भिलाई तीन 1 जुलाई 2025। पहले संघर्ष फिर फटेहाल मेहनत फिर बन पाया डॉक्टर, आज लोगों की सेवा में हाजिर हूं। चिकित्सक दिवस पर डॉ भुनेश्वर कठौतिया वर्तमान में खंड चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाटन से एक मुलाकात है । चिकित्सा अधिकारी के पद पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पुरैना में पदस्थ होकर एक लंबा सफ़र तय किए हैं। दुर्ग जिले में स्वास्थ्य सेवाओं में अपनी पहचान बनाई है। कोविड की महामारी में दुर्ग जिले के विकास खंड पाटन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झीट में पदस्थ रहते हुए भर्ती मरीजों का सफलतापूर्वक परीक्षण इलाज ओर आक्सीजन की व्यवस्था करना बड़ी जिम्मेदारी को निभाना एक चुनौती भरा काम था। इसके साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाटन रात्रिकालीन ड्युटी, पुरूष नसबंदी शिविर और महिला नसबंदी शिविर में भाग लेना। एम टी पी जैसे कार्य करने के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झीट को राष्ट्रीय गुणवत्ता प्रमाण पत्र इनके कार्यकाल में प्राप्त हुआ है ।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झीट में आधुनिक ओ टी प्रारंभ कराने में दृढ़ संकल्प के साथ अधिकारियों के विश्वास पर खरे उतरे। आज झीट में सभी प्रकार की सर्जरी हो रही है, वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाई 3 में पदस्थ हुए और शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम चरोदा भिलाई की बड़ी जिम्मेदारी उठाई। दो क्षेत्रों में उल्टी-दस्त का आऊट बेक्र हुआ। चरोदा बस्ती से लगा वार्ड ओर पुरैना में दोनों जगह एक सुनिश्चित कार्य योजना तैयार कर 11 दिनों में उल्टी-दस्त जैसे आऊट सेक्टर को रोकने में सफल हुए। इस बीच कुम्हारी में मजदूरो के लेकर आ रही बस खाई में गिरी ,तत्काल रात्रि में पहुंच कर गंभीर मरीजों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई । रात भर अपनी सेवाएं प्रदान करता रहे । फिर पाटन के तत्कालीन खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ आशीष शर्मा के निर्देश पर अपने कर्तव्य को उनके साथ दोनों चिकित्सक ने अपने फर्ज को पूरा किया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाई 3 में रहते हुए गर्भवती माताओं के लिए सोनोग्राफी निशुल्क प्रारंभ कराया। इनके कार्यकाल में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाई 3 को राष्ट्रीय गुणवत्ता प्रमाण पत्र मिला। बड़ी कड़ी मेहनत लगन से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाई को एन क्यु ए एस का प्रमाण पत्र उनके कुशल मार्गदर्शन में मिला। डॉआशीष शर्मा को शासन उनके कार्यों की गुणवत्ता प्लानिंग मानिटरिग के कारण खैरागढ़ जिला का मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बनाया दिया। शासन के पास सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाटन के लिए खंड चिकित्सा अधिकारी का दायित्व किसे दिया जाए ऐसे में डा भुनेश्वर कठौतिया के आलावा कोई विकल्प नहीं था। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनोज दानी ने अपना निर्णय शासन को बताया और डा भुनेश्वर कठौतिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाटन के खंड चिकित्सा अधिकारी के रूप में पदस्थ किए गए।बड़ी चुनौती के बीच दो आऊट ब्रेक उल्टी दस्त के पदभार ग्रहण करने के बाद मिले, ग्राम पंचायत किकिरमेटा और तर्रीघाट। लेकिन कार्य अनुभव ने महामारी नियंत्रण करने में सफलता दिलाई। सरल सहज,मरीजों तथा विभागीय अधिकारी कर्मचारी के बीच अपने व्यवहार व्यक्तित्व के लिए डॉ कठौतिया ने अपनी पहचान बनाए हुए हैं।
भाई सरकारी डॉक्टर बनना आसान नहीं,,,,, फटेहाल मेहनत, संघर्ष और लगन ने बनाया डॉक्टर कठौतिया

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