हेल्दी रहने के लिए हैप्पी रहना जरूरी है और हैप्पी रहने के लिए हेल्दी होना. दोनों ही शब्द एक दूसरे के साथ चलते हैं. लेकिन हैप्पी आदमी होता क्यों है और क्यों दुखी हो जाता है. इसके पीछे बॉडी में मौजूद हार्मोन काम करते हैं. इन्हें हैप्पी हार्मोन कहा जाता है. यदि हार्मोन काम न करें तो व्यक्ति के मन में उदासी छाने लगती है और चेहरे पर मुस्कान नहीं दिखती. मूड में बदलाव के कारण यही हार्मोन हैं. अगर यह डिसबैलेंस हो जाए तो इसका हेल्थ पर बुरा असर दिखता है. जब हम खुश रहते हैं, तो नर्वस सिस्टम एंटी-स्ट्रेस हार्मोन जारी करती है। इससे रात में अच्छी नींद आती है। मष्तिष्क को आराम मिलता है। कई बार कुछ गलतियां हमें मेंटल तौर पर काफी अपसेट कर देती है। अगर आप भी खुश रहना चाहते हैं, तो सभी थैरेपीज़ और रेमिडीज़ को भूलकर इन हार्मोस के लेवल को बॉडी में बढ़ाने का करें प्रयास। जानें इन्हें बढ़ाने का तरीका और इनके फायदे भी।
अगर आप भी किसी ऐसे जादुई टॉनिक की तलाश में हैं, जो आपको दिनभर खुश रखे, बढ़ती उम्र के असर को कम करे और इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाए, तो शरीर में हैप्पी हार्मोंस का रिलीज़ होना बहुत ज़रूरी है। एंडोर्फिन, सेरोटोनिन और ऑक्सीटोसिन नाम के ये तत्व शरीर में अलग अलग कंडीशन में रिलीज़ होते है। शरीर में इन हार्मोंस को डाइट समेत कई तरीकों से बढ़ाया जा सकता है। अगर आप खुद को खुशहाल रखना चाहते हैं, तो इनकी वृद्धि बेहद ज़रूरी है। आइए जानते हैं, इंसान के शरीर में इन हार्मोंस का क्या है महत्व और शरीर में इन्हें बढ़ाने का तरीका क्या है।
क्या हैं हैप्पी हाॅर्मोन्स
शरीर में हार्मोन्स कई बदलावों के लिए जिम्मेदार होते हैं. ये हार्मोन्स बॉडी में अलग-अलग वक्त पर रिलीज होते हैं. व्यक्ति के शरीर में हार्मोन ब्लड स्ट्रीम के जरिए ट्रैवल करते हैं और दिमाग तक मैसेज पहुंचाते हैं. बॉडी में पॉजिटिव एनर्जी, अच्छे मूड, खुशी या प्यार की भावनाओं के लिए डोपामाइन, सेरोटोनिन, ऑक्सीटोसिन और एंडोर्फिन हार्मोन जिम्मेदार होते हैं. इन्हें हैप्पी हार्मोन कहते हैं. व्यक्ति का मूड अच्छा होना या खुशनुमा होना इन हार्मोन्स पर निर्भर करता है. आप हैप्पी हार्मोन्स को योग, मेडिटेशन, एक्सरसाइज, दोस्तों से मुलाकात, खाना बनाने जैसी कुछ तकनीकों के जरिए आसानी से बूस्ट कर सकते हैं. ये हैप्पी हार्मोन स्ट्रेस भी दूर कर देते हैं. यह हार्मोन एक तरह के कैमिकल्स होते हैं, जो शरीर में मौजूद कई तरह के ग्लैण्डस से बनते हैं। ये ब्लड सर्कुलेशन के ज़रिए शरीर के अंगों में पहुंचते हैं। ये हार्मोन कई शारीरिक प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का काम करते हैं। ये दो तरह के होते हैं तनाव बढ़ाने वाले और खुशी बढ़ाने वाले। तनाव बढ़ाने वाले हाॅर्मोन्स की अधिकता आपको दुखी और उदास करती है। जबकि हैप्पी हॉर्मोन्स आपके स्वास्थ्य, जीवन और प्रोडक्टिविटी के लिए फायदेमंद हैं। आइए जानते हैं, कि क्या हैं हैप्पी हाॅर्मोन्स और इन्हें किस तरह से शरीर में बढ़ाया जा सकता है।
1. ऑक्सीटोसिन
हार्मोन हमारे शरीर में हाइपोथैलेमिश से होता हुआ पीटयूरी ग्लैंड से ब्लड में जाता है। दरअसल, जब बच्चे का जन्म होता है, तो उस वक्त ये हार्मोन यूट्रस की मसल्स को संकुचित करने का काम करता है। इसके अलावा मां के शरीर में दूध उतरने में भी ये हाॅर्मोन्स मदद करता है। लव हार्मोंन के नाम से जाना जाने वाले इस हार्मोन को कडल हार्मोन भी कहा जाता है। दरअसल, जब दो लोग सेक्सुअली इंवाल्व होते हैं, तो उस समय ये रिलीज़ होता है। इसके अलावा एक दूसरे को किस करने, गले मिलने और हाथ पकड़ने से भी ये हार्मोन बढ़ने लगता है।
