आंख हमारे शरीर का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। वहीं आज कल कम उम्र में ही आंखों की रोशनी कमजोर हो रही है। कम उम्र के बच्चे भी चश्मा लगाने को मजबूर हैं। हालांकि आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए कुछ फूड्स ऐसे हैं जिनका सेवन करने से आपको फायदा मिल सकता है। आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए आप मोरिंगा का इस्तेमाल कर सकते हैं. मोरिंगा रेटिना वाहिकाओं के फैलाव, केशिका झिल्ली को मोटा करने और रेटिना की शिथिलता को रोक सकता है।
आज की हमारी लाइफ डिजिटल उपकरणों के बहुत ज्यादा इस्तेमाल पर निर्भर हो गई है. ये हमारे काम तो आसान बनाते हैं. लेकिन इसके साथ जो एक समस्या है वो है आंखों के कमजोर होने की. दरअसल डिजिटल उपकरणों के बहुत ज्यादा इस्तेमाल और बहुत अधिक लाइट के संपर्क में आने से आंखों में तनाव पड़ता है. जिसके चलते आंखों की रोशनी काफी कमजोर हो रही है. इसके अलावा हमारी डाइट भी एक कारण है. असल में हमारे शरीर को जैसे हेल्दी रखने के लिए पोषण से भरपूर चीजों को डाइट में शामिल करने की जरूरत होती है ठीक उसी तरह पोषण से भरपूर चीजें हमारी आंखों को हेल्दी रखने में भी मददगार है. अगर आप भी अपनी कमजोर आंखों की समस्या से परेशान हैं और आंखों को हेल्दी रखना चाहते हैं तो आप इस जड़ी-बूटी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
मोरिंगा का करें इस्तेमाल
आंखों की रोशनी को बढ़ाने के लिए आप मोरिंगा के पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं. मोरिंगा के पौधे के कई नाम हैं जैसे चमत्कारी पेड़, बेन तेल का पेड़, सहजन का पेड़ आदि. मोरिंगा को औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है. आपको बता दें कि मोरिंगा एंटीऑक्सीडेंट, कैल्शियम और मैग्नीशियम से भरपूर है जो आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मददगार है. मोरिंगा रेटिना वाहिकाओं के फैलाव, केशिका झिल्ली को मोटा करने और रेटिना की शिथिलता को रोक सकता है।
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए कैसे करें मोरिंगा का इस्तेमाल
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए आप मोरिंगा का इस्तेमाल कर सकते हैं. मोरिंगा का स्वाद काफी कड़वा होता है इसमें थोड़ी कड़वाहट और घास जैसा स्वाद होता है. इसलिए अगर आप इसका ऐसे इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं तो आप इसमें शहद और नींबू का रस एड कर सकते हैं. मोरिंगा के पाउडर को पानी में मिलाकर पीने से आंखों की रोशनी बढ़ाने के साथ शरीर को कई अन्य फायदे मिल सकते हैं।
गाजर-सहजन का जूस है फायदेमंद
गाजर में बीटा कैरोटीन होता है जो शरीर में विटामिन ए में बदल जाता है,जो आंखों के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही जरूरी है। विटामिन ए की कमी होने पर आंखों की रोशनी खराब होती है। इससे ड्राई आंखों की समस्या भी हो जाती है। वहीं सहजन में भी विटामिन ए भरपूर मात्रा में होती है जो साफ दृष्टि और आंखों की समस्याओं को रोकता है। यह आंखों को फ्री रेडिकल्स से बचाता है। यह कॉर्निया को साफ रखने में मदद करता है।
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए कैसे करें गाजर-सहजन का इस्तेमाल
सहजन की फलियां करीब 200 ग्राम, आधा चुकंदर, 2 गाजर, काला नमक-स्वादानुसार, काली मिर्च-एक चुटकी ले लें अब सबसे पहले सहजन की फलियों को धोकर काट लें। चुकंदर और गाजर को भी टुकड़ों में काट लें। अब एक पतीला पानी गैस पर चढ़ा दें। इसमें फलियां, गाजर, चुकंदर डालकर गैस पर उबालने के लिए छोड़ दें। 20 मिनट तक उबालने के बाद गैस बंद कर दें और पतीले को ठंडा होने का इंतजार करें। जब ये हल्का ठंडा हो जाए तो इन सभी सामग्रियों को निकाल कर रस निकाल लें। इस रस में बचे हुए उबले पानी को मिक्स कर लें। गिलास में निकाल कर काला नमक, चाट मसाला और काली मिर्च पाउडर मिलाएं। बस तैयार है आपका गाजर और सहजन का जूस, अब इसका आनंद लें।
इन पत्तियों में विटामिन ए की उच्च सांद्रता होती है, जो रतौंधी को दूर करने और इष्टतम दृष्टि बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। मोरिंगा ओलीफेरा की पत्तियों का नियमित सेवन, या तो पूरी पत्तियों के रूप में या पाउडर के रूप में, स्वस्थ आंखों को समर्थन देने के लिए आवश्यक विटामिन ए प्रदान कर सकता है और संभावित रूप से मोतियाबिंद जैसी स्थितियों की शुरुआत में देरी कर सकता है।
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)