भिलाई। 16 अगस्त, 2025, (सीजी संदेश) : संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 1994 मे घोषित विश्व आदिवासी दिवस समारोह शहर गोंडवाना समाज दुर्ग के तत्वावधान मे नयापारा दुर्ग मे विश्व आदिवासी दिवस समारोह हर्ष उल्लास जोश व विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा आदिवासी नृत्य प्रस्तुति के साथ मनाया गया। इस अवसर पर आमंत्रित अतिथिगण, आदिवासी समाज के अनेक समाज प्रमुख व समाज के लोग भारी संख्या मे उपस्थित थे।
समारोह के प्रारंभ मे अतिथियो द्वारा आदिवासी समाज के आराध्य बूढ़ा देव, वीरांगना रानी दुर्गावती, महान योद्धा बिरसा मुंडा, क्रांतिकारी शहीद वीर नारायण सिंह तथा भारतीय संविधान के शिल्पकार डा.बाबासाहेब भीमराव आम्बेडकर के तैलचित्रो पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित किये गये। उपस्थित जन समुदाय को संबोधित करते हुए गोंड समाज के अध्यक्ष गोरेलाल ठाकुर ने कहा कि एक तीर एक कमान सारे आदिवासी एक समान यह भाव यह नारा पूरी दुनिया के आदिवासियो के लिए लागू होता है। आदिवासी समाज की प्रखर व मुखर सेविका ऊषा ठाकुर ने कहा कि छत्तीसगढ़ सहित पूरे भारत के जल जंगल और जमीन की रक्षा करना सिर्फ आदिवासियो का ही कर्तव्य नही बल्कि केन्द्र सरकार और राज्य सरकार का भी दायित्व होना चाहिए और आदिवासियो के संवैधानिक अधिकारो को पूर्ण करने के लिए सरकार को सजग व गंभीर होना चाहिए। विशेष अतिथि क्षेत्रीय पार्षद मनीष साहू ने कहा की एससी एसटी ओबीसी की एकजुटता एक नया इतिहास रच सकती है अब हमे अलग अलग नही बल्कि एक होकर अपने संवैधानिक अधिकारो की लड़ाई लड़नी होगी, आदिवासी समाज छत्तीसगढ़ मे रीढ़ की हड्डी के समान है जिस पर हमे अत्यंत गर्व है। प्रमुख अतिथि अखिल भारतीय एससी एसटी ओबीसी संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव अनिल मेश्राम ने कहा कि सरलता और सहजता आदिवासियो का मूल स्वभाव है किन्तु उतनी ही सजगता और वीरता के साथ किसी भी घटना की प्रतिक्रिया या हमले का प्रतिकार करना भी इन्हे बखूबी आता है। जनविरोधी व्यवस्था व अंग्रेजो के खिलाफ बिरसा मुंडा व शहीद वीर नारायण सिंह की लड़ाई व शहादत इस बात का अकाट्य प्रमाण है। मुख्य अतिथि दुर्ग शहर के विधायक गजेंद्र यादव ने कहा कि अफ्रीका, अंडमान निकोबार, गोवा सहित बस्तर छत्तीसगढ़ मे निवासरत सारे आदिवासी एक समान है इनका समूह मे होकर एकजुटता से लड़ना अपने मूल अधिकारो के प्रति सचेत होने की भावना व इनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। समारोह मे नन्ही बालिका द्वारा मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया गया जिस पर श्री यादव ने उसे गोद मे उठाकर स्नेहाशीष देते हुए पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया। इसके अलावा समाज के अनेक युवक-युवतियो द्वारा आदिवासी नृत्य सहित विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम का सफल व कुशल संचालन मनोज ठाकुर द्वारा एवं आभार प्रदर्शन एन.के. नागवंशी द्वारा किया गया।
नयापारा दुर्ग मे विश्व आदिवासी दिवस समारोह हर्षोल्लास व सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ संपन्न, सरलता,सहजता,सजगता और वीरता आदिवासी होने का प्रतीक : अनिल मेश्राम
 
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