भिलाई। जेवरा-सिरसा शराब भट्ठी के सुपरवाईजर से विगत 26 सितम्बर को रूपयो से भरा बैग को लूट कर लूटरे पेट में गोली मारकर भाग गये थे। पुलिस ने उन लूटेरों को 11 दिनों में धरदबोचा। आरोपियों के पास से रूपयों से भरा बैग व कट्टा जब्त कर लिया है। पुलिस कंट्रोल रूप में पत्रकार वार्ता लेते हुये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उमेश वर्मा पिता धनेश वर्मा उम्र 26 साल निवासी कृष्णा नगर सुपेला रात्रि शराब भ_ी की बिक्री रकम 1 लाख 50 हजार रूपये काला रंग के बैग में भरकर यामाहा मोटरसायकल में अपने घर कृष्णा नगर सुपेला नहर नाली रोड से जा रहा था कि कुटेला भांठा नहर पुलिया के पास एक मोटरसायकल में सवार 03 अज्ञात व्यक्ति सुपरवाईजर का रास्ता रोककर गाड़ी का चाबी खींचकर मोबाईल एवं रूपये से भरा बैग को लूट कर गोली मारकर भाग गये थे।
मुखबीर से सूचना मिली कि गदा चौंक सुपेला में चिंता राम वर्मा के होटल के उपर मकान पर उत्तर प्रदेश के कुछ लोग आए हुए थे जो कि उस घटना के बाद से फरार हो गये है। चिंता राम वर्मा के मकान पर दबिश दिया। तब वहां पता चला कि सुरेश एवं विजय वर्मा को पखांजुर एवं राजनांदगांव जाना बताया गया। उत्तर प्रदेश जिला गोंडा से राहूल सिंह, सूरज उर्फ राजेश शुक्ला आए और जेवरा-सिरसा के शराब भ_ी के बिक्री रूपये को लूटने के लिए योजना बनाये और लगातार रेकी किये जो सफल नही होने से राहूल सिंह अपने दोस्त आनंद उर्फ आलोक दुबे जिला चंदोली उत्तर प्रदेश एवं जिला गड़वा झारखंड के सोनू, राहूल तिवारी को दुर्ग में बुलाये राहूल सिंह एवं सूरज शुक्ला पहले कट्टा लेकर आए हुए थे फिर लूट की घटना को अंजाम देने के लिए शाम के समय जेवरा-सिरसा शराब भटूठी का पूरी तरह रेकी किये गदा चौंक सुपेला से मोटरसायकल पल्सर क्रमांक सीजी 07 /4 6389 में राहूल सिंह, आनंद उर्फ आलोक दुबे और रहूल तिवारी दुसरे होण्डा गाड़ी से सूरज उर्फ राजेश शुक्ला और सोनू सभी लोग जेवरा-सिरसा शराब भटूठी गये। नहर पुलिया रोड के पास राहूल सिंह आनंद दुबे, राहूल तिवारी थे रात्रि जब शराब भटूठी का सुपरवाईजर रूपये लेकर अपने मोटरसायकल से निकला तब वहां पर खड़े सूरज शुक्ला द्वारा अपने मोबाईल से इसकी सूचना राहूलÓ के मोबाईल पर काल करके दी गई और सुपरवाईजर के वहां पहुंचने पर राहूल सिंह, आनंद दुबे एवं राहूल तिवारी तीनों मिलकर पुलिया के पास उसे रोककर गाड़ी का चाबी खींचकर उनके मोबाईल एवं रूपये से भरा बैग को लूटकर राहूल सिंह अपने पास रखे कट्टे से गोली मारकर भाग गये। 2 अक्टूबर को ही सुरेश वर्मा, विजय वर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया। इनसे कडाई से पूछताछ कर कई मामले के खुलासा किया गया है। इनके खिलाफ धारा 392 और 397 के तहत कार्यवाही की गई। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दुर्ग हिमांशु गुप्ता ने 30 हजार रूपये की ईनाम घोषणा की है। एसपी प्रखर पाण्डेय के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला, सायबर क्राईम दुर्ग जिले के प्रभारी प्रवीर चंद तिवारी के द्वारा टीम गठित किया गया। टीम में त्रिनाथ त्रिपाठी, ऐणु कुमार देवांगन, राजेश मिश्रा, आर.एल वर्मा, फारूक शेख, राजेश सिंह, नंदु यादव, हरीश सिंह, रितेश अग्निहोत्री फारूख खान, आर. अमित दुबे, आर.चंद्रशेखर बंजीर, पूर्ण बहादूर, आर. जुगनु, संतोष, सहवाज, पन्नेलाल का विशेष योगदान रहा।