दोस्तों इस श्रृंखला में हम प्रतिदिन आपको ऐसे कुछ औषधि गुणों से युक्त पतियों के बारे में नई जानकारी देते हैं जिन्हें आप जानते और पहचानते हैं। जो आपके आसपास मौजूद रहते हैं पर आप यह नहीं जानते यह आपके स्वास्थ्य के लिए कितने लाभदायक है। इन्हें आप अपनी दिनचर्या में शामिल कर आपने स्वास्थ्य और सौंदर्य में निखार ला सकते हैं। आइए आज ऐसे ही एक औषधीय गुणों से युक्त इमली के पत्ते बारे में जानते हैंl इमली का नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है। लेकिन क्या आप इमली के पत्ते के फायदे जानते हैं। इमली का पेड़ औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इमली के पत्ते के यही औषधीय गुण हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं। इमली की पत्तियों का उपयोग विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। इमली के पत्ते के फायदे मधुमेह को रोकने, मासिक धर्म के लिए, मलेरिया का उपचार करने, सूजन को कम करने, प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करने, स्कर्वी का इलाज करने आदि के लिए होते हैं। आइए विस्तार से जाने इमली के पत्ते किस प्रकार हमें लाभ पहुंचाते हैं।
मलेरिया में
हम सभी जानते हैं कि मलेरिया मच्छरों के काटने और हमारे आसपास फैली गंदगी के कारण होता है। मलेरिया का समय पर इलाज न किया जाए तो यह गंभीर स्थिति पैदा कर सकता है। लेकिन आप मलेरिया के घरेलू उपाय के रूप में इमली के पत्तों का उपयोग कर सकते हैं। इमली के पत्तों के अर्क में ऐसे गुण होते हैं जो प्लास्मोडियम फाल्सीपेरम (plasmodium falciparum) के विकास को रोकता है। जिससे मलेरिया रोगी को राहत मिलती है। आप उपचार के लिए इमली के पत्तों के अर्क का इस्तेमाल कर सकते हैं।
मधुमेह के लिए
उच्च रक्त शर्करा की समस्या आज लगभग आधे से अधिक लोगों को है। मधुमेह दो प्रकार का होता है डायबिटीज प्रकार 1 और डायबिटीज प्रकार 2, मधुमेह प्रकार 1 तब होता है जब शरीर में इंसुलिन उत्पादन की क्षमता कम हो जाती है। जबकि मधुमेह प्रकार 2 तब होता है जब शरीर आवश्यकता के अनुसार इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता है। लेकिन आप दोनो प्रकार के मधुमेह के लक्षणों को कम करने के लिए इमली के पत्तों का उपयोग कर सकते हैं। यह न केवल शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को कम करता है बल्कि इंसुलिन के उत्पादन को भी बढ़ाता है। इमली के पत्ते का उपयोग मधुमेह नियंत्रण के लिए किया जा सकता है।
स्कर्वी के लिए
विटामिन सी की कमी के कारण स्कर्वी रोग होता है। अक्सर इसे नाविक की बीमारी के नाम से जाना जाता है। स्कर्वी मुख्य रूप से संक्रमित मसूड़ों से संबंधित समस्या है जो नाखुनों को भी प्रभावित करती है। इस प्रकार की समस्या से छुटकारा पाने के लिए इमली की पत्तियों का उपयोग फायदेमंद होता है। क्योंकि इमली के पत्तों में एस्कॉर्बिक एसिड (ascorbic acid) होता है। यह एंटी-स्कर्वी विटामिन का काम करता है। यदि आप स्कर्वी रोग के लक्षणों को कम करना चाहते हैं तो इमली के पत्तों का उपयोग कर सकते हैं।
जननांग संक्रमण में
अधिकांश लोग गुप्तागों की खुजली और संक्रमण से परेशान रहते हैं। इस प्रकार की समस्या का इलाज इमली के पत्ते से किया जा सकता है। इसके लिए इमली के पत्तों का अर्क बनाकर प्रभावित क्षेत्र में लगाएं। यह अर्क जननांग क्षेत्र के संक्रमण को रोकने में मदद करता है। जिन लोगों को इस प्रकार की समस्या है वे इमली के पत्ते के लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
करे सूजन का इलाज
