भिलाई – छत्तीसगढ़ प्रदेश बॉडी बिल्डर्स एसोसिएशन के महासचिव अरविंद सिंह ने बताया कि, आज लॉकडाऊन व काविड-19 के दौरान उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर छत्तीसगढ़ प्रदेश बॉडी बिल्डर्स एसो. व दुर्ग-भिलाई के जिम संचालकों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 14 मई को दोपहर में चर्चा हुई। इस दौरान सभी जिम संचालकों ने लॉकडाऊन के वजह से आर्थिक स्थिति की तंगी की चर्चा की गई। चर्चा के दौरान जिम संचालकों ने अपनी माली हालत, बैंक ऋण, बिल्डिंग का किराया एवं छत्तीसगढ़ विद्युत मंडल द्वारा भेजी गई विद्युत बिलों से संबंधित विषयों पर गंभीरता के साथ चर्चा की गई।
चर्चा के दौरान अनेक जिम संचालकों ने बताया कि, लगभग दो महीने के लॉकडाऊन के बाद जिम बंद होने से सभी जिम संचालकों की आर्थिक हालत बहुत खराब हो चुकी है। शहर के अधिकतर जिम किराये से एवं बैंक के द्वारा फायनेंस पर चल रहे है और मकान मालिक के द्वारा किराया देने का लगातार दबाव बनाया जा रहा है। बिजली का बिल जिम बंद होने के बाद बड़ी राशि भेजी जा रही है। सभी जिम में लगभग 8 से 10 कर्मचारी कार्यरत है। जिम बंद होने से प्रदेश के सभी बॉडी बिल्डर राष्ट्रीय प्रतियोगिता की तैयारी से वंचित है। सभी जिम संचालकों की प्रदेश शासन ने माँग है कि, उन्हें भीे जिम खोलने की अनुमति दी जाये। जिम संचालक शासन के नियमों का पूर्णत: पालन करेंगे। जैसा कि, भारत सरकार एवं राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा भी यह बात कही गई है कि, कसरत करने से शरीर का इम्युनिटी सिस्टम बढ़ता है। इसलिए प्रदेश सरकार से आग्रह है कि, प्रदेश के सभी जिम चालू करने की अनुमति सरकार की गाईड लाईन के साथ प्रदान करने की कृपा करें। अरविंद सिंह ने बताया कि, आज लगभग 25 से अधिक जिम संचालकों की आपस में वीडियों कॉन्फे्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा हुई।
लॉकडाऊन से जिम संचालकों की आर्थिक स्थिति खराब, शासन से मांगी जिम खोलने की माँगी अनुमति, वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग में स्थिति के संबंध में की चर्चा
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