रायपुर। 04 जुलाई, 2025, (सीजी संदेश) : कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय में हाल ही में विश्वविद्यालय के पूर्व सेमेस्टर की परीक्षा के परिणाम घोषित हुए हैं। यह परीक्षा के परिणाम बेहद ही दयनीय है। पत्रकारिता जैसे विषय पर विद्यार्थियों का फेल होना काफी चिंतन का विषय है। विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों की फेल होने और एटीकेटी आने की संख्या बढ़ी है।ज्ञात हो कि कुछ विभागों में शिक्षकों की कमी के कारण विद्यार्थियों की पूरी कक्षाएं नहीं हो पाती। इसके चलते विद्यार्थी अपने पाठ्यक्रम की तैयारी सही तरीके से नहीं कर पाते, जिसका खामियाजा विद्यार्थियों को परीक्षा में फेल होकर भुगतना पड़ रहा है। हाल ही में विज्ञापन एवं जनसंपर्क अध्ययन विभाग में जारी हुए परीक्षा परिणाम में द्वितीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों का रिजल्ट बेहद ही दयनीय रहा, जिसमें पूरे कक्षा मात्र दो विद्यार्थियों उत्तीर्ण रहे, कुछ विद्यार्थियों को एटीकेटी और अन्य विद्यार्थी फेल रहे। इसी तरह विज्ञापन एवं जनसंपर्क अध्ययन विभाग के फाइनल ईयर के विद्यार्थियों में मात्र तीन विद्यार्थियों ने उत्तीर्ण परिणाम प्राप्त किया और अन्य विद्यार्थियों को ग्रेस देकर पास करना पड़ा और कुछ अनुत्तीर्ण रहे।यह नौबत विभाग में शिक्षक के न होने के कारण है। विभाग में जो पाठ्यक्रम चल रहा है, उसमें लगभग एक सेमेस्टर में प्रैक्टिकल मिलकर 8 पेपर होते हैं। दोनों सेमेस्टर के विषयों को अगर जोड़ा जाए तो 1 दिन में 13 से 14 पेपर सिलेबस के अनुसार संचालित है, जिसे पढ़ने के लिए मात्र दो शिक्षक कार्यरत है जिसमें से एक शिक्षक अन्य विभाग के विभागाध्यक्ष भी है जिससे उनके ऊपर अतिरिक्त कार्य भार होने के कारण वह अधिक कक्षाएं लेने में सक्षम नहीं है। ज्ञात हो कि इसी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर ने विश्वविद्यालय को दो बार पत्र लिखकर वर्कलोड अधिक होने और विद्यार्थी की कक्षाएं बाधित होने की लिखित शिकायत विश्वविद्यालय की कुलपति व कुलसचिव को की, उसके बाद भी विश्वविद्यालय ने विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ करते हुए इस और जरा भी संज्ञान नहीं लिया। परिणाम बच्चों को फेल होना पड़ा। रोजाना 13 से 14 पेपर को दो शिक्षकों द्वारा पढ़ाया जाना असंभव है। ऐसे में यहां विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खेल जा रहा है। अपनी गलतियों के कारण विद्यार्थियों को एटीकेटी व अनुत्तीर्ण होने का रिजल्ट प्रदान करने में न तो विभाग को कोई अफसोस है और ना ही विश्वविद्यालय को। हाल ही में कुशाभाव ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय का प्रदेश के राज्यपाल और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति रमन डेका ने विश्वविद्यालय की चरमराई हुई व्यवस्थता के चलते स्वयं आकस्मिक निरीक्षण कर कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के प्रशासनिक गतिविधियों के साथ ही कर्मचारियों और अधिकारियों के कार्यों का जायजा लिया। जहां राज्यपाल ने विश्वविद्यालय और विद्यार्थियों के भविष्य व शैक्षणिक गुणवत्ता के सुधार लाने के लिए अनेक निर्देश जारी किए।