15 अगस्त हमारे देश के इतिहास का वह स्वर्णिम दिन है, जब भारत ने वर्षों की गुलामी के बाद स्वतंत्रता की साँस ली। यह दिन हमें न केवल आज़ादी की कीमत याद दिलाता है, बल्कि यह भी सिखाता है कि देशहित में एकजुट होकर त्याग और सेवा ही सच्चा राष्ट्रधर्म है।
आज 15 अगस्त है — भारत का स्वतंत्रता दिवस। यह दिन केवल एक राष्ट्रीय पर्व नहीं, बल्कि हर भारतीय के हृदय में गर्व, आत्मसम्मान और देशप्रेम की भावना को जगाने वाला पवित्र अवसर है। आज ही के दिन, 1947 में, हमारा देश वर्षों की गुलामी के बाद आज़ाद हुआ था। यह आज़ादी हमें यूँ ही नहीं मिली — इसके पीछे अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियाँ, त्याग और संघर्ष की एक लंबी कहानी है। आज हम खुली हवा में साँस ले पा रहे हैं, अपने विचार खुलकर रख पा रहे हैं, अपने सपनों को पूरा करने की आज़ादी रखते हैं — ये सब हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की वजह से संभव हुआ है। आइए, आज हम उन्हें शत-शत नमन करें और उनके सपनों का भारत बनाने का संकल्प लें। ऐसे महान सपूतों को आज हम श्रद्धापूर्वक नमन करते हैं। यह दिन हमें याद दिलाता है कि आज़ादी केवल अधिकार नहीं, जिम्मेदारी भी है। एक नागरिक के रूप में हम सबका कर्तव्य है कि हम अपने देश की एकता, अखंडता और प्रगति में सहभागी बनें। इस गौरवपूर्ण अवसर पर आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। ईश्वर करे हमारा भारत और अधिक शक्तिशाली, समृद्ध और शांतिपूर्ण बने। हम सब मिलकर एक ऐसा भारत बनाएँ — जहाँ हर दिल में प्यार हो, हर चेहरे पर मुस्कान हो, और हर कदम विकास की ओर बढ़ता हो।ईश्वर करें कि हमारा देश दिन-दूनी, रात-चौगुनी तरक्की करे और हम सभी मिलकर इसकी समृद्धि में योगदान दें।
जय हिंद। जय भारत। वंदे मातरम्।