दोस्तों इस श्रृंखला में हम प्रतिदिन आपको ऐसे कुछ औषधि गुणों से युक्त पतियों के बारे में नई जानकारी देते हैं जिन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल कर आप आपने स्वास्थ्य और सौंदर्य में निखार ला सकते हैं। आइए आज ऐसे ही एक औषधीय गुणों से युक्तजामुन के पत्ते बारे में जानते हैं। जामुन खाने के फायदे तो सभी जानते हैं, लेकिन क्या जामुन के पत्ते के फायदे आपको पता हैं ? यहां एक औषधीय पेड़ के विषय में बात की जा रही है जिसे आप जामुन के नाम से जानते हैं। जामुन का वैज्ञानिक नाम Syzygium Cumini है। जामुन की पत्तियों के फायदे मधुमेह, कैंसर, बवासीर, दस्त, पेचिश, पाचन, उच्च रक्तचाप आदि के लिए होते हैं। आइए जाने जामुन की पत्तियां हमारे स्वास्थ्य के लिए किस प्रकार से फायदेमंद हैं।
पेचिश के लिए
यदि आप पेचिश से ग्रसित हैं तो जामुन की पत्तियां आपका उपचार कर सकती हैं। जामुन के पत्तों का उपयोग पेचिश के लिए दवा के रूप में प्राचीन समय से किया जा रहा है। जामुन के पत्तियों के लाभ पेचिश को ठीक करने के साथ ही दोबारा इसके होने की संभावना को कम करते हैं। आप पेचिश के इलाज के लिए दवाओं का भी उपयोग कर सकते हैं। लेकिन इनके कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। लेकिन जामुन के पत्ते प्राकृतिक दवा का काम करते हैं जिनके दुष्प्रभावों की संभावना न के बराबर होती है। इस तरह से जामुन की पत्तियों का उपयोग पेचिश का इलाज करने में किया जा सकता है।
मधुमेह के उपचार में
जामुन के फायदे तो सभी जानते हैं। लेकिन जामुन की पत्तियों का उपयोग भी मधुमेह रोगी के लिए फायदेमंद होता है। भारत में हुए एक शोध से पता चलता है कि जामुन की पत्तियां, जामुन की गुठली और जामुन के फल के गूदे का मिश्रण मधुमेह की दवा का काम करता है। आप इन तीनों को अच्छी तरह से सुखा लें और पीस कर एक पाउडर बनाएं। इस पाउडर का दिन में दो बार सेवन करना मधुमेह रोगी के लिए फायदेमंद होता है। जामुन की पत्तियों के औषधीय गुण मधुमेह के कारण होने वाली मोतियाबिंद को भी रोकने में मदद करते हैं।
पाचन के लिए
जामुन के पत्तों का उपयोग पाचन तंत्र को ठीक रखने के लिए होता है। मानव के स्वास्थ्य की सभी समस्याएं लगभग पाचन तंत्र से ही प्रारंभ होती हैं। इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। आयुर्वेद में किये गए एक शोध से पता चलता है कि जामुन के विभिन्न अंगों में पाचन को ठीक रखने के गुण होते हैं। आप अन्य जड़ी बूटीयों के साथ जामुन के पत्तों को मिलाकर सेवन कर सकते हैं। यह अपचन और कमजोर पाचन जैसी स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में प्रभावी योगदान दे सकता है।
अल्सर के लिए
त्वचा की सामान्य समस्याओं में अल्सर भी शामिल है। जिसके उपचार करने के लिए आप जामुन के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं। अल्सर एक प्रकार की सूजन वाली त्वचा समस्या है जब हम इसे छूते हैं तो हमें गंभीर दर्द होता है। इस समस्या का निदान करने के लिए दवाओं का उपयोग करने से पहले प्राकृतिक उपचार में जामुन के पत्तों का उपयोग करना चाहिए।
मुंह के छालों को ठीक करें
आप मुंह के छालों को जड़ से खत्म करने के लिए जामुन की पत्तियों का उपयोग कर सकते हैं। खाना खाने या बात करने के दौरान मुंह के छालों में दर्द होता है। जामुन की पत्तियों में एंटी बॉयोटिक गुण होते हैं जो छालों को जल्दी ठीक करने में सहायक होते हैं। इसके अलावा आपके मुंह में छाले पाचन समस्याओं के कारण आते हैं। जामुन की पत्तियां पाचन तंत्र को भी स्वस्थ्य रखने में सहायक होते हैं। इस तहर से आप छालों को जड़ से खत्म करने के लिए जामुन की पत्तियों का उपयोग कर सकते हैं।
