मुंबई. महाराष्ट्र में सियासी रस्साकस्सी के बीच भाजपा ने बाजी मारते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के साथ मिलकर सरकार बना ली है। देवेंद्र फडणवीस ने आज सुबह राजभवन में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में दोबारा शपथ ली। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने एनसीपी के अजित पवार को भी उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। इसके साथ ही शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री बनने का सपना टूट गया। राज्यपाल ने फडणवीस सरकार को 30 नवंबर तक बहुमत साबित करने का समय दिया है।
शरद पवार ने आज शाम को साढ़े चार बजे एनसीपी विधायकों की बैठक बुलाई है।
संजय निरुपम ने कहा, ‘लोग सोच रहे होंगे कि मैं आज के घटनाक्रम से काफी खुश हूं, लेकिन वास्तव में मैं बहुत दुखी हूं। इसमें कांग्रेस को अनावश्यक रूप से बदनाम किया गया और शिवसेना के साथ गठबंधन की सोच एक गलती थी। मैं सोनिया जी से अपील करता हूं कि वह सबसे पहले कांग्रेस कार्यसमिति को खत्म कर दें।’
एनसीपी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक ने आरोप लगाया कि हमने उपस्थिति के लिए विधायकों से हस्ताक्षर लिए थे, उसका शपथग्रहण के लिए दुरुपयोग किया गया।
दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘लोगों ने हमें स्पष्ट जनादेश दिया था लेकिन शिवसेना ने परिणाम आने के बाद दूसरी पार्टियों के साथ गठबंधन करने की कोशिश की। जिसकी वजह से राष्ट्रपति शासन लागू हो गया। महाराष्ट्र को एक स्थिर सरकार की जरूरत है न कि खिचड़ी सरकार की।’