मसूर को कुछ लोग साबुत खाना पसंद करते हैं, तो कुछ लोग दाल के रूप में। दाल मक्खनी में साबुत मसूर का प्रयोग खूब किया जाता है। सेहत के लिहाज से देखें तो मसूर की दाल अरहर और चने की दाल से ज्यादा हेल्दी होती है। इसका कारण यह है कि मसूर की दाल में कैलोरीज की मात्रा बहुत कम होती है और सभी जरूरी पोषक तत्वों की मात्रा अच्छी होती है। मसूर से आप रेगुलर दाल के अलावा भी ढेर सारी डिशेज बना सकते हैं। चूंकि यह दाल सुपाच्य होती है, यानी पेट इसे आसानी से पचा पाता है, इसलिए हर उम्र के व्यक्ति इसे आसानी से खा सकते हैं।
मसूर की दाल खाने के कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं, जिनके बारे में लोग कम जानते हैं। मसूर की दाल में मौजूद पोषक तत्वों, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स के कारण ये दाल आपको कई बीमारियों से बचाती है।
मसूर की दाल अगर डायबिटीज के रोगी खाते हैं, तो इससे उन्हें ब्लड शुगर को मैनेज करने में मदद मिलती है। दरअसल अघुलनशील फाइबर होने के कारण मसूर की दाल धीरे-धीरे पचती है, इसलिए शुगर भी धीरे-धीरे रिलीज करती है। इससे डायबिटीज रोगी के खून में शुगर धीरे-धीरे घुलती है और उसे परेशानी नहीं होती है। डायबिटीज रोगियों का शरीर इंसुलिन का सही इस्तेमाल नहीं कर पाता है। मसूर की दाल इस इंसुलिन रेजिस्टेंस को भी कम करती है।
सभी दालें प्रोटीन का अच्छा स्रोत होती हैं और इसमें मसूर की दाल भी शामिल है। 100 ग्राम उबली हुई मसूर की दाल में 9 ग्राम प्रोटीन होता है। एक कप मसूर की दाल खाने से आपको लगभग 15 ग्राम डाइट्री फाइबर मिलता है और 17 ग्राम प्रोटीन मिलता है। इसलिए आप खुद भी मसूर की दाल खाएं और अपने बच्चों को भी जरूर खिलाएं।
GOOD MORNING : मसूर दाल के फायदे
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