अंतर्राष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस प्रतिवर्ष 12 दिसंबर को मनाया जाता है। इस दिन की स्थापना संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा यह सुनिश्चित करने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए की गई थी। ताकि सभी लोगों को वित्तीय कठिनाई का सामना किए बिना आवश्यक, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच प्राप्त हो।
अंतर्राष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस (Universal Health Coverage Day) हर वर्ष 12 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिन विश्व भर में स्वास्थ्य सेवाओं को सभी के लिए सुलभ और किफायती बनाने की आवश्यकता पर जोर देता है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक व्यक्ति, चाहे वह किसी भी आय, जाति, लिंग, भौगोलिक क्षेत्र या सामाजिक स्थिति से हो, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ बिना किसी आर्थिक कठिनाई के उठा सके। यह दिन हमें याद दिलाता है कि स्वस्थ समाज ही एक मजबूत और खुशहाल भविष्य की नींव रख सकता है।
अंतर्राष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस क्यों मनाया जाता है?
अंतर्राष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस अधिवक्ताओं, नीति निर्माताओं, स्वास्थ्य पेशेवरों और समुदायों को एक साथ आने, अनुभव साझा करने और यूएचसी के महत्व को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है। यह व्यापक विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में सुलभ और किफायती स्वास्थ्य सेवाओं की भूमिका पर प्रकाश डालता है।
अंतर्राष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस 2025 थीम क्या है?
अंतर्राष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस 2025 की थीम “We’re sick of it! यानी अस्वीकार्य स्वास्थ्य खर्च? हम इससे तंग आ चुके हैं!” है, जो स्वास्थ्य सेवाओं पर अत्यधिक खर्च के कारण लोगों की परेशानी को उजागर करती है और किफायती स्वास्थ्य देखभाल पर जोर देती है, ताकि कोई भी व्यक्ति इलाज के लिए अपनी बुनियादी जरूरतों से समझौता न करे, खासकर भोजन या शिक्षा के लिए।
थीम का मुख्य संदेश:
अस्वीकार्य स्वास्थ्य खर्च: कई देशों में लोग स्वास्थ्य सेवाओं पर इतना खर्च कर रहे हैं कि उन्हें खाने-पीने या शिक्षा जैसी जरूरी चीजें छोड़नी पड़ रही हैं, और इस स्थिति से छुटकारा पाना जरूरी है।
किफायती स्वास्थ्य सेवा: इस थीम का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि अस्पताल की फीस, दवाइयों या जांचों का खर्च इतना हो कि आम आदमी उसे आसानी से वहन कर सके।
अंतर्राष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस की शुरुआत कब हुई?
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दिसंबर 2017 में संकल्प ए/आरईएस/72/138 के माध्यम से आधिकारिक तौर पर 12 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस के रूप में समर्थन दिया। यह संकल्प सतत विकास के लिए 2030 एजेंडा के हिस्से के रूप में सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज प्राप्त करने की वैश्विक प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज का महत्व क्या है?
सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज का अर्थ है कि सभी व्यक्तियों और समुदायों को वित्तीय कठिनाई के बिना आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त हों। इसमें रोकथाम, उपचार, पुनर्वास और उपशामक देखभाल सहित कई प्रकार की सेवाएँ शामिल हैं। लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि हर किसी को, उनकी आर्थिक या सामाजिक स्थिति की परवाह किए बिना, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच प्राप्त हो।
अंतर्राष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज का अर्थ
सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (UHC) का मतलब है कि हर व्यक्ति को समय पर, गुणवत्तापूर्ण और आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएँ मिलें—जैसे
* उपचार सेवाएँ
* रोकथाम संबंधी देखभाल
* टीकाकरण
* प्रसूति और शिशु देखभाल
* आपातकालीन चिकित्सा सेवा
* मानसिक स्वास्थ्य देखभाल
इन सभी सेवाओं का उपलब्ध होना सामाजिक न्याय और मानव विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है।
अंतर्राष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस के प्रमुख उद्देश्य
इस दिवस को मनाने का मुख्य लक्ष्य स्वास्थ्य सेवाओं तक समान अवसर प्रदान करने के संदेश को अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाना है। साथ ही सरकारों, स्वास्थ्य संस्थानों और नागरिकों को जागरूक करना है कि स्वास्थ्य पर होने वाला अत्यधिक खर्च दुनिया के लाखों लोगों को गरीबी की ओर धकेल देता है, इसलिए स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत और किफायती बनाना अनिवार्य है।
* सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराना।
* स्वास्थ्य क्षेत्र में होने वाली असमानताओं को समाप्त करना।
* स्वास्थ्य खर्चों के कारण गरीबी से बचाव।
* सरकारों और संगठनों को स्वास्थ्य में अधिक निवेश के लिए प्रेरित करना।
* मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों के महत्व को बढ़ावा देना।
* महामारी और आपातकाल के समय मजबूत स्वास्थ्य प्रणाली का निर्माण।
सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) क्या है?
सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज एसडीजी के लक्ष्य 3 से निकटता से जुड़ा हुआ है, जिसका उद्देश्य स्वस्थ जीवन सुनिश्चित करना और सभी के लिए कल्याण को बढ़ावा देना है। यूएचसी हासिल करने से गरीबी कम करने, लैंगिक समानता को बढ़ावा देने और समग्र सामाजिक कल्याण में सुधार करने में योगदान मिलता है।
अंतर्राष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस से संबंधित कार्यक्रम और गतिविधियां
अंतर्राष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस पर, दुनिया भर में विभिन्न कार्यक्रम और गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं। इनमें यूएचसी के महत्व पर जोर देने और इसके कार्यान्वयन के लिए रणनीतियों पर चर्चा करने के लिए सेमिनार, सम्मेलन, कार्यशालाएं और जागरूकता अभियान शामिल हो सकते हैं। यह दिन सरकारों, नागरिक समाज संगठनों और अंतर्राष्ट्रीय भागीदारों को चुनौतियों से पार पाने और सभी के लिए स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए सहयोगात्मक रूप से काम करने के लिए प्रोत्साहित करके सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज प्राप्त करने की वैश्विक प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।
भारत में सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज की पहल
भारत ने पिछले कुछ वर्षों में UHC को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
आयुष्मान भारत योजना: यह दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सुरक्षा योजनाओं में से एक है, जो कमजोर परिवारों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराती है।
जन आरोग्य अभियान: स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को गाँव-गाँव तक पहुँचाया जा रहा है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन: ग्रामीण और शहरी स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयास।
टीकाकरण कार्यक्रम: मिशन इंद्रधनुष और अन्य टीकाकरण अभियानों के माध्यम से लाखों बच्चों और माताओं को सुरक्षा प्रदान की जा रही है।
इस दिन को सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज के महत्व पर जोर देने और देश की स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में चल रहे प्रयासों और चुनौतियों को उजागर करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों, चर्चाओं और जागरूकता अभियानों द्वारा चिह्नित किया जाता है।अंतर्राष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस इस विचार को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है कि स्वास्थ्य एक मानव अधिकार है और यह सुनिश्चित करने के प्रयास किए जाने चाहिए कि हर किसी को वित्तीय कठिनाई का सामना किए बिना आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच प्राप्त हो।
सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज क्यों आवश्यक है?
आर्थिक स्थिरता के लिए – जब लोग अपने स्वास्थ्य खर्चों से टूट जाते हैं, तो परिवार गरीबी में फँस जाते हैं।
सामाजिक समानता के लिए – अमीर और गरीब दोनों को समान स्वास्थ्य अधिकार मिलना चाहिए।
राष्ट्रीय विकास के लिए – स्वस्थ नागरिक देश की प्रगति में योगदान करते हैं।
महामारी से सुरक्षा के लिए – एक मजबूत स्वास्थ्य प्रणाली होने से समाज संकट से बेहतर तरीके से निकल सकता है।
मानवाधिकार की पूर्ति – स्वास्थ्य सेवा हर व्यक्ति का मूल अधिकार है।
अंतर्राष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस पर हम क्या कर सकते हैं?
* स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता फैलाएँ।
* स्वच्छता और पोषण का ध्यान रखें।
* सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ उठाएँ।
* परिवार और समाज में स्वास्थ्य से जुड़े मिथकों को दूर करें।
* स्वास्थ्य कर्मियों और संगठनों का सहयोग करें।
अंतर्राष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस हमें यह संदेश देता है कि एक समान और न्यायपूर्ण समाज का निर्माण तभी संभव है जब स्वास्थ्य सेवाएँ सभी के लिए उपलब्ध हों। एक स्वस्थ दुनिया ही विकास, शांति और सामाजिक न्याय का प्रतीक है। इसलिए आवश्यक है कि हम स्वास्थ्य अधिकारों की रक्षा करें और एक मजबूत स्वास्थ्य प्रणाली के निर्माण में योगदान दें।
अंतर्राष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस 2025 हमें याद दिलाता है कि स्वस्थ समाज ही समृद्ध भविष्य की आधारशिला है। यह दिवस केवल स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता का प्रतीक नहीं, बल्कि समानता, गरिमा और मानवाधिकारों की पुष्टि भी है। आज, जब दुनिया अनेक स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना कर रही है, तब आवश्यक है कि हम प्रत्येक व्यक्ति तक गुणवत्तापूर्ण, सुलभ और किफ़ायती स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचाने के वैश्विक संकल्प को और मजबूत करें। सरकारों, स्वास्थ्य संस्थानों, समुदायों और हर नागरिक की संयुक्त भागीदारी से ही सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज का लक्ष्य वास्तविक रूप ले सकता है। 2025 का यह अवसर हमें प्रेरित करता है कि हम समावेशी नीतियों, मज़बूत स्वास्थ्य प्रणालियों और सतत निवेश के माध्यम से ऐसा भविष्य बनाएँ जहाँ किसी का स्वास्थ्य उसकी आर्थिक स्थिति, भौगोलिक दूरी या सामाजिक पहचान पर निर्भर न हो।
एक स्वस्थ दुनिया के लिए — सभी के लिए स्वास्थ्य, सभी की भागीदारी, और किसी को पीछे न छोड़ने का संकल्प।



