स्मार्टफोन हमारी लाइफ का हिस्सा बन चुका है. आप इसे अपने पास पूरा टाइम रखते हैं. चाहें पर्सनल काम के लिए हो या फिर ऑफिशियल. इससे दूर शायद ही आप रह पाते हों. लेकिन क्या आपको पता है कि आपका फोन आपकी सारी बाते सुन रहा है? नहीं ना…ग्लोबली लोग Apple के iOS या फिर Google के Android फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं. ये आपकी सीक्रेट बाते भी सुन सकते हैं. क्योंकि कई स्मार्टफोन अब Voice Assistant AI फीचर्स से लैस हैं, जो हमारी वॉयस कमांड पर काम करते हैं. हम जैसा पूछते हैं वो उसका जवाब भी देता है. अगर आप नहीं चाहते कि आपका फोन आपकी सारी बातें सुन तो हम आपको कुछ सेटिंग्स बताएंगे, जिसे ऑन-ऑफ करने के बाद ये परेशानी नहीं आएगी।
गूगल अपने यूजर्स को काफी सारे फीचर्स ऑफर करता है. कुछ फीचर्स सामने दिखते हैं. लेकिन, काफी सारे हिडन होते हैं. ऐसे ही कुछ फीचर्स डेटा और प्राइवेसी से जुड़े हुए हैं. आपके गूगल अकाउंट में ऐसा ही हिडन फीचर होता है जो आपकी वेब एंड ऐप एक्टिविटी से ऑडियो रिकॉर्डिंग्स कलेक्ट करता है. एक तरह से इसे ऐसे भी कहा गूगल आपकी बातें सुनता है. गूगल का कहना है कि वे केवल कमांड्स को सुनने और मार्केटिंग एफर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए ऐसा कर रहे हैं. लेकिन ये एक तरह से ये आपकी प्राइवेसी का उल्लंघन है. क्योंकि, काफी सारे लोगों को ये मालूम भी नहीं होता कि गूगल, असिस्टेंट और बाकी ऐप्स के साथ आपकी बातचीत को रिकॉर्ड करता है. सबसे खतरनाक बात ये है कि अगर कोई साइबर अपराधी आपके गूगल खाते या स्मार्ट डिवाइस को हैक कर लेता है, तो वह आपके स्टोर किए गए ऑडियो और वॉयस डेटा को भी एक्सेस कर सकता है। अच्छी बात ये है कि गूगल इसे डेटा एंड प्राइवेसी के अंदर कंट्रोल करने के लिए आप्शन भी देता है. इससे आप वॉयस एंड ऑडियो एक्टिविटी को ऑन या ऑफ कर सकते हैं. आइए जानते हैं इसके स्टेप्स।
अपनी वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि में ऑडियो रिकॉर्डिंग मैनेज करना
आपके पास यह चुनने का विकल्प होता है कि Google Search, Assistant, और Maps को बोलकर इस्तेमाल करने पर, आपकी आवाज़ और ऑडियो गतिविधि का जो डेटा आपके Google खाते में दर्ज होता है उसे Google के सर्वर पर सेव किया जाए या नहीं. Google आपकी आवाज़ और ऑडियो का इस्तेमाल, आवाज़ की पहचान करने वाली टेक्नोलॉजी और इनके आधार पर काम करने वाली अपनी सेवाओं को डेवलप करने और बेहतर बनाने में करता है. आवाज़ और ऑडियो गतिविधि से जुड़ी यह सेटिंग तब तक बंद रहती है, जब तक आप इसे चालू न करें। अन्य सेटिंग के आधार पर, ऑडियो रिकॉर्डिंग दूसरी जगहों पर भी सेव हो सकती हैं. जैसे कंप्यूटर AndroidiPhone और iPad पर भी सेव हो सकती हैं।
अन्य जगहें, जहां ऑडियो रिकॉर्डिंग सेव की जा सकती हैं
आवाज़ और ऑडियो गतिविधि की इस सेटिंग से, इन पर कोई असर नहीं पड़ता:
* Google Voice और YouTube जैसी, Google की सेवाओं पर सेव और मैनेज किए जाने वाले ऑडियो.
* आपके निजी वॉइस मैच को सेट अप करने और बेहतर बनाने या आपके डिवाइस पर मौजूद आवाज़ की पहचान करने वाली टेक्नोलॉजी को, आपकी पसंद के मुताबिक बनाने के मकसद से, डिवाइस पर सेव किए गए ऑडियो.