इस तरह बढ़ाएं ऑक्सीटोसिन का स्राव : रेगुलर एक्सरसाइज करें और शरीर को फिजिकली एक्टिव रखें। बॉडी मसाज या हैड मसाज से भी इसका स्तर बढ़ता है। जब आपका दिलो दिमाग शांत होता है, तो ये हार्मोन रिलीज़ होने जगता है। एक दूसरे से प्यार करने और गुड फील करने से इसका लेवल राइज़ होने लगता है।
कैसे मददगार है : हमारे माइंड में एकाग्रता बढ़ाने और आपको मोटिवेट करने में इस हाॅर्मोन्स की मदद मिलती है। इससे हमारे अंदर कॉफिडेंस की वृद्धि होती है और किसी नए चैलेंज को लेने से नहीं कतराते हैं।
2. एंडोर्फिन हार्मोन
जब शरीर के किसी भी अंग में दर्द का अनुभव होता है, तो उस कंडीशन में ये हार्मोन रिलीज होता है। ये हार्मोन एक पेन किलर का काम करता है और शरीर को तनाव या परेशानी से दूर रखता है।
इस तरह बढ़ाएं एंडोर्फिन का स्राव : इसके एक्सरसाइज बहुत ज़रूरी है। इसके अलावा वॉक करने, स्विमिंग करने और संगीत सुनने से भी शरीर में ये हार्मोन रिलीज़ होते है। इसके अलावा हंसने से, दोस्तों से मिलकर बातें करने से और दूसरों के प्रति उदारत दिखाने से शरीर में इसकी मात्रा बढ़ती है। ध्यान करने से और योगासन करने से भी फायदा मिलता है। इसके अलावा डार्क चॉकलेट खाने से भी हैप्पी हार्मोन रिलीज़ होते हैं। इसको बढ़ाने में स्पाइसी फूड्स मददगार साबित होता है।एंडोर्फिन को रिलीज करने के लिए हंसी एक कारगर उपाय है। इससे न केवल आपका इम्यून सिस्टम मज़बूत होता है बल्कि यह एंटी एजिंग के तौर पर भी काम करता है।
क्या हैं इसके फायदे : नेचुरल पेन किलर के नाम से मशहूर ये हार्मोन शरीर में पेन को ब्लॉक करने का काम करता है। दरअसल, चोट लगते ही हमारे ब्रेन को एक मैसेज जाता है और उस अंग में दर्द शुरू होने लगता है। ऐसे में ये हार्मोन रिलीज़ होकर शरीर में दर्द के अनुभव को कम करने का काम करता है।
3. डोपामाइन
नर्वस सिस्टम के मैसेज को सेल्स तक डिलीवर करने वाले इस हार्मोंन को डोपामाइन कहा जाता है। हमारे माइंड में एकाग्रता बढ़ाने और आपको मोटिवेट करने में इस हार्मोन की मदद मिलती है। ये एक न्यूरोट्रांसमीटर होता है यानि न्यूरो हार्मोंन है, जो शरीर के अन्य हिस्सों में नवर्स सेल्स के बीच में मैसेज को एक से दूसरे स्थान पर भेजन का काम करता है।
कैसे मददगार है : जब हम किसी भी विपरीत कंडीशन में होते हैं, तो ये डिसीजन लेने में हमारी मदद करता है। ये हमें किसी भी प्रकार के खतरे या जोखिम से बचने में मदद करता है। ये इंसान के अंदर प्रेरणा स्त्रोत का काम करता है। किसी भी नई चीज़ को सीखने में मदद करता है और सीखी चीज़ को दिमाग में रखने में मदद करता है।
इस तरह बढ़ाएं डोपामाइन का स्राव : मैगनीशियम से भरपूर चीजों को खाने से इसे बढ़ाया जा सकता है। जैसे सेब बादाम, हरी सब्जियों, तिल, मेलन और पंपकिन सीड्स को खाने से इसे बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा पालतू जानवरों से प्यार करने और उनके प्रति सहानुभूति रखने से भी ये हार्मोन बढ़ता है।
4. सेरोटोनिन
मूड सि्ंवग होना एक आम बात है। हमारे मन को नियंत्रित करने का काम सेरोटोनिन हार्मोंन करता है। इससे हमारे अंदर खुशी का संचार होता है और ये मूड को भी कंट्रोल करता है। शरीर में इसके सही संतुलन से हमें भरपूर नींद आती है और तनाव से भी हम दूर रहने है। मूड बूस्टर के तौर पर शरीर का ख्याल रखने वाले इस हार्मोन को शरीर में बढ़ाने के लिए कुछ फूड्स को करें डाइट में शामिल करें।
