दोस्तों इस श्रृंखला में हम प्रतिदिन आपको ऐसे कुछ औषधि गुणों से युक्त पतियों के बारे में नई जानकारी देते हैं जिन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल कर आप आपने स्वास्थ्य और सौंदर्य में निखार ला सकते हैं। आइए आज ऐसे ही एक औषधीय गुणों से युक्त नीम के पत्ते बारे में जानते हैं। हमारे देश में नीम एक बहुत बड़ी औषधि है, जिसे कई हजारों सालों से उपयोग किया जा रहा है। आज के समय में बहुत सी अंग्रेजी दवाइयां नीम की पत्ती व उसके पेड़ से बनती है। नीम के पेड़ की हर एक चीज फायदेमंद होती है। बहुत सी बड़ी बड़ी बीमारियों का इलाज इससे किया जाता है। भारत देश में नीम का पेड़ घर में होना शुभ माना जाता है। लोग अपने घर में इसे लगाते है ताकी इसके फायदे उठा सके। ऐसा भी माना जाता है कि इसकी हवा मात्र से हवा में मौजूद विषैले जीवाणु नष्ट हो जाते हैं और घर में प्रवेश नहीं कर पाते। भारत से नीम के पत्तों का निर्यात 34 देशों में किया जाता है। नीम का स्वाद कड़वा होता है, लेकिन ये जितनी कड़वी होती है, उतनी ही फायदे मंद होती है।
मुंहासे का इलाज करता है
मुंहासे होने पर नीम की पत्तियों को पीस कर अगर त्वचा पर लगाया जाए, तो मुंहासों से निजात पाई जा सकती है और त्वचा पर मुंहासे होना बंद हो जाते हैं. इसके अलावा इस पेड़ की पत्तियों का सेवन करके भी मुंहासों को खत्म किया जा सकता है.
टैनिंग को करे खत्म
धूप में ज्यादा देर खड़े होने से त्वचा पर बुरा प्रभाव पड़ता है और त्वचा पर टैनिग आ जाती है. वहीं धूप से काली पड़ी त्वचा पर नीम की पत्तियों का फेस पैक लगाकर टैनिग को दूर किया जा सकता हैं। यह फेस पैक बनाने के लिए आपको बस इन पत्तियों को सूखा कर उनका पाउडर बनाकर इसे दही में मिलाकर पैक बना ले।
चेहरे पर लाए निखार
नीम की पत्तियों के पाउडर के संग अगर हल्दी को मिलाकर चेहरे पर लगाया जाए, तो चेहरे का निखार और बढ़ जाता है। हल्दी के अलावा आप नीम के पीसे हुए पत्तों में खीरे के रस को भी मिला सकते हैं.
डार्क सर्किल को करे गायब
आंखों के नीचे डार्क सर्किल होने पर आप नीम के पत्तियों को पीसकर पेस्ट बना लें, उस पेस्ट को इनपर लगा दें और कुछ मिनट तक इस पेस्ट को लगे रहने दें. कुछ समय के बाद आप इस लेप को पानी की मदद से साफ कर दे हफ्ते में तीन बार ये पेस्ट डार्क सर्किल पर लगाने से ये जल्द ही कम हो जाएंगे।
खून को करे साफ
नीम के पत्तों में कवक और जीवाणु को खत्म करने की ताकत होती है. इसलिए अगर इसकी पत्तियों को खाया जाए, तो शरीर का खून साफ हो जाता है और शरीर के गंदे जीवाणु भी खत्म हो जाते हैं.
मधुमेह को करे नियंत्रित
नीम के पत्तों पर किए गए कई अनुसंधानों में पाया गया है कि ये पत्ते मधुमेह के मरीजों के लिए फायदेमंद होते हैं और जिन लोगों को भी अधिक मधुमेह की शिकायत है, अगर वो इसके पत्तों को नियमित रूप से खाएं तो इस बीमारी से राहत पा सकतें है.
मलेरिया में लाभ दायक
कई देशों में जिन लोगों को मलेरिया हो जाता है, उन लोगों के इलाज के दौरान नीम का इस्तेमाल भी दवा के रूप में किया जाता है। दरअसल इसके पत्तों में पाए जाने वाला गेंडनिन (gedunin) घटक इस बीमारी के इलाज में कारगर साबित होता हैं और तेज बुखार को कम करने में मदद करता हैं। इसलिए जिन लोगों को मलेरिया होता है उन्हें नीम के पत्ते खाने की राय दी जाती है.
