भिलाई। 26 जुलाई, 2025, (सीजी संदेश) : भिलाई इस्पात संयंत्र कांट्रेक्टर एंड लेबर वेलफेयर सोसायटी की जनरल बॉडी की बैठक इंडियन कॉफ़ी हॉउस मे हुई. इस बैठक का मुख्य उदेश्य संयंत्र मे कार्यरत लगभग 27000 ठेका श्रमिकों, जिनका सोसायटी द्वारा 10लाख का दुर्घटना बीमा भी किया गया है, बी एस पी के कारण इन ठेका श्रमिकों की समस्याओ से निपटने की रणनीति पर चर्चा हुई. वेलफेयर सोसायटी के सदस्यों ने आरोप लगाया कि बी एस पी प्रबंधन ठेका श्रमिकों के भविष्य के साथ खिलवाड कर रहा है, एक ओर संयंत्र मे लागू सारे क़ानून केंद्र सरकार के द्वारा निर्धारित मापदंडो के अनुसार है परन्तु विडंबना है कि मजदूरों को वेतन राज्य सरकार के द्वारा निर्धारित दर पर किया जा रहा है जिसके कारण ठेका श्रमिकों को प्रति माह 5000 से 10000 रूपये की आर्थिक क्षति प्रति माह हो रही है, ठेका प्रकोष्ठ द्वारा आई आर क्लियरन्स प्रदान करने मे 7-10 दिन का समय लगा देते है तथा वित्त विभाग 10 दिन लगा देते है कुल मिलाकर ठेकेदार को बिल भुगतान होने पर लगभग 20 दिन का समय लग जाता है जिसका खामियाजा श्रमिकों को भोगना पड़ता है, अतः दोनों ही मामलो मे यह समय सीमा अधिकतम 5-5 दिन होना चाहिए क्योंकि ठेकेदार सभी प्रकार के भुगतान करने के पश्चात् ही आई आर विभाग मे अनापत्ती प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया जाता है हर माह नियत समय पर बी एस पी के कर्मियों की तरह ठेका श्रमिकों को वेतन भुगतान के लिए ठेकेदारों को भी समयानुसार भुगतान बी एस पी प्रबंधन द्वारा होना चाहिए. सोसायटी के पदाधिकारियों ठेका श्रमिकों की आर्थिक बदहाली के लिए प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराते हुए मांग की कि आई आर क्लियरन्स और वित्त विभाग से अधिकतम कुल 10 दिनों मे, आई आर हेतू 5दिन और वित्त विभाग हेतू 5 दिन के समय अवधि मे ठेकेदारों को बिल का भुगतान हो, साथ ही ठेका मजदूरों को बेहतर त्वरित चिकित्सा एवं आवास की समस्याओ पर भी मंत्रणा हुई, सभी सदस्यों ने मांग की, कि टाउनशिप मे लगभग 5000 रिक्त आवास है ऐसे आवासो को वास्तविक जरुरत मंद ठेका श्रमिकों को जो संयंत्र की सेवा कर रहे है, उन्हें अबाटित किया जाय, वेलफेयर सोसायटी के सदस्यों ने ई एस आई के अंतर्गत ठेका श्रमिकों को भिलाई इस्पात संयंत्र के अस्पतालो से भी इलाज की सुविधा प्रदान करने की मांग की गई,भिलाई इस्पात संयंत्र के नियमित कर्मचारियों मे भी बायोमेट्रिक अटेंडेंस प्रणाली को लेकर रोष व्याप्त है क्योंकि वर्तमान मे जो बायोमेट्रिक मशीन लगे हुए है इन मशीनों मे गलत उपस्थिति दर्ज हो रही है पालियो के बदली होने पर गलत जानकारी मशीन मे दर्ज हो रही है इस मुद्दे को श्रमिक यूनियन ने भी उठाया है तथा इसकी शिकायत भी दर्ज की गई है. लगातार लाभ कमाने वाली संयंत्र मे सुरक्षा मानको को अनदेखा किया जा रहा है, संयंत्र मे लगातार हो रही दुर्घटनाओ के कारण ठेका श्रमिक अकाल काल की गर्त मे समा रहे है , संयंत्र मे कई जगह कालातीत हो चुके उपकरण, गैलरी भी गिर रहे है, सुरक्षा प्रथम केवल नारों मे नहीं वास्तविक मे भी अमल करना चाहिए.वर्तमान मे बायोमेट्रिक उपस्थिति नहीं होने के कारण क्लियरेन्स नहीं देने के कारण बिल का भुगतान नहीं हो रहा जिसके फलस्वरूप श्रमिकों का भी भुगतान नहीं हो पाएगा, जिससे विस्फोटक स्थिति उतपन्न हो जाएगी और काम बंद की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी और संयंत्र अघोषित हड़ताल की गर्त मे चला जाएगा, क्योंकि वर्तमान मे अधिकतम विभाग का उत्पादन ठेका श्रमिकों द्वारा किया जाता है. इन सभी परिस्थिति जन्य समस्या का जनक बी एस पी प्रबंधन है जिसके जिम्मेदार बी एस पी प्रबंधन है इस बैठक मे प्रमुख रूप से सोसायटी के अध्यक्ष सीजू एन्थोनी, कार्यकारी अध्यक्ष त्रिलोकी सिँह, महामंत्री हितेश भाई पटेल, उपाध्यक्ष धीरज शुक्ला, नवीन सिँह, सचिव राजेश अग्रवाल आदि सैकड़ो की संख्या मे सोसायटी के सदस्य उपस्थित थे।