बिलासपुर। बिलासपुर जिला जहां एक ओर करोना महामारी से जूझ रहा है वही एक ऐसा मामला सामने आया है जिससे मानव का एक बार फिर शर्मसार हुई है। पूरा मामला संदिग्ध होने के बावजूद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कर मामले की सच्चाई जानने छानबीन शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार बिलासपुर के श्री राम हॉस्पिटल में इंजीनियरिंग की छात्रा का उपचार चल रहा है। इस बीच उसके साथ गैंगरेप होने का मामला सामने आया है। इस घटना के सामने आते ही शहर में सनसनी फैल गई है । इस घटना को अस्पताल प्रबंधन एवं पुलिस ने बेहद गंभीरता लिया है। घटना से सभी लोग अचंभित है। दरअसल 20 और 21 मई के दरमियानी रात छात्रा अस्पताल के आईसीयू में भर्ती थी। जैसे ही उसके के साथ बलात्कार होने की खबर निकल कर सामने आई सभी सतर्क हो गये। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार युवती के साथ गैंगरेप होने की बात कही जा रही है। लड़की ने चिट्ठी लिख कर खुद आपने पिता से इस बात की शिकायत की है। और
युवती ने खुद के साथ अनाचार करने वाले दो वार्ड बॉय को पहचान भी लिया है। हालांकि पुलिस अब भी मामले की जांच कर रही है। गैंगरेप के बाद लड़की के मेडिकल टेस्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई होगी। फिलहाल पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। सिविल लाइन थाना प्रभारी परिवेश तिवारी की माने तो पूरा मामला काफी पेचीदा है। क्योंकि जिस युवती ने गैंगरेप होने का आरोप लगाया है वह पिछले 3 दिनों से आईसीयू में एडमिट है। अस्पताल प्रबंधन के हवाले से यह बताया जा रहा है कि किस तरह युवती की स्थिति गंभीर होने की वजह से उसे आईसीयू में कैथेटर लगाकर रखा गया है। साथ ही सीसीटीवी फुटेज और काम के दौरान मौजूद लोगों के बयान भी कराए जा चुके हैं। इन सब के आधार पर युवती के साथ गैंग रेप होने की संभावना कम नजर आती है। बरहाल बिलासपुर पुलिस इस पूरे मामले की तहकीकात बेहद गंभीरता और सजग रहते हुए कर रही है। इस पूरे मामले को लेकर बिलासपुर शहर के विधायक शैलेश पांडये अस्पताल पहुंचे वहां उन्होंने प्रबंधन और परिजनों से मुलाकात की इसके बाद मीडिया से चर्चा करते उन्होंने कहा की, ये एक जघन्य अपराध है। ऐसे अपराध को अंजाम देने वालों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि, सबसे पहले युवती के बेहतर उपचार के लिए उसे दूसरे अस्पताल में दाखिल कर देना चाहिए। ताकि पूरे मामले की निष्पक्षता से जांच हो सके। विधायक शैलेश पांडेय इस मामले को मानवता को शर्मसार करने वाला करार दिया है। गौरतलब इस पूरे मामले की शिकायत प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से भी हो चुकी है। इस मामले में उन्होंने गंभीरता दिखाते हुए मामले की निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए हैं। फिलहाल अस्पताल प्रबंधन और पुलिस की थ्योरी पीड़ित परिवार की कहानी से बिल्कुल भी मेल नहीं खाती।