भिलाई 20 अप्रैल 2024। फैशन शो आयोजित करने वाली ग्लैमानंद द्वारा स्टूडियो जयपुर में मिसेज़ इंडिया क्लासिक 2024 का आयोजन किया गया। यहां अलग-अलग राज्यों से हजारों की संख्या में प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान भिलाई निवासी फैशन डिजाइनिंग की छात्रा गीत सोन ने छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया। फैशन शो में फाइनल राउंड में 20 महिलाएं पहुंची। छत्तीसगढ़ की गीत सोन भी शामिल थी। 16 अप्रैल को आयोजित फाइनल राउंड में सभी को पछाड़कर गीत सोन मिसेज इंडिया क्लासिक 2024 पर अपना कब्जा बनाकर विजेता चुनी गई।
गीत सोन को जूरी टीम ने मिसेज इंडिया क्लासिक के किताब से नवाजा। ग्लैमानंद मिस यूनिवर्स इंडिया, मिसेज यूनिवर्स इंडिया, सुपर मॉडल इंडिया, मिस टीन दिवा जैसे विश्व स्तरीय आयोजन कराने वाली देश की सर्वश्रेष्ठ संस्था है। प्रतिभागियों ने 2 माह ऑनलाइन ट्रेनिंग करने के बाद 10 दिन जयपुर में कठिन ट्रेनिंग लिया। ग्रैंड फिनाले में नेशनल कॉस्ट्यूम राउंड में गीत ने एक स्त्री के सक्षम रूप को प्रदर्शित किया। इवनिंग गाउन वॉक और प्रश्न उत्तर राउंड जिसमें गीत से पूछा गया कि आप जब फेल होते है। तब आपके मन में क्या विचार आता है। गीत ने सरलता पूर्वक जवाब देते हुए कहा कि वो आत्म विश्वास से आगे बढ़ेंगी और अपने सपनों को साकार करेंगी। जवाब जूरी और ऑडियंस को बहुत पसंद आया। अब वह जल्द ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करेगी। निर्णायक मंडल में अध्यक्ष ग्लैमानंद ग्रुप निखिल आनंद, राजीव के श्रीवास्तव, अर्शिना सुम्बुल मिस ग्रैंड इंडिया 2023, तनिष्का भोसले मिस इंटरनेशनल इंडिया 2018, सोफिया सिंह मिस एशिया पैसिफिक इंडिया 2024, डॉ. अनीता हाडा कंसल्टिंग एडिटर भारत 24, कविता चौहान फैशन एडिटर फर्स्ट इंडिया, मिताली दुसाद एडिटर सिटी फर्स्ट थे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. जगदीश चंद्र, निखिल आनंद शामिल थे। होस्ट वाची पारख, सिमरन आहूजा ने किया। गीत ने जीत का श्रेय ग्लैमानंद की पूरी टीम की कड़ी मेहनत को दिया। गीत ने बताया कि एक गृहिणी यदि चाहे तो कितना बड़ा मुक़ाम भी पा सकती है। गीत के पति पुलिस विभाग में अफसर है। जिस कारण उन्होंने एक दशक से भी ज्यादा वक्त नक्सल प्रभावित जैसे इलाके में दहशत और हिम्मत के बीच कार्य करते रहें है। गीत को इस प्रतियोगिता में जाने की प्रेरणा अपनी बिटिया अनुष्का सोन से हुई मिली। जो ख़ुद एक मॉडल है और वर्तमान में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। बेटा अभय जो के एक यूट्यूबर है। उसकी ज़िद की वजह से उन्होंने इस चैलेंज को स्वीकार किया। उन्हें अपनी सास सेतु रत्नम, पिता बेनी प्रसाद, मां सुषमा, देवर विक्रांत और परिवार के सपोर्ट से हिम्मत मिली है।