भिलाई 12 सितंबर 2024। सीआईएसएफ के सर्चिंग जवानों ने आज सुबह एक आईडी को विस्फोट होने से बचा लिया है। सीआईएसएफ जवानों को बड़ी कामयाबी मिली है, नहीं तो कई कई लोग अकाल काल के ग्रास में समा सकते थे। नक्सलियों के द्वारा देसी निर्मित यह आईडी विशेष तरह का था। जिसे पहचान पाना बड़ा मुश्किली और कठिन था।
सीआईएसएफके आईजी संजय प्रकाश ने बताया कि एमडीसी लौह अयस्क खदान क्षेत्र की सुरक्षा में तैनात केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल इकाई के जवानों द्वारा एक प्रेशर आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) का सफलतापूर्वक पता लगाया गया। राज्य पुलिस बम निरोधक दस्ता की मदद से निष्क्रिय किया गया। यह घटना केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की नियमित गश्त और तलाशी अभियान के दौरान हुआ है। ज्ञात हो कि पूर्व में भी नक्सलवादियों द्वारा बैलाडीला पहाडियों में, तैनात केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल को क्षति पहुँचाने तथा खदान के सुचारू संचालन को बाधा पहुँचाने के उद्देश्य से कई प्रयास किये गये हैं। अभी तक 23 से अधिक जवानों ने अपना बलिदान दिया है। पिछले वर्ष के अन्त में सम्पन्न हुए छत्तीसगढ़ राज्य विधानसभा चुनाव-2023 के दौरान भी 02 बार विस्फोटक सामग्री तथा 01 बार श्रृंखलावार आईईडी को ढूंढने एवं निष्क्रिय करने में केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल इकाई बीआईओएम किरंदुल ने सफलता पाई थी।
नक्सलियों के इस प्रकार के निरन्तर प्रयासों को विफल करते करते हुए आज सुबह केऔसुब इकाई बीआईओएम किरन्दुल के जवानों को क्षति पहुँचाने के उद्देश्य से नक्सल तत्वों के मसूबों पर पानी फेरने में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल किया है। प्रेशर आईईडी जिसका अनुमानित वजन लगभग 3 किलोग्राम था। आईजी ने बताया कि केऔसुब इकाई बीआईओएम किरन्दुल के जवानों ने सफलतापूर्वक ढूंढ निकाला। एक टिफिन में विस्फोटक, डेटोनेटर, कॉर्डटेक्स वायर, छर्रे तथा ऊर्जा स्त्रोत के रूप में श्रृंखलावार बैटरी की सहायता से निर्मित यह प्रेशर आईईडी उस रास्ते में लगाया गया था। जिसका उपयोग बल सदस्यों द्वारा नियमित गश्त और तलाशी अभियान के दौरान किया जाता है। श्री संजय ने बताया कि इस प्रेशर आईईडी की सफलतापूर्वक खोजबीन से बैलाडीला खदान क्षेत्र में जीवित एवं वित्त हानि टालने में पुनः बहुत बड़ी कामयाबी मिली है।ऐसी घटनाएं दर्शाती हैं कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अब भी शांति और सुरक्षा को लेकर खतरा बना हुआ है। श्री संजय ने बताया कि सुरक्षा बल इस तरह की किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और विशेष रूप से केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, बैलाडीला की पहाड़ियों में स्थित लौह अयस्क की खदान, एनएमडीसी कर्मचारी एवं आम जनता की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध हैं।