रक्त परिसंचरण में
जामुन के पत्तों का उपयोग रक्त परिसंचरण को सुचारू बनाए रखने के लिए कर सकते हैं। आपके शरीर का स्वास्थ्य स्वस्थ्य रक्तचाप पर निर्भर करता है। आपका उचित रक्त परिसंचरण आपके विभिन्न स्वास्थ्य लाभों के लिए आवश्यक है। विशेष रूप से रक्त परिसंचरण आपके हृदय के कामकाज को प्रभावित कर सकता है। जामुन पत्तों का सेवन रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ्य रखता है जिससे रक्त परिसंचरण ठीक से काम करता है। इससे आपका हृदय भी मजबूत रहता है।
बुखार ठीक करे
यदि आप बुखार का इलाज चाहते हैं तो जामुन की पत्तियों का उपयोग कर सकते हैं। स्वास्थ्य सलाहकारों के अनुसार बुखार आना हमारे शरीर की सामान्य सुरक्षा प्रक्रिया है। इस कारण यदि बुखार आता है तो प्रारंभिक स्तर में इसका उपचार नहीं किया जाना चाहिए। जामुन की पत्तियां शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करती हैं। इस तरह से आप बुखार को कम करने के लिए जामुन की पत्तियों का नियमित सेवन कर सकते हैं।
कैंसर से बचाए
जामुन की पत्तियों के फायदे कैंसर के लक्षणों को कम करने में सहायक होती है। कैंसर, जो की गंभीर और घातक बीमारी के रूप में जाना जाता है, का उपचार करना संभव नहीं है। लेकिन जामुन की पत्तियों में कैंसर विरोधी गुण होते हैं। जो आपके शरीर में कैंसर कोशिकाओं के उत्पादन और प्रसार दोनो को ही रोकने में मदद करते हैं। नियमित रूप से जामुन के पत्तों का उपभोग महिला और पुरुषों को फेफड़ों के कैंसर से बचा सकता उप
उच्च रक्तचाप में
जिन लोगों को उच्च रक्तचाप की समस्या होती है उनके लिए जामुन की पत्तियां किसी औषधी से कम नहीं है। जामुन के पत्तों में मौजूद औषधीय गुण उच्च रक्त प्रवाह को नियंत्रित करते हैं। इसके अलावा जामुन के पत्तों में एक ऐसा यौगिक होता है जो उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद मिलती है। यदि आप उच्च रक्तचाप के रोगी हैं तो जामुन के पत्तों के लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
दस्त का करे इलाज
इन औषधीय जामुन के पत्तों का उपयोग दस्त के इलाज में भी किया जाता है। जामुन के पत्तों में पाचन को आसान बनाने वाले गुण होते हैं। दस्त का प्रमुख कारण अपचन ही होता है। साथ ही बाहरी संक्रमण के कारण भी दस्त हो सकता है। जामुन की पत्तियों में पाचन को ठीक करने और संक्रमण को दूर करने के लिए एंटीमाइक्रोबियल गुण मौजूद रहते हैं। इस तरह से दस्त का इलाज करने में जामुन की पत्तियां मदद कर सकती हैं।
महिलाओं में बांझपन दूर करे
औषधीय गुणों से भर पूर जामुन की पत्तियों के फायदे महिलाओं के लिए भी होते हैं। ऐसा माना जाता है कि इन पत्तियों के रस का सेवन करने से महिला के बांझपन को दूर किया जा सकता है। जिन महिलाओं को इस प्रकार की समस्याएं हैं वे इस रस में थोड़ा शहद मिलाकर सेवन करें। यह मिश्रण अंडाशय या एंडोमेट्रियम के कार्यात्मक विकारों को दूर कर महिला बांझपन का इलाज कर सकती है।
यह सब घरेलू नुस्खे केवल तात्कालिक राहत के लिए है यदि आप इनके सेवन के बाद भी स्वस्थ महसूस नहीं करते हैं तो अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लेवे।