मिलाई। 22 नवम्बर, 2024, (सीजी संदेश) : नगर निगम भिलाई द्वारा सफाई के नाम पर गलत प्राइवेट ठेकेदार कंपनी को काम देकर जनता एवं शासन के करोड़ों रुपए एवं समय की बर्बादी को रोकने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता एवं कल्याण सेवा जनजागृति संगठन के प्रदेशाध्यक्ष सुमन शील के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि दल निगम कार्यालय पहुंच कर नगर निगम आयुक्त के नाम ज्ञापन सौंपा गया । सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया है कि निगम द्वारा सफाई के लिए करोड़ों रुपए प्राइवेट कंपनी को ठेका देकर खर्च किए जा रहे हैं परंतु सफाई जस का तस बना हुआ है और सफाई के नाम पर निगम केवल अपना समय और पैसे दोनों की बर्बादी कर रही है, वही शासन एवं जनता का करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद इलाके में गंदगी की अंबार लगा हुआ है। प्रति साल पीलिया, हैजा, स्वाइन फ्लू , डेंगू जैसे बीमारियों से लोग ग्रसित हो रहे हैं। सफाई के नाम पर ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के काम के लिए भिलाई नगर निगम में 21 अक्टूबर साल 2011 को जनता को बिना बताए बगैर अधिनियम के विरुद्ध विशेष सामान्य सभा की बैठक बुलाकर बेंगलुर की किवार कंपनी को 30 साल का ठेका प्रदान किया गया था और सफाई के नाम पर जनता से स्वच्छता का कर लेने के बावजूद यूजर्स टैक्स सेवा शुल्क कर लगाने का कार्य किया गया था परंतु किवार कंपनी ने केवल 1 साल का कार्य करके साधन एवं वाहन रखकर निगम को करोड़ों रुपए का चुना एवं कर्मचारियों का कई महीने का वेतन दिए बगैर फरार हो गई । फरार किवार कंपनी के खिलाफ भिलाई निगम की ओर से सुपेला पुलिस थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है परन्तु आज तक ना ही कोई कार्रवाई हुई और ना ही कंपनी के संचालकों की गिरफ्तारी हुई । किवार कंपनी की ओर से छोड़े गए करोड़ों रुपए का साधन एवं वाहन को भिलाई निगम द्वारा इन साधनों एवं बिना इंश्योरेंस वाहनों का गलत तरीके से बाहरी प्राइवेट कंपनी को सुविधा देते हुए करोड़ों रुपए का सफाई ठेका दिया जा रहा है। प्लेसमेंट प्राइवेट ठेकेदारों को सफाई कमांडो के नाम पर अलग से करोड़ों रुपए खर्च करने के साथ साल 2014 में 14 करोड़ रुपए फिर बढ़ते बढ़ते 34 करोड रुपए तक कर दिया गया और अनियमितता पाई जाने वाली 34 करोड़ रुपए ठेकेदार कंपनी को ही 50 करोड रुपए का ठेका देने का प्रावधान बनाया जा रहा है जो अनुचित एवं गलत कहा गया है ।