रायपुर। 20 अक्टूबर, 2024, (सीजी संदेश) : छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन (सीएसए) ने स्थानीय सोना व्यापारियों के खिलाफ राज्य में अन्य राज्यों से सोना और आभूषणों की तस्करी में शामिल होने के हालिया आरोपों को सख्ती से खारिज किया है।
एसोसिएशन के महासचिव प्रकाश गोलेचा द्वारा जारी आधिकारिक बयान में सीएसए ने उन अफवाहों की आलोचना की है, जिनमें प्रतिष्ठित व्यापारियों को अवैध गतिविधियों से जोड़ा गया है। गोलेचा के अनुसार, स्थानीय व्यापार समुदाय को अन्यायपूर्ण तरीके से निशाना बनाया गया है, जिसमें दावा किया गया है कि व्यापारी बाहरी स्रोतों से सोना खरीदकर राज्य के दूर-दराज के क्षेत्रों में बेच रहे हैं।गोलेचा ने स्पष्ट किया कि संबंधित वस्तुएं वैध चैनलों से प्राप्त की गई हैं, जिनका पूरा दस्तावेज़ अधिकारियों को उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने बिना सत्यापन के रिपोर्टों से व्यापारियों की छवि को पहुंचने वाले नुकसान पर चिंता व्यक्त की। सीएसए का बचाव तब सामने आया है जब हाल ही में रायपुर में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाइयों में बड़ी मात्रा में कीमती धातुओं को जब्त किया गया। एक घटना में, भाटागांव बस स्टैंड पर रायपुर पुलिस ने 12.8 किलोग्राम सोने के आभूषण जब्त किए, जिसकी कीमत 6.4 करोड़ रुपये आंकी गई। संबंधित व्यक्ति आवश्यक दस्तावेज पेश करने में असफल रहा। वहीं, एक अन्य मामले में एंटी-क्राइम और साइबर यूनिट ने मौधापारा क्षेत्र में एक वाहन से 928 किलोग्राम चांदी जब्त की, जिसकी कीमत 8 करोड़ रुपये है। छत्तीसगढ़ सराफा के महासचिव प्रकाश गोलछा ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते कहा है की पुलिस प्रशासन के जांच से सराफा व्यापारियों द्वारा छत्तीसगढ़ प्रदेश के बाहर क्षेत्रों से सोने चांदी के जेवर मॅँगवाए जाते है व छत्तीसगढ़ प्रदेश के आसपास के क्षेत्रों में अपने संबंधित स्टाफ व व्यक्तिर्यों द्वारा विक्रय करने व ऑ्डर लेने हेतु भेजा जाता है चूंकि पुलिस प्रशासन द्वारा जांच हेतु रोका जाता है । व्यापारी द्वारा संबंधित माल का दस्तावेज उपलब्ध भी करवा दिया जाता है लेकिन प्रिन्ट मीडिया व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में संबंधित व्यापारी को तस्कर या कर चोरी के उददेश्य से या जिसके पास रहता है उसे आरोपी आदि से संबोधित किया जाता है | किसी भी द्रष्टिकोण से न तो व्यापारी तस्करी और न ही किसी तरह के कर चोरी के उददेश्य से व्यापार करता है | जिसके पास से माल मिलता है वह या तो व्यापारी के स्वयं का रहता है या उनके फर्म का स्टॉफ होता है, लेकिन उनको सीधा आरोपी के रूप में संबोधित किया जाता है । सराफा व्यापारी कभी भी टेक्स चोरी के उद्देश्य से व्यापार नहीं करता है | जिसके पास से माल मिलता है तस्कर या आरोपी के नाम से संबोधित किये जाने से सराफा व्यापारियों की भावनाओ को ठेस पहुँचती है | व्यापारी वर्ग से शासन को आय प्राप्ति का साधन है। इन घटनाओं ने व्यापारिक क्षेत्र पर अतिरिक्त ध्यान केंद्रित कर दिया है, बावजूद इसके कि सीएसए ने अपने सदस्यों के किसी भी अवैध गतिविधियों में शामिल होने से इनकार किया है। सीएसए ने यह भी बताया कि व्यापारी पूरी पारदर्शिता और कानून के दायरे में रहकर अपने व्यापारिक कार्यों का संचालन कर रहे हैं। गोलेचा ने कहा कि कुछ मीडिया आउटलेट्स ने ठोस सबूत के बिना व्यापारियों को जल्दी से दोषी ठहराया है, जबकि इस तरह के दावों को सार्वजनिक किए जाने से पहले पूरी तरह से सत्यापित किया जाना चाहिए। सीएसए ने जनता और मीडिया से आग्रह किया कि इस तरह के संवेदनशील मामलों पर रिपोर्टिंग करते समय सावधानी बरतें, और ईमानदार व्यापारियों की छवि खराब न हो, इसके लिए सत्य को सनसनीखेज खबरों पर प्राथमिकता दी जानी चाहिए।