दोस्तों इस श्रृंखला में हम प्रतिदिन
आपको ऐसे कुछ औषधि गुणों से युक्त पतियों के बारे में नई जानकारी देते हैं जिन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल कर आप आपने स्वास्थ्य और सौंदर्य में निखार ला सकते हैं। आइए आज ऐसे ही एक औषधीय गुणों से युक्त अमरूद के पत्ते बारे में जानते हैं। अमरूद के फल से होने वाले स्वास्थ्य लाभों के बारे में तो अपने खूब सुना होगा, लेकिन क्या आप इसके पत्ते के औषधीय गुणों के बारे में जानते हैं। जी हां, आप अमरूद की पत्तियों को किसी भी तरह से कम न समझें। इसके सेवन से कई सेहत संबंधी परेशानियां चुटकियों में दूर की जा सकती हैं। इस लेख में हम आपको अमरूद के पत्तों के फायदे, उपयोग और अन्य कई अहम बातों की जानकारी देंगे। इसे पढ़ने के बाद आप अमरूद के पत्ते इस्तेमाल करने से खुद को रोक नहीं पाएंगे। इनका इस्तेमाल कई तरह के रोगों से लड़ने और स्वास्थ्य समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता है। अमरूद की पत्तियां ऐसा हर्बल उपचार है, जो शरीर को नुकसान पहुंचाए बिना ही आपको स्वास्थ्य लाभ देती हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, जीवाणुरोधी और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। साथ ही इन पत्तियों में मौजूद रसायन जैसे पॉलीफेनोल, कैरोटेनॉइड, फ्लेवोनोइड और टैनिन विभिन्न बीमारियों के इलाज में बेहद प्रभावी हो सकते हैं।
1. वजन घटाने में सहायक
अमरूद के पत्तों में कई बायोएक्टिव कंपाउंड होते हैं, जो आपके शरीर में कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को रोकते हैं। इससे शरीर में शुगर और कैलोरी की मात्रा को कम करते हैं, जिससे वजन को कम करने में मदद मिलती है।
2. डायबिटीज
अमरूद की पत्तियों में मौजूद फेनोलिक यौगिक रक्त-शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। अमरूद के पत्तों के सेवन से लिपिड में भी कमी दर्ज की गई है। इसके सेवन से प्रोटीन ग्लाइकेशन को भी कम किया जा सकता है, यानी शरीर में मौजूद शुगर के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है। ऐसे में कहा जा सकता है कि अमरूद के पत्तियों में एंटीडाइबिटिक गुण होते हैं।
3. कोलेस्ट्रॉल
अमरूद के पत्तों के सेवन से प्लाज्मा-कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है। इसमें मौजूद तत्व हाइपरग्लाइसीमिया यानी शुगर की उच्च मात्रा को भी कम करने में मदद करते हैं, जिससे कोलेस्ट्रोल को रोकने में मदद मिलती है। इसके अलावा, हाई कोलेस्ट्रोल यानी हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया की वजह से होने वाले ऑक्सिडेंट स्ट्रेस को भी कम किया जा सकता है। इसके अलावा अमरूद के पत्तों में हाइपोलिपिडेमिक गुण भी होता है, जो शरीर में लिपिड (एक तरह का वसा) की मात्रा को कम करता है।
4. डेंगू बुखार
अमरूद के पत्ते डेंगू के लिए भी लाभदायक माने जाते हैं। यह प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद करते हैं और रक्तस्राव से आपको बचाते हैं। दरअसल, अमरूद के पत्तों के काढ़े में क्वेरसेटिन होता है, जो वायरस के दौरान एंजाइम mRNA के गठन को रोकता है। ऐसे में डेंगू बुखार में अमरूद के पत्तों का सेवन फायदेमंद माना जा सकता है।
5. डायरिया
