दुर्ग 19 मई 2025। जिलाधीश सभागार विजय अग्रवाल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, अजय दानी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला दुर्ग तथा सिविल सर्जन डॉ. हेमंत साहू की उपस्थित कार्यशाला हुई। कार्यशाला में आपराधिक प्रकरणों में एमएलसी कर्ता एवं उपचार करने वाले डॉक्टर का साक्ष्य की दृष्टि से महत्व, अभियोजन साक्ष्य के रूप में उनकी भूमिका, मेडिकोलीगल प्रकरण एवं पोस्टमार्टम से संबंधित प्रकरणों में पुलिस जांच/ विवेचना में आने वाली विभिन्न व्यवहारिक समस्या एवं उनके निदान व आपसी समन्वय से प्रकरणों के त्वरित निराकरण पर विस्तार से चर्चा किया गया। कार्यशाला में डॉ एवं पुलिस अधिकारीयो को विस्तार से एमएलसी ,पीड़ित के उपचार से संबंधित मेडिकल रिपोर्ट संबंधी दस्तावेज एवं पीएम रिपोर्ट में अभियोजन साक्ष्य की दृष्टि से महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला गया। साथ ही विवेचना के दौरान साक्ष्य की दृष्टि से महत्वपूर्ण बिंदुओं के समावेश किए जाने वाले विंदुओं के बारे में बताया गया। समय में आने वाले व्यवहारिक दिक्कतों पर चर्चा कर उनका निदान किया गया।कार्यशाला में उपसंचालक अभियोजन श्रीमती अनुरेखा सिंह, जिला अभियोजन अधिकारी दुर्ग श्री चौरसिया, श्री सत्य प्रकाश तिवारी नगर पुलिस अधीक्षक भिलाई नगर, दुर्ग जिले के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी,पोस्टमार्टमकर्ता डॉक्टर सहित विभिन्न थानों से आए विवेचक बड़ी की संख्या में उपस्थित थे ।
विधिवत पोस्ट मॉर्टम एवं MLC रिपोर्ट लेखन पर कार्यशाला का आयोजन,,,,, डॉक्टर ने रखी अपनी राय

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