रोटी, कपड़ा और मकान जीवन की मूलभूत चीजें हैं। इन तीनों के बिना जीवन अधूरा है। लेकिन इनमें सबसे जरूरी चीज है रोटी। अगर वह नहीं खाएंगे तो इंसान समय से पहले ही मर जाएगा। बनते बिगड़ते हालातों के बीच में कोई भूख से मर रहा है तो कोई दूषित भोजन से मर रहा है। लोगों को इस बारे में जागरूक करने के लिए हर साल 07 जून को खाद्य सुरक्षा दिवस मनाया जाता है। 2019 में इसकी शुरुआत हुई थी। इस दिन को सेलिब्रेट करने के तौर पर हर साल एक थीम भी तैयार की जाती है। तो आइए जानते हैं क्यों यह विशेष दिन मनाया जाता है? क्या उद्देश्य है और किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
मानव शरीर के निर्माण में भोजन एक महत्वपूर्ण तत्व है। प्रकृति ने कई प्रकार के खाद्य पदार्थ बनाए हैं जो महत्वपूर्ण और आवश्यक पोषक तत्वों से युक्त कोशिकाओं और शरीर के ऊतकों के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण हैं, इसलिए शरीर को ऊर्जा प्राप्त करने के लिए पर्याप्त मात्रा में भोजन करने की आवश्यकता होती है। हर साल दुनिया भर में 7 जून के दिन विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस world food safety day मनाया जाता है। अनुमानित 600 मिलियन – दुनिया में 10 में से लगभग 1 व्यक्ति – दूषित भोजन खाने के बाद बीमार पड़ते हैं और हर साल 420000 लोग मर जाते हैं , जिसके परिणामस्वरूप 33 मिलियन स्वस्थ जीवन वर्ष (DALYs) का नुकसान होता है।
क्यों मनाया जाता है? खाद्य सुरक्षा दिवस उद्देश्य
प्रतिदिन लोग कई सारे खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं। खाद्य सुरक्षा द्वारा यह तय किया जाता है कि खाद्य पदार्थ को खाने से पहले उसके उत्पादन, प्रसंस्करण, भंडारण, वितरण, तैयारी तक खाद्य शृंखला का हर चरण लोगों की सेहत के लिहाज से सुरक्षित हो। इसी उद्देश्य के साथ प्रतिवर्ष लोगों को जागरूक करने के लिए विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है। खाद्य सुरक्षा यह निर्धारित करती है कि धरती पर रहने वाले हर व्यक्ति को अच्छा आहार मिले ताकि किसी की सेहत प्रभावित न हो, सभी स्वस्थ जीवन जी सकें। आज भी कई सारे देशों में लोगों को ऐसा भोजन मिलता है जिसकी गुणवत्ता का कोई स्तर नहीं होता है। यह आहार लोगों को बीमार करता है जो कि पूरे विश्व के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है। विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाने का एक उद्देश्य यह भी है कि जनता को खाने की क्वालिटी के बारे में जागरूक करना। हम अक्सर बाहर का खाना, स्ट्रीट फ़ूड आदि कंज़्यूम करते हैं। ऐसे खाने में इस्तेमाल होने वाला तेल, सब्ज़ियाँ, मैदा, आटा और अन्य रॉ मटेरियल अच्छी क्वालिटी का नहीं होता है। कई बार यह खाना फ्रेश नहीं होता, जिस वजह से हम बीमार पड़ जाते हैं। आईये जानते हैं WHO के आँकड़े क्या कहते हैं –
* वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक खराब खाने के कारण एक दिन में करीब 16 लाख लोग बीमार होते हैं।
* हर रोज़ पांच साल से कम उम्र के 340 बच्चे खराब क्वालिटी वाले खाने की वजह से अपनी जान गंवा देते हैं।
* WHO के अनुसार डायरिया और कैंसर सहित करीब 200 बीमारियां ऐसी हैं जो अनसेफ फूड यानि की खराब खाने के कारण होती हैं।
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस का इतिहास
यह छटवां वर्ष है जब विश्व इस दिन का आयोजन होने जा रहा है। साल 2018 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाने की घोषणा की गई और तभी से प्रतिवर्ष 07 जून को इस दिन का आयोजन किया जाने लगा। कोरोना महामारी के कारण पिछले कुछ वर्ष इस दिन का आयोजन ऑनलाइन ही किया गया था।
