दुर्ग। डेंगू की रोकथाम के लिए टेमीफास का छिड़काव सबसे अहम है। यह सुनिश्चित करें कि डेंगू के पाकेट एरिया में टेमीफास का पर्याप्त मात्रा में छिड़काव हो। डेंगू साफ पानी में पनपता है। जहां भी टेमीफास डालें वहां कुछ समय बाद पानी में पनपने वाले डेंगू के लार्वा मरने लगते हैं। यह निर्देश कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने आज समीक्षा बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि डेंगू को लेकर व्हाटसएप ग्रूप बनाएं जिसमें लगातार अद्यतन स्थिति की जानकारी देते रहें। इससे निगम और स्वास्थ्य अमले को समन्वय से कार्य करने में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि डेंगू का अंतिम रूप से पता एलिजा टेस्ट के बाद चलता है जिसकी सुविधा जिला अस्पताल में भी उपलब्ध है। डेंगू के मरीज पाये जाने पर प्रोटोकाल के मुताबिक कार्य करें। कलेक्टर ने कहा कि पाकेट एरिया में पिछले साल की तुलना में टैमीफास का दोगुना छिड़काव करें। निगम अमला लगातार मानिटरिंग करे कि टंकियों में अथवा कूलरों में बहुत दिनों से पानी का जमाव न हो। साथ ही डेंगू के लक्षणों को लेकर भी लोगों में जागरूकता बनी रहे। उन्होंने कहा कि स्थानीय जनसमूह की मदद भी लेना बहुत जरूरी है। कलेक्टर ने कहा कि पिछले साल जब डेंगू फैला था तो राज्य से टीम आई थी और उन्होंने डेंगू के पाकेट एरिया की ड्राइंग बनाई थी। ऐसे क्षेत्रों में क्या-क्या उपाय अब तक किए गए हैं और निकट भविष्य में डेंगू की रोकथाम के लिए किस तरह के कार्यक्रम यहां चलाये जाने हैं उसकी विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराएं। बैठक में अपर कलेक्टर संजय अग्रवाल, जिला पंचायत सीईओ गजेंद्र ठाकुर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
पार्षदों को सूची नहीं देने पर जताई नाराजगी
कलेक्टर ने आबादी पट्टे के आवेदन प्राप्त करने के लिए लगाए जा रहे शिविरों में आ रहे आवेदनों की जानकारी भी ली। उन्होंने पार्षदों को 1984 के पट्टाधारियों की सूची अब तक उपलब्ध नहीं कराये जाने पर नाराजगी भी व्यक्त की तथा सूची तत्काल पार्षदों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिविरों की रोज की गतिविधियों की जानकारी एवं फोटोग्राफ्स उन्हें उपलब्ध कराएं तथा शिविरों में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराएं। लोगों को इस संबंध में जानकारी हो, इसलिए मुनादी भी कराते रहें।
ट्रांसफार्मर का रखें बैकअप प्लान
कलेक्टर ने कहा कि शहर में पानी की सप्लाई सबसे महत्वपूर्ण है। यह अबाधित रूप से होता रहे, इसके लिए आवश्यक है कि निगम ट्रांसफार्मर का बैकअप प्लान भी तैयार रखें ताकि हर दिन लोगों को शुद्ध जल मिलता रहे। उन्होंने स्कूलों, आंगनबाड़ियों और ग्रामीण हैंडपंपों में क्लोरिनाइजेशन की बात भी कही। अधिकारियों ने बताया कि सभी जगहों पर क्लोरिन ट्रीटमेंट किया जा चुका है। कलेक्टर ने कहा कि जिन गांवों में नलजल योजना से पानी की सप्लाई की जा रही है वहां ओवरहेड टैंक की साफ-सफाई के निर्देश पंचायतों को दें।
सातवीं आर्थिक गणना पर कार्य शुरू
बैठक में सातवीं आर्थिक गणना के कार्यक्रम की समीक्षा की गई। उप संचालक योजना एवं सांख्यिकी ने बताया कि इसके लिए प्रगणक व सुपरवाइजर की नियुक्ति की जा रही है। उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। कलेक्टर ने कहा कि यह बेहद महत्वपूर्ण कार्य है क्योंकि आर्थिक गणना से प्राप्त आंकड़ों के विश्लेषण के आधार पर ही शासन द्वारा महत्वपूर्ण योजनाएं तैयार की जाती है तथा हितग्राहियों को लाभ दिया जाता है। एसडीएम अपने-अपने क्षेत्रों में इसकी मानिटरिंग करते रहें।
सभी समितियों में पर्याप्त मात्रा में हो खाद-बीज
खरीफ फसल को देखते हुए कलेक्टर ने खाद-बीज की उपलब्धता की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि इस बार शासन ने धान का समर्थन मूल्य बढ़ाया है इससे धान का रकबा बढ़ेगा। इस तरह से किसान की जरूरतों को देखते हुए पर्याप्त मात्रा में खाद-बीज सभी समितियों में उपलब्ध कराएं। इसकी स्थिति की लगातार मानिटरिंग करते रहें।
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