भारत में जितने भी बैंक है. सभी ग्राहकों को एटीएम कार्ड जारी करते हैं. पहले जब एटीएम कार्ड नहीं हुआ करते थे. तब पैसे निकालने के लिए लोगों को बैंक में जाना पड़ता था. लेकिन अब एटीएम कार्ड के इस्तेमाल से बड़ी ही आसानी के साथ कहीं से भी पैसे निकाले जा सकते हैं. एटीएम कार्ड का इस्तेमाल ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के लिए भी खूब किया जाता है। बहुत से बैंक अलग-अलग तरह के एटीएम कार्ड जारी करते हैं. लेकिन क्या आपको पता है एटीएम कार्ड पर इंश्योरेंस भी दिया जाता है. जी हां आपको बता दें कुछ एटीएम ऐसे होते हैं जिन पर 10 लाख रुपए तक का इंश्योरेंस कवर होता है. चलिए जानते हैं किस हिसाब से तय होता है एटीएम कार्ड इंश्योरेंस कवर और कैसे किया जा सकता है क्लेम….
आज के समय में एटीएम कार्ड हर किसी के पास होता है। सामान्य तौर पर हर व्यक्ति के पास में एटीएम कार्ड अथवा डेबिट कार्ड जरूर होता है। इसका इस्तेमाल वह एटीएम मशीन से पैसा निकासी करने के लिए अथवा ऑनलाइन ऑफलाइन भुगतान करने के लिए कर सकता है। क्या आपको पता है कि डेबिट कार्ड के साथ में एक फ्री इंश्योरेंस कवर भी आपको मिलता है। जिसके लिए आपको किसी भी प्रकार का कवर प्रीमियम देने की भी आवश्यकता नहीं होती है। यह इंश्योरेंस आपका एक्सीडेंटल और लाइफ इंश्योरेंस दोनों होता है। प्रधानमंत्री जनधन योजना के बाद में बहुत सारे लोगों ने अपना बैंक अकाउंट ओपन करवाया है और हर किसी के पास रुपए कार्ड है। एटीएम कार्ड का उपयोग ज्यादा होने की वजह से अब कैश के ऊपर डिपेंडेंसी कम हो गई है। और आसानी से पैसे का लेनदेन भी किया जा सकता है। एटीएम कार्ड की मदद से आप किसी भी दुकान पर पेमेंट कर सकते हैं अथवा ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कर सकते हैं। लेकिन एटीएम कार्ड होल्डर को बिल्कुल फ्री में इंश्योरेंस मिल जाता है, जिसके लिए उसे किसी भी प्रकार का प्रीमियम भरने की आवश्यकता नहीं होती है। यह इंश्योरेंस आपको पर्सनल और एक्सीडेंटल इंश्योरेंस के रूप में मिलता है।
एटीएम कार्ड फ्री इंश्योरेंस की रकम
अगर आपके पास में एटीएम कार्ड है और अपने 45 दिन से भी ज्यादा दिनों तक उसे इस्तेमाल किया है तो आपको फ्री इंश्योरेंस का लाभ मिल जाता है। इसमें आपको एक्सीडेंटल इंश्योरेंस और लाइफ इंश्योरेंस दोनों मिल जाते हैं। किसी भी कारण से अगर आपको एक्सीडेंटल अथवा लाइफ को नुकसान होता है तो आप यह इंश्योरेंस क्लेम कर सकते हैं। अलग-अलग कार्ड की कैटेगरी के अनुसार अलग-अलग प्रकार से रकम आपको मिलती है। अगर आपके पास स्टेट बैंक आफ इंडिया का गोल्ड एटीएम कार्ड है तो आपको ₹400000 हवाई एक्सीडेंट पर ₹200000 रोड एक्सीडेंट पर मिलते हैं। अगर आप प्रीमियम कार्ड होल्डर है तो आपको ₹500000 का रोड एक्सीडेंट कर और 10 लख रुपए का हवाई एक्सीडेंट कर मिलता है। इसके अलावा बहुत सारे बैंक जैसे एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, कोटक महिंद्रा बैंक आदि अलग-अलग प्रकार के डेबिट कार्ड के माध्यम से अपने ग्राहकों को अलग-अलग प्रकार के इंश्योरेंस राशि उपलब्ध करवाते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दे की बहुत सारे डेबिट कार्ड ऐसे भी होते हैं, जिसमें आपको तीन करोड रुपए तक का एक्सीडेंटल इंश्योरेंस मिल जाता है और इसके लिए आपको कोई प्रीमियम भी जमा नहीं करनी होती है। बैंक आपको यह इंश्योरेंस कवरेज देने के लिए किसी भी प्रकार से अतिरिक्त दस्तावेज की डिमांड नहीं करता है।