पेट के लिए लाभदायक
पेट की कई समस्यों पर भी नीम के पत्तों का कारगर असर पड़ता है और इसके पत्तों को खाने से ऐसिडिटी की समस्या, कब्ज, पेट दर्द की समस्या से राहत पाई जा सकती है। इसलिए अगर आप किसी पार्क में कसरत करने जाते हैं, तो करसत करते समय नीम के पेड़ से उसकी दो तीन पत्तियों को तोड़कर खा लें, हालांकि पत्तों को खाने से पहले उसे साफ जरूर कर लें.
यूरिन संक्रमण
यूरिन संक्रमण होने पर भी अगर इसका सेवन किया जाए, तो इस संक्रमण से राहत पाई जा सकती है और इस संक्रमण से ग्रस्त लोग अगर रोज सुबह उठाकर इसके पत्ते चबाएं, तो इस संक्रमण से उन्हें जल्द राहत मिल जाएगी.
फुंसी की समस्या में लाभदायक
जिन भी लोगों को काफी अधिक फूंसी होती है, वो नीम की पत्तियों को खाना शुरू कर दें या फिर इसकी पत्तियों को पीस कर उसका जूस निकाल कर उसका सेवन कर लें। लेकिन याद रहे कि इसका जूस बेहद कड़वा होता है, इसलिए आप केवल थोड़ी मात्रा में ही इसके जूस का सेवन करें।
कोलेस्ट्रॉल को करें नियंत्रित
कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने पर अगर नीम के पत्तियों को खाया जाए, तो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित कर सकते हैं. इसलिए जिन लोगों का कॉलेस्ट्रोल लेवल अधिक है, वो कुछ दिनों तक नीम की पत्तियों का सेवन कर अपने इस लेवल को नियंत्रित कर सकते हैं.
फफूंद संक्रमण
शरीर के किसी हिस्से में फफूंद यानी फंगल संक्रमण होने पर अगर उस हिस्से पर नीम की पत्तियों का लेप लगाया जाए, तो संक्रमण जल्द ही ठीक हो जाता है.
रोग प्रतिरोधक शक्ति
नीम शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति बढाने में भी काफी लाभदायक साबित होता है और इसके पत्ते या फिर इसके कैपसूल खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति को मजूबत किया जा सकता है।
जले हुए हिस्से को करे सही
जले हुए हिस्से पर अगर नीम का लेप लगाया जाए, तो उस हिस्से को जल्द ही ठीक किया जा सकता है और साथ में ही उस हिस्से में किसी तरह का संक्रमण होने की उम्मीद भी कम हो जाती है.
कीड़े के जहर के असर को करे कम
किसी व्यक्ति को यदि कोई कीड़ा काट लेता हैं तो कीड़े की काटी हुई जगह पर अगर इसके पत्तों को पीस कर लगाया जाए तो कीड़े के जहर के असर को कम किया जा सकता है. हालांकि पत्तों की जगह आप इसके तेल का इस्तेमाल भी कीड़े द्वारा काटी गई जगह पर कर सकते हैं.
कैंसर का खतरा कम
अगर इसकी पत्तियों को खाया जाए, तो कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है और साथ में ही ये गर्भनिरोधक की दवा के तौर पर भी कार्य करती है.
बालों में लाए चमक
रूखे बालों पर अगर नीम की पत्तियों का पेस्ट बनाकर लगाया जाए, तो बालों का रूखापन दूर हो जाता है और बालों में चमक आ जाती है। इसका पेस्ट बनाने के लिए आपको नीम की पत्तियों के पाउडर में शहद मिलाना होगा और इस पेस्ट को अपने बालों पर लगाना होगा
बालों को बनाएं मजबूत
जिन लोगों के बाल काफी कमजोर है और आसानी से टूट जाते हैं, वो लोग अपने बालों को नीम की मदद से मजबूत कर सकते है. बालों को मजबूत करने के लिए आपको नीम की पत्तियों को पीसकर एक पेस्ट तैयार करना होगा और उस पेस्ट को अपने बालों पर लगाना होगा। आप चाहे तो इस पेस्ट को बनाने के लिए इसमें नारियल का तेल भी डाल सकते हैं। ये पेस्ट बालों पर लगाने के दस मिनट बाद आप साफ पानी से बालों को धो लें।
जूं को करे खत्म
जूं होने पर अगर नीम की पत्तियों का पेस्ट बालों पर लगाया जाए, तो जूंएं खत्म हो जाती हैं। आप चाहें तो इसके पेस्ट की जगह इसकी पत्तियों को पानी से उबालकर उस पानी से बालों को धोकर भी जूंओं को खत्म कर सकते हैं। हालांकि ये याद रहे की पानी ठंडा होने पर ही आप उससे अपने बाल धोंए
यह सब घरेलू नुस्खे केवल तात्कालिक राहत के लिए है यदि आप इनके सेवन के बाद भी स्वस्थ महसूस नहीं करते हैं तो अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लेवे।