अमरूद के पत्तों में डायरिया ठीक करने के गुण भी पाए जाते हैं। एक शोध के मुताबिक, डायरिया में अमरूद के पत्ती से निकला अर्क लाभदायक हो सकता है। यह ई. कोली बैक्टीरिया की वजह से हुई दस्त की समस्या को खत्म करने के साथ ही इससे होने वाली अन्य परेशानियों को भी नियंत्रित कर सकता है। इसका कारण इसमें मौजूद एंटी-हेल्मिंथिक गुण को माना जाता है, जो पेट से संबंधित सभी परेशानियों को खत्म करके हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में मदद करता है ।
6. स्पर्म
अमरूद की पत्तियों की मदद से स्पर्म काउंट को भी बेहतर किया जा सकता है। साथ ही प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में भी अमरूद के पत्तों को सक्षम माना गया है। एक अध्ययन में सामने आया है कि अमरूद के पत्तों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण शुक्राणु (स्पर्म) विषाक्तता पर लाभकारी असर डालते हैं, जिससे पुरुषों की प्रजनन क्षमता को बेहतर करने में मदद मिल सकती है।
7. घाव और इंफेक्शन
अमरूद के पत्तों में मौजूद औषधीय गुणों की वजह से ये घाव को भरने में भी मदद कर सकते हैं। दरअसल, इसमें मौजूद रोगाणुरोधी गुण घाव और स्किन इंफेक्शन से संबंधित बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते हैं। इसके परिणामस्वरूप घाव को जल्दी भरने में मदद मिलती है।
8. पाचन
अमरूद के पत्तों को पाचन तंत्र के लिए भी अच्छा माना जाता है। इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबियल गतिविधी आपको रोगाणुओं और अन्य जीवाणुओं से बचाने में मदद करती है। अमरूद की पत्तियां ऐसी गैस्ट्रिक एंजाइमों को बनाती हैं, जो पाचन की क्रिया में मदद करती हैं और शरीर में पोषक तत्वों में सुधार करती हैं। अमरूद के पत्ते गैस्ट्रिक अल्सर को कम करने में भी मदद करते हैं। दरअसल, अमरूद के पत्तों में मौजूद फ्लेवोनाइड्स गैस्ट्रिक पीएच को बढ़ाकर पेट में अल्सर को होने से बचाते हैं।
9. ब्रोंकाइटिस
अमरूद की पत्तियों का इस्तेमाल ब्रोंकाइटिस के लिए भी किया जा सकता है। दरअसल, ब्रोंकाइटिस के दौरान श्वासनलि में जलन और सूजन आ जाती है। ऐसे में अमरूद की पत्तियों में मौजूद एंटीइंफ्लेमेटरी गुण आपको अस्थमा के दौरे, खांसी व फंगस के कारण होने वाले रोगों के साथ ही ब्रोंकाइटिस से भी बचाते हैं। अमरूद की पत्तियों की चाय पीने से आपको बार-बार खांसी नहीं आती है, जिससे ब्रोंकाइटिस में कुछ आराम मिल सकता है।
10. दांत दर्द, गले में खराश और मसूड़ों के लिए
अमरूद के पत्तों में मौजूद एनाल्जेसिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुणों की वजह से दांत दर्द को भी ठीक करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा, बंद गले और जबड़े की सूजन में भी आराम आ सकता है।
11. कैंसर
अमरूद के पत्तों में एंटी-कैंसर गुण भी पाया जाता है। अगर आप नियमित रूप से 100 ग्राम अमरूद के पत्तों से बना काढ़ा पीते हैं, तो पेट और फेफड़े के कैंसर से बचा जा सकता है। इसके अलावा, अमरूद के पत्ते से कैंसर के मरीजों में डीएनए और अन्य कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से बचाया जा सकता है।
12. एलर्जी
