आजकल की दिनचर्या में ज्यादातर काम बैठकर करने वाले होते हैं। फिर वो चाहे ऑफिस के काम से कम्प्यूटर पर बैठकर काम करना हो या फिर मोबाइल और टीवी देखनी हो। ऐसे में शरीर की गतिविधियां बहुत कम हो जाती है। जिसकी वजह से कमर के आसपास और जांघ के हिस्सों पर चर्बी जमा होना शुरू हो जाती है। जो कि देखने में काफी खराब भी लगती है और इसकी वजह से कई सारी बीमारियों का भी खतरा रहता है। खासकर यंगस्टर्स में यह समस्या आजकल काफी बढ़ गई है। लड़के अपने बढ़ते पेट और लड़कियां अपनी कमर और थाई पर बढ़ते फैट से परेशान हैं। घंटों एक ही जगह बैठकर काम करने के कारण शरीर के इन हिस्सों पर फैट जमा होने लगता है। अब इस फैट से बचने के लिए जॉब तो नहीं छोड़ सकते! लेकिन फिट भी रहना है। अगर आप सेहतमंद रहना और खुद को स्लिम फिट रखना चाहते हैं तो रोजाना इन योगासन का अभ्यास अपने दिनचर्या में शामिल करें। और अपने आपको खुश रखे।
नौकासन
इस आसन को करने के लिए जमीन पर सीधा लेट जाएं। अब अपने कंधे और सर को ऊपर उठा लें। इसके बाद अपने पैरों को सीधा उठा लें। ध्यान रहे कि आपके हाथ, पैर और कंधे समांतर में हो। इस आसन को 2-3 बार दोहराएं। शुरूआत में कुछ बार करने के बाद धीरे-धीरे इसे करने का अभ्यास बढाते जाएं। ये कमर और पेट की चर्बी को कम करने में मदद करता है।
त्रिकोणासन
त्रिकोणासन को करने से कमर की चर्बी कम होने लगती है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले अपने पैरों को चौड़ा करके सीधे खड़े हो जाएं। इसके बाद अपनी रीढ़ की हड्डी को मोड़ लें और अपने हाथ को नीचे रख लें। इसके बाद अपना दाहिना हाथ ऊपर कर लें। अब अपने दाहिने हाथ की उंगली को देखें।
बालासन
बालासन करने के लिए सबसे पहले आप व्रजासन की अवस्था में बैठ जाएं। इसके बाद अपने माथे को जमीन पर लगा लें। अब अपने दोनों हाथों को जमीन पर रख लें। अब अपनी जांघो से अपनी छाती पर दबाव डालें। इस अवस्था में आप 2-4 मिनट तक रह सकते हैं। इस आसन को करने से दिमाग और मन शांत रहता है। शरीर में खिंचाव और तनाव दूर होने लगता है। जिसकी वजह से आप अच्छी नींद ले पाते हैं।
बटर फ्लाई या तितली आसन
तितली आसन करने के लिए आप सुखासन में बैठ जाएं, अपनी सांस को नॉर्मल करें। अब धीरे-धीरे दोनों पैरों के तलुओं को एक-साथ मिलाएं और दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में फंसाते हुए दोनों पैर के पंजे मुट्टी में होल्ड कर लें। अब दोनों पैरों को तितली के पंखों की तरह ऊपर-नीचे मूव करें। आप यह आसन हर दिन 5 से 10 मिनट तक कर सकते हैं। इससे पेल्विक मसल्स को टोन करने में मदद मिलती है। हिप और थाई का फैट कम होता है। पेट पर चढ़ी चर्बी हट जाती है और बैक पेन में आराम मिलता है। यह आसन महिलाओं को पीरियड्स के दौरान होनेवाली समस्याओं से निजात दिलाता है। जैसे क्रैंप्स, अनियमितता, लोअर बॉडी पार्ट में तेज दर्द और बेचैनी। लेकिन इस बात का खास ध्यान रखें कि महिलाओं को यह आसन पीरियड्स के दौरान नहीं करना चाहिए। इस समय में आप केवल वॉक करें।तितली आसन पैरों की और खासतौर पर जांघों की मसल्स को मजबूत बनाता है। इससे घुटनों पर एक्स्ट्रा दबाव नहीं पड़ता और वेट कंट्रोल में रहने से आप अच्छा और एनर्जेटिक फील करते हैं।
मलासन
स्क्वॉट पोजिशन को मलासन के रूप में जाना जाता है। इस आसन को करने के लिए आप एक स्थान पर सीधे खड़े हो जाएं। अपने पैरों के बीच एक से डेढ़ फीट का गैप बनाएं और घुटनों से पैर मोड़कर कुर्सी पर बैठने की पोजिशन मेंटेन करके रखें। फोटो में आप देख सकते हैं कि आपको ना तो कुर्सी पर बैठना है और ना ही उकड़ू (इंडियन टॉइलट में बैठनेवाला पोश्चर) बैठना है। आप स्क्वॉट पोजिशन में खुद को जितनी देर हो सके होल्ड करें। यह प्रक्रिया आपको 15 से 20 बार दोहरानी है। आप इसके 2 से 3 सेट एक बार में कर सकते हैं। हर सेट के बीच 10 से 15 सेकंड का ब्रेक लें। कुछ दिन इस पोजिशन की प्रैक्टिस करने के बाद जब आपकी मसल्स फ्लैग्जिबल हो जाएंगी तब आप पूरी तरह स्क्वॉट पोजिशन करने में सक्षम हो जाएंगे। शुरुआती तौर पर अपनी मसल्स पर बहुत अधिक दबाव नहीं डालना चाहिए। बल्कि मसल्स को धीरे-धीरे लचीला बनाने का प्रयास करना चाहिए। बेहतर रिजल्ट के लिए आप स्क्वॉट पोजिशन योग सुबह और शाम कभी भी कर सकते हैं। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि हेवी मील लेने यानी खाना खाने के बाद कम से कम तीन घंटे का गैप जरूर रखें। खाना खाने के बाद कभी भी योग नहीं करना चाहिए। भोजन और योग प्रैक्टिस के बीच एक आदर्श टाइमिंग 4 घंटे की मानी जाती है।
इन योगासनों से महिलाओं और पुरुषों को घुटनों में दर्द, पाचन संबंधी दिक्कतों से निजात मिलती है। पाचन सही होने से वे पेट संबंधी अन्य बीमारियों से भी दूर रहते हैं।अगर आपको घुटनों में दर्द हो तो बटरफ्लाई योग नहीं करना है। ना ही स्क्वॉट पोजिशन ट्राई करना है। ये दोनों ही आसन आपको घुटनों के दर्द से निजात दिलानेवाले होते हैं लेकिन इनका अभ्यास उस वक्त बिल्कुल ना करें, जब आपको घुटनों में दर्द हो रहा हो। घुटनों में हल्का दर्द होने पर भी बिना एक्सपर्ट की सलाह के कभी योगासन नहीं करने चाहिए।