भिलाई। विश्वविद्यालय परीक्षा के संदर्भ में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा लिए गए निर्णय का अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने स्वागत किया है। कोविड-19 की वर्तमान परिस्तिथि को देखते हुए लगातार अभाविप सरकार से वि.वि परीक्षाओं के संबंध में लगातार अपनी निति स्पष्ट करने का आग्रह कर रही थी।एबीवीपी के प्रदेश मंत्री शुभम जायसवाल ने कहा की विद्यार्थी परिषद का शुरू से ही मानना था की अंतिम वर्ष व स्नाकोत्तर अंतिम सेमेस्टर के विद्यार्थियो के परीक्षाओं का आयोजन किया जाए, क्योंकि उनके आगे की शैक्षिक अभ्यासक्रम व भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। तथा प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्रों को भी मास प्रोमोशन ना देते हुए उनके वैकल्पिक मूल्यांकन के आधार पर आगे की कक्षा के लिए प्रवेश दिया जाए, और सरकार ने विवि को 3 विकल्प दिए हैं, उसके आधार पे ही छात्र अगले कक्षा मे पहुचेंगे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परीषद समय समय पर वि.वि परीक्षा के संदर्भ में वैकल्पिक मूल्यांकन कैसा हो यह भी सरकार को सुझाव दिए थे। आज सरकार ने उस दिशा में निर्णय कर छात्रों के असंजस को दूर किया हैं व इस विषय पर अपनी निति स्पष्ट की हैं, एबीवीपी सरकार के इस निति का स्वागत करती हैं और सरकार को यह सचेत भी करती हैं की वि.वि परीक्षा के आयोजन के समय UGC तथा भारत सरकार के स्वास्थ मंत्रालय के द्वारा दिये गए सभी प्रकार के निर्देशों (सोशल डिस्टेंस, सैनीटाइज़र, आदि) का पालन किया जाए। जिला संयोजक रितेश सिंह ने कहा की कुछ छात्र संगठन के कार्यकर्ता सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए छात्रो को भ्रमित कर रहे हैं जो की निंदनीय है, छात्रो को प्रमोट ना करते हुए उनके बचे हुए परीक्षाओं के वैकल्पिक मूल्यांकन का आदेश सरकार द्वारा दिया गया हैं।
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