भिलाई 19 सितंबर 2025। सर्वसम्मति से ASPLIS / वार्षिक बोनस ₹40500/- से अधिक पर चर्चा करने एवं एन जे सी एस जल्द बुलाकर वेतन समझौता पूरा करने की मांग को लेकर स्टील वर्कर्स फेडरेशन ऑफ़ इंडिया सीटू के आह्वान पर 19 सितंबर को सेल के सभी इकाइयों के साथ भिलाई में हिंदुस्तान स्टील एम्पलाइज यूनियन सीटू ने बोरिया गेट में प्रदर्शन कर औद्योगिक सम्बन्ध विभाग द्वारा सेल अध्यक्ष के नाम ज्ञापन सौपा गया। 2022 में ASPLIS / वार्षिक बोनस ₹40500/- देने के बाद प्रबंधन ने 8 फरवरी 2023 को बोनस फार्मूला बनाने के संदर्भ में बैठक बुलाया एवं उस बैठक में प्रबंधन ने सर्वसम्मति की परिपाटी को तोड़ते हुए बहुमत को आधार बनाकर वार्षिक बोनस /ASPLIS के संदर्भ में फॉर्मूला बनाया, जिसका सीटू एवं एटक ने विरोध करते हुए उस फार्मूले पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया था। उस बहुमत वाले भ्रामक फार्मूला के चलते विगत दो वर्षों से सेल कर्मियों को ASPLIS / वार्षिक बोनस क्रमशः 26500/- और 23000/- दिया गया जो एन जे सी एस की मूल भावना के खिलाफ है एवं एक गलत परिपाटी विकसित किया जा रहा है। सभी यूनियनों ने विरोध करते हुए उस भ्रामक बोनस फार्मूले को खारिज करने की मांग कर चुके हैं जिस पर सेल प्रबंधन ने सेंट्रल लेबर कमिश्नर के सामने वादा किया था कि उक्त फार्मूला को रद्द कर फिर से बोनस फार्मूले पर चर्चा किया जाएगा किंतु 20 सितंबर 2025 को होने वाले बोनस बैठक के पहले नया फार्मूला बनाने के संदर्भ में कोई बैठक नहीं बुलाई गई। वित्त वर्ष 2021-22 में सेल का क्रूड स्टील उत्पादन 17.336 मिलियन टन एवं सिलेबल स्टील उत्पादन 16.890 मिलियन टन था। वर्ष 2022 में कर्मियों को ₹40500/- ASPLIS / वार्षिक के रूप में दिया गया। इस वित्त वर्ष 2024-25 में क्रूड स्टील उत्पादन 19.174 मिलियन टन एवं सिलेबल स्टील उत्पादन 17.940 मिलियन टन हुआ है अर्थात 2021-22 की तुलना में 2024-25 क्रूड स्टील के उत्पादन में 1.808 मिलियन टन एवं सिलेबल स्टील की उत्पादन में 1.050 मिलियन टन की वृद्धि हुई है इसीलिए बोनस भी ₹40500/- से ऊपर होना चाहिए। प्रदर्शन के दौरान सीटू ने कहा कि 2021-22 की तुलना में 2024-25 में क्रूड स्टील के उत्पादन में 1.808 मिलियन टन एवं सिलेबल स्टील की उत्पादन में 1.050 मिलियन टन की वृद्धि हुई है 2021-22 में ₹40500/- बोनस दिया गया था तो बढ़े हुए उत्पादन को ध्यान में रखते हुए ₹40500/- के ऊपर बोनस पर चर्चा किया जाना चाहिए।
सीटू हमेशा से ही उत्पादन उत्पादकता के आधार पर बोनस की मांग करता रहा है सभी संयंत्रों में लगातार स्थाई कर्मियों की संख्या घटी है एवं उत्पादन लगातार बड़ी है जिससे उत्पादकता में वृद्धि हुई है ।श्रमशक्ति 2015-16 में 88,655 था जो घटकर 2024-25 में 53159 हो गई है और 2025-26 में कुल 3187 कर्मचारी सेवानिवृत्त होंगे और कुल श्रमशक्ति और घटकर 49,972 हो जाएगी जिससे सेल की लेबर प्रोडक्टिविटी में उत्तरोत्तर वृद्धि होगी, इसीलिए कर्मी बढ़े हुए बोनस के हकदार है ।
बोनस को लेकर सीटू ने किया प्रदर्शन, सेल अध्यक्ष के नाम ज्ञापन,,,, 40500 के ऊपर बोनस की मांग को बताया जायज
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