* आवाज़ की पहचान करने वाली टेक्नोलॉजी को बेहतर बनाने के लिए, मशीन लर्निंग की ऐसी प्रोसेस इस्तेमाल की जा सकती हैं जिन पर यह सेटिंग लागू नहीं होती. ऐसा करने के लिए, उपयोगकर्ता के डिवाइस पर फ़ेडरेटेड लर्निंग या इफ़ेमरल लर्निंग का इस्तेमाल किया जाता है।
वॉयस एंड ऑडियो एक्टिविटी को ऐसे करें ऑफ
* सबसे पहले अपने एंड्रॉयड फोन या टैबलेट में सेटिंग्स ऐप ओपन करें फिर Google पर जाएं।
* इसके बाद Manage your Google account पर क्लिक करें।
* फिर Data & privacy पर जाएं।
* इसके बाद History settings के अंदर Web & App Activity पर टैप करें।
*.फिर Include voice and audio activity बॉक्स को अनचेक कर दें।
आवाज़ और ऑडियो गतिविधि से जुड़ी इस सेटिंग के बारे में जानकारी
जब Google की सेवाओं को बोलकर इस्तेमाल किया जाता है, तब Google आवाज़ की पहचान करने वाली अपनी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करता है. वह इनकी मदद से आपके ऑडियो को प्रोसेस करता है और जवाब देता है. उदाहरण के लिए, बोलकर खोजने के लिए जब माइक आइकॉन को टच किया जाता है, तब आवाज़ की पहचान करने वाली Google की टेक्नोलॉजी, आपकी कही बातों को शब्दों और वाक्यांशों में बदल देती है. इसके बाद, Search इन शब्दों और वाक्यांशों को इंडेक्स में ढूंढता है और आपको सबसे काम के खोज नतीजे दिखाता है. वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि की सेटिंग चालू होने पर, Google की साइटों, ऐप्लिकेशन, और आपके Google खाते से जुड़ी सेवाओं पर हुई आपकी गतिविधि के डेटा को Google के सर्वर पर किया जाता है. इसमें आपकी गतिविधियों से जुड़ी अन्य जानकारी भी शामिल हो सकती है. जैसे, जगह की जानकारी. हालांकि, हो सकता है कि कुछ गतिविधियों का डेटा सेव न हो. आवाज़ और ऑडियो गतिविधि की इस वैकल्पिक सेटिंग की मदद से, Google Search, Assistant, और Maps को बोलकर इस्तेमाल करने पर भी, वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि की मदद से ऑडियो रिकॉर्डिंग सेव की जा सकती हैं. आवाज़ और ऑडियो गतिविधि से जुड़ी यह सेटिंग तब तक बंद रहती है, जब तक आप इसे चालू न करें. यह सेटिंग उन सभी मामलों में लागू होती है जहां आपने Search, Assistant, और Maps में साइन इन किया है. उदाहरण के लिए, अगर आपने Google Assistant ऐप्लिकेशन और Google Home स्मार्ट स्पीकर पर, Assistant के लिए साइन इन किया है, तो यह सेटिंग दोनों के लिए लागू होगी।
ऑडियो रिकॉर्डिंग किस तरह इस्तेमाल की जाती हैं
इस सेटिंग के चालू होने पर Google, सेव किए गए ऑडियो का इस्तेमाल, आवाज़ की पहचान करने वाली अपनी टेक्नोलॉजी और इन टेक्नोलॉजी पर आधारित अपनी सेवाओं को डेवलप करने और बेहतर बनाने में करता है. इनमें Google Assistant जैसी सेवाएं शामिल हैं।
* ऑडियो रिकॉर्डिंग की समीक्षा करने का तरीका
* आवाज़ की पहचान करने वाली टेक्नोलॉजी
* जब आवाज़ और ऑडियो गतिविधि से जुड़ी यह सेटिंग चालू हो
* जब आवाज़ और ऑडियो गतिविधि से जुड़ी यह सेटिंग बंद हो
गूगल के मुताबिक, जब ये वॉयस और ऑडियो एक्टिविटी सेटिंग बंद होती है, तो Google Search, Assistant और Maps के साथ किए गए इंटरैक्शन से मिले वॉयस इनपुट्स आपके Google अकाउंट्स में सेव नहीं होंगी, भले ही आपने साइन इन किया हो।
(डिस्क्लेमर- यह खबर कई मीडिया रिपोर्ट के आधार पर बनाई गई है. ऐसी किसी भी वेबसाइट पर विजिट करने से पहले आप रिसर्च खुद करें. हम इन वेबसाइट का प्रमोशन नहीं कर रहे हैं.)