वर्ल्ड फ़ूड सेफ्टी डे 2024 की थीम
हर साल UN फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गनाइजेशन (FAO) एक थीम निर्धारित करता है जिसके तहत विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाया जाता है। World Food Safety Day 2024 की थीम है, ‘सुरक्षित भोजन बेहतर स्वास्थ्य’
खराब खाद्य सामग्री से 42 लाख लोगों की होती है मृत्यु
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, दूषित खाद्य या बैक्टीरिया युक्त खाद्य से हर साल 10 में से एक व्यक्ति बीमार होता है। दुनियाभर में बीमारों का यह आंकड़ा लगभग 60 करोड़ पार है जिसमें से 42 लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है। मृत्यु के इस आंकड़े को कम करने के लिए ही खाद्य सामग्रियों की गुणवत्ता के प्रति विशेष ध्यान दिया जाता है।
खाद्य सुरक्षा के लिए भारत ने किये हैं ये काम
संयुक्त राष्ट्र द्वारा खाद्य और कृषि संगठन तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए नामित किया गया है। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण द्वारा सुरक्षित खाद्य उपलब्ध करवाने के लिए पहला राज्य खाद्य सुरक्षा इंडेक्स विकसित किया गया है। खाद्य तेल और घी में हुई मिलावट के बारे में एक मिनट से कम समय में पता लगाने के लिए विशेष उपकरण ‘रमन 1.0’ को भी क्रिया में लाया गया है।
खाद्य सुरक्षा में FDA की क्या भूमिका है?
एफडीए यह सुनिश्चित करता है कि लोग खाना बनाने में स्वच्छता का ध्यान रख रहे हैं या नहीं। साथ ही जनता के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और उसकी रक्षा के लिए एफडीए काम करता है। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार विश्व में 10 में से 1 प्रतिशत लोग दूषित खाने के कारण बीमार पड़ते हैं।
वर्ल्ड फ़ूड सेफ्टी डे क्यों मनाया जाता है?
वर्ल्ड फ़ूड सेफ्टी डे मनाने के कई कारण हैं :
* इस दिन के बहाने लोगों को खाने के कारण होने वाली बीमारियों के बारे में बताया जाता है।
* यह दिवस लोगों को याद दिलाता है कि शुद्ध और सुरक्षित भोजन सभी लोगों का अधिकार है।
* इस दिवस का उद्देश्य लोगों को खाद्य सुरक्षा के विषयों के बारे में शिक्षित करना और सुरक्षित भोजन तक सभी लोगों की पहुँच को सुनिश्चित करना भी होता है।
वर्ल्ड फ़ूड सेफ्टी डे कैसे मनाया जाता है?
निम्नलिखित तरीकों से मनाया जाता है :
* इस दिन खाद्य सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए जागरूकता रैली निकाली जाती है।
* इस दिन लोगों को खाद्य सुरक्षा के बारे में सिखाने के लिए कार्यशालाएं और सेमीनार आयोजित किए जाते हैं।
* खाद्य सुरक्षा के बारे में सुरक्षा बढ़ाने के मामले में टेलीविज़न, रेडियो और सोशल मीडिया का प्रयोग किया जाता है।
आप कैसे मना सकते हैं वर्ल्ड फ़ूड सेफ्टी डे?
आप निम्नलिखित तरीकों से वर्ल्ड फ़ूड सेफ्टी डे मना सकते हैं :
* खाद्य सुरक्षा की जानकारी प्राप्त करें और दूसरों को इस बारे में शिक्षित करें।
* सुरक्षित भोजन की आदतों का विकास करें।
*.आप सोशल मीडिया पर भी हैशटैग्स और पोस्टर्स का प्रयोग करके भी लोगों को खाद्य सुरक्षा के प्रति जागरूक बनाने का काम कर सकते हैं।
व्यक्तिगत स्तर पर कैसे फ़ूड सेफ्टी का ख्याल रखें?
व्यक्तिगत स्तर पर हम निम्नलिखित तरीकों से फ़ूड सेफ्टी का ख्याल रख सकते हैं –
* हमेशा धुली हुई सब्जियों का इस्तेमाल करें
* भोजन को ठीक से पकाएँ
* फूड एक्पायरी डेट जांच लें
* बहुत समय से बाहर रखे खाने को न खाएं
आओ अपने भोजन को अपनी दवा बनाएं, लोगों को किचन में वापस लाएं और प्रोसेस्ड फूड और फास्ट फूड की प्रवृत्ति का मुकाबला करें।