकि साइबर ठगों से बचा जा सके।
हमारी सोच हमेशा पॉजिटिव होनी चाहिए
IG गर्ग ने कहा कि समाज में कोई भी व्यक्ति परफेक्ट नहीं है। हमारी सोच पॉजिटिव होनी चाहिए। सीखने की इच्छा हमेशा होनी चाहिए। आईजी ने कहा कि लालच फ्राड होने का सबसे बड़ा कारण बनता है। अभी तक छत्तीसगढ़ में जितने भी साइबर अपराध हुए हैं, उसमें छत्तीसगढ़ के लोगों की संलिप्तता नहीं के बराबर है। दूसरे राज्यों के लोगों की सक्रियता इसमें ज्यादा है। अनजान नंबर से फोन आए और परेशानी का हवाला देकर ठगी करे तो फोन काट दें। अपने परिचतों को फोन करें। सायबर फ्राड से बचने अलर्ट रहना जरूरी है। आईजी गर्ग ने कहा कि ठग पहले आपका भरोसा जीते हैं उसके बाद बड़ा फ्रॉड करते हैं। फ्रॉड आपके डर का फायदा उठाते हैं। किसी भी तरह के साइबर होने पर अपराध की सूचना 1930 या थानों पर जरूर दें। उन्होंने बताया कि पढ़े-लिखे लोग ही ठगी के ज्यादा शिकार हो रहे हैं। दुर्ग जिले के साथ ही संभाग में साइबर प्रहरी अभियान भी चला रहे हैं।
पूरी दुनिया इंटरनेट पर कनेक्ट, लेकिन सुरक्षा हमारे हाथ
एसपी जितेंद्र शुक्ला ने कहा कि पैसा आसानी से नहीं बनता। पैसा कमाने के लिए मेहनत करना पड़ता है। कोई भी आदमी मुफ्त में पैसा नहीं देता। जितने भी फ्रॉड हो रहे हैं यह सब लालच का ही परिणाम है। एसपी ने कहा कि अगर साइबर अपराध हुआ है तो जितनी जल्दी थाना में सूचना देंगे अपराध को रोका जा सकता है। देरी करने पर ऑनलाइन ठगी की रकम को लीगल प्रूफ करने में दिक्कत होती है। एसपी जितेंद्र शुक्ला ने कहा पूरी दुनिया इंटरनेट पर कनेक्ट है, लेकिन सुरक्षा हमारे हाथ में है। एडिशनल एसपी दुर्ग अभिषेक झा ने कहा कि साइबर क्राइम की मुख्य वजह लालच और अज्ञानता है। डॉक्टर, इंजीनियर सहित कई ऊंचे ओहदे पर बैठे लोग कम समय में ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में साइबर क्राइम के शिकार होते जा रहे हैं। लालच पर जितना नियंत्रण रखा जाएगा, उतना ही ठगी का शिकार होने से बच सकते हैं। कार्यक्रम में खिलावन सिंह चौहान, आनंद ओझा सहित पत्रकारों ने अतिथियों का शॉल और मोमेंटो देकर सम्मान किया।
प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में यह रहे मौजूद
इस अवसर पर साइबर प्रहरी के नोडल अधिकारी प्रशांत शुक्ला, नोडल अधिकारी संकल्प राय, संपादक योगेश दुबे, संपादक देवेन्द्र गोस्वामी, ब्यूरो चीफ आलोक तिवारी, संपादक योगेश गुप्ता, वरिष्ठ पत्रकार संदीप दीवान, राजेन्द्र गोस्वामी, राधा मोहन मिश्रा, आरबी केसरवानी, आनंद नारायण ओझा, कोमल धनेसर, रमेश भगत, जाकीर हुसैन, मनेन्द्र पटेल, मो फारुक, हरप्रीत भाटिया, सतीश बौद्ध, विजय दुबे, निलेश त्रिपाठी, दिनेश चौहान, राजकुमार आर्य, संतोष तिवारी, उमेश पासवान, संजय श्रीवास्तव, शैलेन्द्र खरे, अभिषेक, श्रीकांत, सीमांत कश्यप, सचिन मोरे, संजय सिंह, खुशवंत, संगीता मिश्रा, शाहीन खान, मनीषा सिंह, दीपमाला, भारती, अनिता मिश्रा, एश्वर्या सिहं, शिवेन्द्र शिंदे, दीपक मिश्रा, प्रदीप राव, अतुल शर्मा, संतोष शर्मा, गौकरण निषाद, योगेश वर्मा, विजय दुबे, सोलोमन आदि मौजदू रहे।