दुर्ग 1 जून 2025। भिलाई इस्पात संयंत्र कांट्रेक्टर एंड लेबर वेलफेयर सोसायटी के सदस्यों ने सेक्टर 10 कॉफ़ी हॉउस मे एक आम सभा आयोजित की गई थी। सभा में भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन की आलोचना करते हुए कहा कि सेल के सभी संयंत्रो के अलावा केवल भिलाई इस्पात संयंत्र मे ठेका श्रमिकों का वेतन भुगतान की दर राज्य शासन के द्वारा निर्धारित दर पर की जा रही है। वही समस्त कार्यरत ठेकेदारों को केंद्रीय सरकार के श्रमिक नियमों का पालन करना पड़ता है। जिसके कारण ठेका श्रमिकों को प्रति माह हजारों रूपये का हानि हो रहा है, प्रबंधन की हठ धर्मिता के कारण ही भिलाई इस्पात संयंत्र के नियमित कर्मचारीयो को प्रतिदिन बायोमेट्रिक पद्धति से अपनी उपस्थिती दर्ज करानी पड़ रही है।
जिसका सभी श्रमिक संगठनों ने विरोध किया था, परन्तु दुर्भाग्य से इन श्रमिक संगठनों मे एक जुटता की कमी की वजह से प्रबंधन इसका फायदा उठाकर बायोमेट्रिक प्रणाली को लागू कर पाया, जिसमे कई खामिया है। जिसके दूरगामी परिणाम खतरनाक हो सकते है। परन्तु ठेका श्रमिको जिनकी संख्या लगभग 27000 है। जिन पर भिलाई संयंत्र का अधिकतम उत्पादन निर्भर है, ऐसे संगठित संगठन पर बायोमेट्रिक की अनिवार्यता लागू कर प्रबंधन अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार रहा है। क्योंकि भिलाई संयंत्र मे अब पूर्व की तरह असफल हड़ताल जैसी बात नहीं रह गई है। पिछला श्रमिक आंदोलन लगभग सफल हो गया था जो भिलाई संयंत्र के लिए आंदोलन का बीज था अब की बार प्रबंधन के अत्यधिक अत्याचार की वज़ह से असंतोष रूपी बारूद फट पड़ेगा और विशाखापत्तनम संयंत्र की तरह बड़ा आंदोलन भिलाई मे हो जाएगा तो कोई आश्चर्य नहीं। लगातार लाभ कमाने वाली भिलाई मे कर्मचारीयो का शोषण कर लंबित 39 माह का एरियर्स का भुगतान ना कर अधिकारियो को लगातार माला माल किया जा रहा है। संयंत्र के नगर क्षेत्र के रिक्त आवासो को ठेका श्रमिक को अबाटित किया जाना चाहिए। वही सोसायटी द्वारा प्रति श्रमिक 10 लाख का दुर्घटना बीमा श्रमिकों के भलाई का मील का पत्थर साबित हो रहा है।जिसका प्रीमियम सोसायटी द्वारा दिया जा रहा है। वही ठेकेदार सदस्यों ने स्वयं के लिए भी 50लाख का दुर्घटना बीमा किए जाने की मांग सोसायटी से की.सभी सदस्यों ने एक स्वर मे प्रबंधन की तुगलकी फरमान की आलोचना की तथा प्रबंधन से मांग की कि नित नए प्रयोग से भिलाई की आद्योगिक शांति को भंग ना करे। वेलफेयर,सोसायटी द्वारा श्रमिक हितो की रक्षा के लिए साहसिक कदम उठाए जाने का संकल्प लिया। आम सभा अध्यक्ष सीजू एंथोनी, कार्यकारणी अध्यक्ष -त्रिलोकी सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष नवीन सिंह, उपाध्यक्ष धीरज शुक्ला,राजेश अग्रवाल, महासचिव हितेश भाई पटेल, कमल अवस्थी, नंदू खंडेलवाल, वी के बाबू,व्ही के मोहम्मद,त्रिभुवन प्रसाद, वी के साहू, एम मोहन,शंकर प्रसाद शर्मा ,अर्पित पींचा,राजेश गीद,इसरार अहमद,रवि रंजन कुमार, एस पाठक,अंकित देवांगन, आर के गुप्ता,राजू सिंह, शिव लखन,श्री बालाजी, एस बी सिंह,बलदेव सिंह, एम पी पांडे,लाल सिंह,शैलेन्द्र, एस अंसारी, अर्गलो बिस्वास,राजेश शाह,दीपक मौर्या,कमल अरुण, आर रीगल, सौरव डे,पर्वत के बेहरा, पी ऐल पांडे,विनय कुमार सिंह, ऐन ऐन सिंह,नवीन,सैयद मिराज अली, सी सतीश कुमार,सुरेश सिंह,बीर बहादुर सिंह,आर के गुप्ता,सतीश रेड्डी,प्रवीण कुमार सिंह, सी के साहू, बलकार सिंह,सरजीत सिंह,एस डी सिंह,रघुवर दास,कैलाश चौहान,जयदीप वर्मा,सतीश यादव,संजय सरकार,राजेश मिश्रा,बलकार सिंह,सतीश,ऐन के कुट्टी, मोहन नायडू, सतीश सहित अनेक सदस्य गण उपस्थित थे।