एटीएम कार्ड पर मिलता है 10 लाख का इंश्योरेंस
भारत में एटीएम कार्ड इंश्योरेंस दिया जाता है. जैसे ही किसी ग्राहक को एटीएम कार्ड जारी किया जाता है. वैसे ही वह इंश्योरेंस का पात्र हो जाता है. लेकिन यह इंश्योरेंस की राशि अलग-अलग कार्ड पर अलग-अलग प्रकार की होती है. अगर किसी के पास एसबीआई गोल्ड मास्टरकार्ड या वीजा कार्ड है तो उसे 4 लाख डेथ ऑन एयर तो 2 लाख नाॅन एयर का इंश्योरेंस कवर मिलता है। तो इसके साथ ही प्रीमियम कार्ड होल्डर को 10 लाख का डेथ ऑन एयर तो वहीं 5 लाख नाॅन एयर कवर मिलता है. नॉर्मल मास्टरकार्ड पर 50 हजार रुपये. तो प्लैटिनम मास्टर कार्ड पर 5 लाख रुपये. वहीं वीजा कार्ड पर 2 लाख तक का इंश्योरेंस कवर दिया जाता है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत खोले गए अकाउंट के रूपे कार्ड होल्डरों को 1-2 लाख का कवर मिलता है।
इंश्योरेंस के लिए जरूरी काम
अगर आप इंश्योरेंस क्लेम करना चाहते हैं तो आपको तभी इसका लाभ मिलता है जब अपने डेबिट कार्ड से नियमित रूप से ट्रांजैक्शन किया हो। अगर आपने अपने डेबिट कार्ड से किसी भी प्रकार का ट्रांजैक्शन नहीं किया है तो आपको इसका लाभ नहीं मिलता है। इस इंश्योरेंस का लाभ उठाने के लिए आपके डेबिट कार्ड में प्रत्येक 30 दिन में एक बार ट्रांजैक्शन होना जरूरी होता है। वही बहुत सारे कार्ड ऐसे होते हैं जिसमें 90 दिन के भीतर एक ट्रांजैक्शन होना जरूरी होता है।
कैसे कर सकते हैं इंश्योरेंस क्लेम?
एटीएम कार्ड इंश्योरेंस क्लेम को लेकर कुछ नियम बनाए गए है. कोई भी इंश्योरेंस का क्लेम तभी कर सकता है. जब दुर्घटना की तारीख से पहले 90 दिनों के भीतर एटीएम कार्ड से किसी भी प्रकार का ट्रांजेक्शन किया गया हो. चाहे एटीम से पैसे निकाले गए हो या फिर ऑनलाइन खरीददारी की गई हो. अगर कार्ड का 90 दिनों तक इस्तेमाल नहीं होगा तो क्लेम नहीं मिलेगा. अगर एक्सीडेंट हुआ है तो क्लेम करने के लिए हास्पीटल के खर्चे का बिल, वैलिड सर्टिफिकेट और पुलिस एफआईफार की जरूरत होगी. वहीं अगर हादसे में एटीएम कार्ड होल्डर की मृत्यु हो गई हो तो फिर नाॅमिनी को डेथ सर्टिफिकेट जमा करना होगा. क्लेम ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरीकों से किया जा सकता है. ऑफलाइन के लिए बैंक जाकर फाॅर्म हासिल करना होता है. फिर उसे भरकर और सम्बंधित दस्तावेजों के साथ कर देना होता है।
60 दिनों के भीतर क्लेम जरूरी
इंश्योरेंस का फार्म दस्तावेजों के साथ सबमिट करने के बाद बीमा कंपनी एक ऑफिसर नियुक्त करती है. जो जांच करता है. वेरिफिकेशन होने के बाद फाइनल रिपोर्ट तैयार हो जाती है. इसके बाद 10 दिनों के अंतराल पर क्लेम का अमाउंट खाते में भेज दिया जाता है. बता दें कि दुर्घटना होने के 60 दिनों के अंदर क्लेम करना सही होता है. वरना फिर क्लेम को खारिज कर दिया जा सकता है।
(डिस्क्लेमर- यह खबर कई मीडिया रिपोर्ट के आधार पर बनाई गई है. ऐसी किसी भी वेबसाइट या कंपनी पर विजिट करने से पहले आप रिसर्च खुद करें. हम इन वेबसाइट या कंपनी का प्रमोशन नहीं कर रहे हैं.)