भिलाई। बीएसपी के उप महाप्रबंधक, पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट, के के यादव ने देशव्यापी करोना महामारी को लेकर शासन प्रशासन द्वारा की जा रही तैयारियों की सराहना की है साथ ही उन्होंने अपने कुछ सुझाव भी इस संबंध में दिए हैं श्री यादव ने कहा कि COVID 2019 के रोकथाम और नियंत्रण हेतु छत्तीसगढ़ शासन को रणनीति में थोड़ा सा परिवर्तन करने की जरूरत है। आज की तारीख में भारत में करीब 182990 लोग कोरोना से प्रभावित है वही 5188 लोगो की मौत हो चुकी है। वही छत्तीसगढ़ में 475 कोरोना मरीज अब तक मिले है तथा एक मरीज की मृत्यु भी हुआ है। पहले और दूसरे लॉकडाउन के दौरान कुछ एक मामलों को छोड़ दिया जाए तो लॉकडाउन का सख्ती से पालन देखने को मिला। लेकिन लॉकडाउन 3.0 तथा लॉकडाउन 4.0 में कई इलाकों में छूट दी गई.शासन को देश व प्रदेश चलना है, अर्थवयस्थ को भी देखना है । लॉक डाउन के दौरान शराब की दुकानों की लगी भीड़ हम सभी ने देखी। अब अप्रवासी मजूदरों को लाखों की संख्या में एक जगह से दूसरी जगह ट्रेनों से ले जाया जा रहा है। अब विदेशों से भी लोगों को स्वदेश लाया जा रहा है। ऐसे में कोरोना मामलों के बढ़ना का अनुमान तो लगाया ही जा सकता है। लोग स्वयं ही ट्रक से या अन्य वाहनों के द्वारा लौट रहे है ।एक लॉकडाउन ख़त्म होने पर दूसरा लॉकडाउन तो नहीं किया जा सकता। शासन को तैयारी करने के लिए जितना समय चाहिए था वो मिल गया है। लेकिन अब आगे ऐसे ही नहीं चल सकता। कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के लिए सोशल डिस्टेनसिंग के साथ साथ देश के डॉक्टरों को ये बात भी समझनी ही होगी। सभी जिला हॉस्पिटल्स या चिन्हित हॉस्पिटल्स में कोरोना टेस्टिंग की क्षमता बढ़ाना होगा, इलाज की वयस्था, बेड बढ़ाना की जरूरत, ICU को तैयार रखना होगा। अब शासन और डॉक्टर्स को कोरोना से सामने आकर लड़ाई लड़ना होगा। प्रत्येक जिले में दूसरे प्रदेशों से श्रमिक और लोग हजारों की संख्या में लौट रहे है किंतु टेस्टिंग क्षमता अब तक खासकर दुर्ग, रायपुर, राजनांदगांव, रायगढ़, बिलासपुर, अम्बिकापुर में बढ़ाया नही गया है बल्कि दुर्ग जैसे शहर में तो अब तक कोरोना मरीजो का इलाज शुरू नही किया गया है, केवल AIIMS और मेकाहारा के भरोसे है जबकि प्रदेश में दुर्ग, बिलासपुर और रायपुर में कई बड़े अस्पताल है। लोगो को होम क्वारंटाइन या क्वारंटाइन सेन्टर में भेजा जा रहा है। सरकार को कम से कम रेड जोन से आने वाले प्रत्येक व्यक्तियो का किसी भी परिस्थितियो में टेस्ट सैंपल करवाना जरूरी है ताकि कोरोना का इलाज हो सके दुसरे व्यक्ति में नही फैले अन्यथा यदि हम प्रवासियों का टेस्ट नही किये केवल होम क्वारंटाइन किये तो छत्तीसगढ़ या दूसरे प्रदेश में ये बीमारी सालों साल समाप्त नही होगा, हॉट स्पॉट बढ़ता रहेगा, एक दूसरे से संक्रमण फैलता रहेगा । शासन और पब्लिक दोनों परेशान होगा। कोविड 19 का संक्रमण बढ़ रहा है और अभी इसका ग्रोथ चार से साढ़े चार पर्सेंट के बीच है। अभी सतर्क रहने की जरूरत है। जो आंकड़े आ रहे हैं, उसमें यह तो साफ दिख रहा है कि मामला बढ़ रहा है, कहीं से भी यह कम नहीं हो रहा है। भले ही रफ्तार कम है, लेकिन यह बढ़ ही रहा है। इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है और कहीं न कहीं हर किसी को इस बारे में ध्यान देना होगा और अपनी-अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी, लोगो को नियमानुसार सोशल डिस्टेनसिंग को पालन करना जरूरी है किंतु कोरोना को रोकने के लिए या पूरी तरह समाप्त करने हेतु क्वारंटाइन के साथ साथ हमें सभी जिला हॉस्पिटल व अन्य चिन्हित हॉस्पिटल्स में टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने व दूसरे प्रदेश से लौटने वाले प्रत्येक व्यक्ति का कोरोना टेस्ट ईमानदारी से करे तभी हम इस तबाही को रोक पाएंगे।
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