अमरूद के पत्तों में एंटी-एलर्जिक गुण पाए जाते हैं। यह गुण शरीर में होने वाली एलर्जी को कम करने में मदद करता है। एक शोध के मुताबिक, इसमें मौजूद एंटी-एलर्जिक गुण साइटोकाइन (एक तरह के प्रोटीन) को बनने से रोकता है।
13. मुंहासे और काले धब्बे का उपचार
त्वचा पर होने वाले मुंहासे और काले धब्बों से अक्सर लोग परेशान रहते हैं। इनसे छुटकारा पाने के लिए भी आप अमरूद के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें विटामिन-सी पाया जाता है, जो आपके चेहरे के दाग-धब्बे यानी हाइपरपिगमेंटेशन को दूर करता है । साथ ही इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण आपके मुंहासों को ठीक करते हैं। इसके लिए आप अमरूद के 10-12 पत्तों को पानी की कुछ बूंदों के साथ ब्लैंडर में पीस लें। अब इस पेस्ट को आप अपने चेहरे पर लगा लें। पेस्ट के सूखने के बाद इसे धो लें। आप रोजाना इस प्रक्रिया को दोहरा सकते हैं।
14. खुजली
इंफेक्शन होने पर त्वचा पर खुजली होने लगती है। अमरूद के पत्तों में एंटी-इंफेक्टिव प्रभाव मौजूद होते हैं, जाे इंफेक्शन को होने से रोकते हैं। ऐसे में इसके लेप के इस्तेमाल से आपको त्वचा पर होने वाली खुजली से राहत मिल सकते है। इसके लिए आप आवश्यकतानुसार अमरूद के पत्तों को पानी के साथ महीन पीस लें। इसका लेप तैयार होने के बाद इसे खुजली से प्रभावित जगहों पर लगाएं। खुजली ठीक न होने तक इस प्रक्रिया को दोहरा सकते हैं।
15. एंटी-एजिंग
अमरूद के पत्तों को स्किन टॉनिक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। यह त्वचा संबंधी परेशानियों से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। इसमें ज्यादा मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। ये मुक्त कणों से आपकी त्वचा को बचाते हैं, जो आपकी त्वचा पर समय से पहले झुर्रियां आने का कारण बनते हैं। साथ ही इसमें विटामिन-सी भी होता है, जो त्वचा पर एंटी-एजिंग की तरह काम करता है। इसके लिए आप सबसे पहले इसका पेस्ट बनाने के लिए एक जार में अमरूद के मुट्ठी भर पत्ते और पानी डाल लें। अब इसे एक ब्लैंडर में डालकर पीस लें।आप इस पेस्ट को रोजाना अपने चेहरे पर लगा सकते हैं। इसके अलावा, आप इसे फेस टोनकर के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
16. ब्लैकहेड्स
आप अपने चेहरे के ब्लैकहेड्स को हटाने के लिए भी अमरूद के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं। अमरूद के पत्तों को दरदरा पीसकर, इसके पेस्ट से स्क्रब किया जा सकता है। इसके लिए आप अमरूद के पत्तों और थोड़े-से पानी को ब्लैंडर में डालकर और पीस लें। इसे इस कदर पीसें कि यह दरादरा रहे। अब आप इससे सुबह और शाम चेहरे पर स्क्रब कर सकते हैं।
17. झड़ते बालों के लिए
माना जाता है कि झड़ते बालों के लिए भी अमरूद के पत्ते असरदार साबित हो सकते हैं। कई लोग इसके काढ़े का इस्तेमाल बालों को बढ़ाने के लिए करते हैं। यहां तक कि कुछ उत्पादों में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए आप अमरूद के पत्तों को पानी में उबालकर काढ़ा तैयार कर लें। इस काढ़े को छानकर आप बालों की मालिश करें। इसके अलावा, आप काढ़े से बालों को धो भी सकते हैं।
यह सब घरेलू नुस्खे केवल तात्कालिक राहत के लिए है यदि आप इनके सेवन के बाद भी स्वस्थ महसूस नहीं करते हैं तो अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लेवे।