इस तरह बढ़ाएं सेरोटोनिन का स्राव : रेगुलर एक्सरसाइज़ करने से शरीर में इसका स्तर बढ़ने लगता है। सुबह की सैर करते समय हमारे शरीर को स्वच्छ हवा और सूरज की रोशनी प्राप्त होती है। इससे हमारे शरीर में विटामिन डी की कमी पूरी होती है। शरीर को कुछ देर तक धूप मिलने से सेरोटोनिन हार्मोन बढ़ने लगता है।
इसके अलावा हम कई चीजों से अपने शरीर में हैप्पी हार्मोन पैदा कर सकते हैं. इसमें ये सभी शामिल हैं-
फिजिकल एक्टिविटी में व्यस्त रहें : अधिकांश लोग जानते हैं कि व्यायाम करने से एंडोर्फिन रिलीज होता है. किसी भी प्रकार का व्यायाम जो आपकी हृदय गति को बढ़ाता है, आपको अच्छा महसूस कराएगा. वर्क आउट आपको उत्साह का अनुभव करा सकती है।
एचएच बूस्टिंग फ़ूड खाएं : आपकी डाइट आपके हार्मोन के काम करने के तरीके में महत्वपूर्ण प्रभाव डालती है. इसकी हाई फेनाइलेथैलामाइन कंटेंट के कारण, डार्क चॉकलेट थोड़ी मात्रा में आपके मूड को बेहतर कर सकती है. इसके अलावा इस लिस्ट में मिर्च जिसमें कैप्साइसिन होता है, ओमेगा 3 फैटी एसिड के लिए ऑयली मछली, कॉफी, ट्रिप्टोफैन युक्त खाद्य पदार्थ, जैसे कुछ चिकन, अंडे, दूध, नट और बीज, और कॉफी शामिल हैं।
मालिश करवाएं : मसाज से एंडोर्फिन और ऑक्सीटोसिन रिलीज किए जा सकते हैं. मेडिकल दुनिया में भी यह कहा जाता है कि ये हमारे शरीर को आराम देती है. इसमें आप जैसे एक्यूपंक्चर, कायरोप्रैक्टिक और हाइड्रोथेरेपी का सहारा ले सकते हैं।
अधिक हंसें : एंडोर्फिन रिलीज करने के लिए अपना पसंदीदा कॉमेडी प्रोग्राम देखें. हंसी तनाव को कम करती है, इम्युनिटी को मजबूत करती है और सामान्य रूप से आपके मूड को बेहतर बनाती है. क्योंकि यह बहुत अच्छी तरह से काम करता है, लाफ्टर थेरेपी रोगियों में तनाव और उदासी के इलाज के लिए एक मान्यता प्राप्त थेरेपी है।
धूप सेंकना : मछली और अंडे की जर्दी के सेवन के साथ-साथ सुबह या देर दोपहर में धूप में बैठकर विटामिन डी प्राप्त की जा सकती है. हमारी हड्डियों और इम्युनिटी को स्वस्थ बनाए रखने के अलावा, यह विटामिन सेरोटोनिन के निर्माण को भी बढ़ावा देती है. ये डिप्रेशन को कम करती है।
संगीत सुनें : संगीत से हैप्पी हार्मोन्स को बढ़ाया जा सकता है. स्लो म्यूजिक आपके दिमाग में डोपामाइन का उत्पादन कर सकता है. म्यूजिक सुनने से आपके मूड में सुधार हो सकता है साथ ही सेरोटोनिन का उत्पादन भी बढ़ता है।
ठंडे पानी से नहाएं : हॉट शावर में आपको मजा आ सकता है लेकिन ठंडे पानी से नहाने से आपके शरीर के एंडोर्फिन हॉर्मोन बढ़ते हैं. इससे आप ज्यादा एक्टिव महसूस करते हैं।
हेल्दी नींद लें
डॉक्टरों का कहना है कि किसी भी व्यक्ति को 7 से 8 घंटे सोना जरूरी है. रात में गहरी नींद लेने से हार्मोन एक्टिव रहते हैं. इससे मूड अच्छा और खुश रहता है।
परिवार, दोस्तों को समय दें
अकेले रहने वाले लोगों में इन हार्मोन की कमी पाई जाती है. देखा होगा कि इसी कारण अकेले जीवन जीने वाले लोग डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं. हार्मोन को एक्टिव रखने के लिए परिवार, लवर और दोस्तों के साथ समय जरूर गुजारें।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं, इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)