भिलाई। 19 अक्टूबर, 2024, (सीजी संदेश) : चन्द्रमणि बुद्ध विहार जनकल्याण समिति कैम्प 1 भिलाई द्वारा वर्षावास समापन समारोह का आयोजन किया गया जिसमे आकर्षण का केंद्र धम्म रैली रही जो भंते अतापि संपाजानो अरुणाचल प्रदेश, दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष अनिल मेश्राम तथा समिति की अध्यक्ष अनिता मेश्राम की अगुवाई मे निकाली गई, रैली ने धम्म गीत व धम्म घोष के साथ क्षेत्र के विभिन्न गलियो व मार्गो का भ्रमण किया इस दौरान सभी बच्चो और बौद्ध उपासक उपासिकाओ ने भगवान बुद्ध की प्रतिमाओ को अपने शीष पर रखकर शहर भ्रमण किया।
वर्षावास समापन समारोह के प्रारंभ मे पूज्य भिक्षु संघ के चरण धोकर उन्हे त्रिबार वंदन व पंचांग प्रणाम किया गया, बुद्ध धम्म वंदना के उपरांत इस अवसर पर भंते अतापि संपाजानो अरुणाचल प्रदेश ने समस्त बौद्ध उपासक उपासिकाओ को संबोधित करते हुए कहा कि बौद्ध भिक्षुकगण वर्षाकाल मे तीन मास का बुद्ध विहार अथवा सुरक्षित स्थान पर वास कर बुद्ध के संदेशो व धम्म ज्ञान का प्रचार-प्रसार करते है, उपासको को इसका लाभ उठाना चाहिए, उन्होने कहा कि भगवान गौतम बुद्ध के सिद्धांत व संदेश मानव जगत के लिए सदैव ही कल्याणकारी रहेंगे। मुख्य अतिथि के रूप मे उपस्थित अनिल मेश्राम ने कहा कि सिद्धार्थ कपिलवस्तु राज्य के राजकुमार थे उन्होने सत्य की खोज मे राजपाट, पत्नि व पुत्र का त्याग कर तप किया तब कही उन्हे बुद्धत्व की प्राप्ति हुई, उनकी तरह त्याग करने वाला कोई भी व्यक्ति बुद्ध की उपाधि प्राप्त कर सकता है। चन्द्रमणि बुद्ध विहार जनकल्याण समिति की अध्यक्ष अनिता मेश्राम ने कहा कि संसार की इतनी दुविधाओ, व सामाजिक पारिवारिक समस्याओ के बीच भगवान तथागत गौतम बुद्ध के मध्यम मार्ग का सिद्धांत ही हमे जीवन जीने की कला सीखाता है और सर्व हित सुखाय हेतु जीने के लिए प्रेरित करता है। समिति के कोषाध्यक्ष गौतम खोब्रागड़े ने कहा कि समाजहित समाज कल्याण और स्वयं के बौद्धिक विकास हेतु धम्म की ज्योति को जलाये रखना आवश्यक है। समारोह मे संगीता पाटिल, गीतिका मेश्राम, आंचल वासनिक, श्रेया टेंभुरकर, रोहिणी मेश्राम, अश्विनी खोब्रागड़े, रंजना श्यामकुंवर, श्रावणी बौद्ध, सचिन श्यामकुंवर, उत्तम खोब्रागड़े, अंश डोंगरे, विहान खोब्रागड़े, ट्विंकल, प्रियल, पीहू, रानी, पिंकी सहित अनेक बौद्ध उपासक उपासिकाऐ व बालक बालिकाऐ शामिल थी। कार्यक्रम का संचालन संगीता पाटिल ने और आभार प्रदर्शन गीतिका मेश्राम ने किया।