भिलाई 28 मई 2024। बौद्ध समाज कोसानगर, रमाई महिला मंडल, भीमाई महिला मंडल के संयुक्त तत्वावधान मे सर्वोदय बुद्ध विहार कोसानगर भिलाई मे डा.बाबासाहेब भीमराव आम्बेडकर की जीवन संगिनी रमा आम्बेडकर की 89 वीं पुण्य तिथि के अवसर पर सामाजिक सदस्यगणो द्वारा रमाई को ऋद्धाजंलि प्रदान की गई।ऋद्धाजंलि समारोह के प्रारंभ मे डा.जीवक द्वारा बुद्ध, धम्म, संघ वंदना ली गई। भंते जी ने कहा कि रमाई का जन्म 7 फरवरी 1898 और निर्वाण 27 मई 1935 को हुआ था। समारोह मे मुख्य वक्ता के रूप मे उपस्थित थे ।बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय संगठन सचिव अनिल मेश्राम ने उपस्थित जनो को संबोधित करते हुए कहा कि डा.बाबासाहेब भीमराव आम्बेडकर की जीवन संगिनी रमा आम्बेडकर ने विपत्ति काल और संघर्ष के दिनो मे बाबासाहेब आम्बेडकर का अंतिम समय तक साथ दिया, आर्थिक स्थिति खराब होने पर रमाई ने गोबर के उपले बना व बेचकर उन पैसो से बाबासाहेब आम्बेडकर की आर्थिक मदद की जब वे विदेश मे अध्ययनरत थे, सही मायने मे रमाई का अतुलनीय संघर्ष व त्याग ही डा.बाबासाहेब भीमराव आम्बेडकर की सफलता का आधार बना। भीमाई महिला मंडल की अध्यक्ष दानशीला रामटेके ने कहा कि रमाई के त्याग बलिदान समर्पण और संघर्ष से समाज की हम सब महिलाओ को प्रेरित होकर अपने परिवार और समाज को सशक्त बनाने का प्रयास करना चाहिए। रमाई महिला मंडल की अध्यक्ष शारदा मेश्राम व बौद्ध समाज कोसानगर के अध्यक्ष बुद्धशरण बोरकर ने रमाई को ऋद्धासुमन अर्पित किए। समारोह मे अनिता उके, रवि मेश्राम, ओमित्रा शेंडे, कोमल चन्द्रिकापुरे, प्रिया मेश्राम, सरिता चन्द्रिकापुरे, नीलम कोल्हाटकर, पल्लवी चन्द्रिकापुरे, पूर्णिमा मेश्राम, आशा सुखदेवे, नीलम श्रीरंगे, विधिता मेश्राम, तिलकचंद मेश्राम, यशवंतराव मेश्राम, विरेन्द्र मेश्राम सहित अनेक लोग उपस्थित थे।