प्राचीन समय से ही आयुर्वेद में सूजन संबंधी समस्याओं का इलाज करने के लिए इमली के पत्ते उपयोग किये जा रहे हैं। इमली के पत्तों में एंटीइंफ्लामेटरी गुण होते हैं। इन गुणों के कारण इमली के पत्ते सूजन का इलाज करने में मदद करते हैं। यदि आप भी गठिया या अन्य चोट की सूजन से परेशान हैं तो इमली के पत्तों का इलाज के रूप में उपयोग कर सकते हैं।
मौखिक स्वास्थ्य के लिए
दांतों के दर्द और अन्य मुंह संबंधी समस्याओं के लिए इमली के पत्ते फायदेमंद होते हैं। इस प्रकार की समस्याओं से बचने के लिए मुंह की अच्छी सफाई आवश्यक है। मुंह में होने वाले संक्रमण और अन्य समस्याओं से मुंह की दुर्गंध आ सकती है। इन सभी समस्याओं के उपचार के लिए इमली के पत्ते लाभकारी होते हैं। आप भी अपने दांतों को स्वस्थ्य रखने और मौखिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए इमली के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
करें अल्सर का इलाज
अपने औषधीय गुणों के कारण अल्सर के इलाज के लिए इमली के पत्ते उपयोग किये जाते हैं। अल्सर एक बहुत ही कष्टदायक समस्या है। क्योंकि इसके दौरान असहनीय दर्द होता है। इमली के पत्तों से निकाले गए रस का उपयोग अल्सर उपचार के लिए किया जा सकता है। आप भी अल्सर के लक्षणों को कम करने के लिए इमली के पत्तों का उपभोग कर सकते हैं।
करें रक्तचाप को कम
आज की इस व्यस्त जीवन शैली में उच्च रक्तचाप की समस्या बहुत ही आम हो चुकी है। जिसके परिणाम बहुत ही गंभीर हो सकते हैं। इमली की पत्तियों का उपयोग कर आप रक्तचाप को नियंत्रित कर सकते हैं। सामान्य या निम्न रक्तचाप होने से आप स्ट्रोक और हृदय संबंधी समस्याओं से बच सकते हैं। इस तरह से हृदय को स्वस्थ्य रखने के लिए आप इमली के पत्तों का उपभोग कर सकते हैं।
मासिक धर्म में
महिलाओं के लिए मासिक धर्म बहुत ही कष्टदायक होता है। इस दौरान महिलाओं को गंभीर दर्द और ऐंठन का सामना करना पड़ता है। लेकिन इस समस्या का समाधान करने के लिए इमली के पत्ते लाभदायक होते हैं। दर्द को कम करने और मासिक धर्म को नियमित करने के लिए इमली की पत्तीयों और इसकी छाल का अर्क तैयार कर सकते हैं। इस अर्क का सेवन महिलाओं को इस प्रकार की समस्या से राहत दिला सकता है। क्योंकि इमली के पत्तों में दर्द निवारक गुण (analgesic) होते हैं। इस तरह से इमली के पत्ते महिला स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करते हैं।
स्तनपान में मदद करे
महिला स्वास्थ्य के लिए इमली के पत्ते बहुत ही फायदेमंद होते हैं। ये न केवल महिला स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं बल्कि स्तनपान कराने वाली महिलाओं में दूध उत्पादन को भी उत्तेजित करते हैं। जिससे शिशुओं को पर्याप्त और पौष्टिक आहार मिलता है। इस तरह से इमली के पत्ते महिलाओं और बच्चों के लिए फायदेमंद होते हैं।
घाव ठीक करे
चोट और अन्य प्रकार के घावों का इलाज करने के लिए इमली के पत्ते फायदेमंद होते हैं। इन पत्तियों से निकाले गए रस का उपयोग घावों को ठीक करने के लिए किया जा सकता है। इमली की पत्तियों में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो घावों को जल्दी और प्रभावी रूप से ठीक करने में मदद करते हैं। इसके अलावा इमली के पत्तों का उपयोग अन्य प्रकार के त्वचा संक्रमण को भी ठीक करने में मदद करते हैं।
सामान्य रूप से इमली के पत्तों का उपयोग स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। इमली के पत्तों के अब तक कोई ज्ञात दुष्प्रभाव ज्ञात नहीं हैं। लेकिन फिर भी आपको सलाह दी जाती है कि इमली के पत्तों का उपयोग बहुत ही कम मात्रा में करें।
यदि आप किसी विशेष उद्देश्य के लिए दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो इमली के पत्तों का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लें।
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