आज बुधवार, 12 मार्च 2025 को नो स्मोकिंग डे, धूम्रपान करने वालों के लिए धूम्रपान छोड़ने पर विचार करने के लिए एक शक्तिशाली अनुस्मारक है। इस वर्ष की थीम, “छोड़ो और जीतो”, धूम्रपान करने वालों को एक स्वस्थ भविष्य की ओर साहसिक कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित करती है। धूम्रपान छोड़ने से, व्यक्ति न केवल बेहतर शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि बेहतर मानसिक स्थिति और अपनी जेब में अधिक पैसा भी जीत सकता है। हर किसी को धूम्रपान के नुकसान से मुक्त, लंबा, स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने का अवसर मिलना चाहिए। तो क्यों न नो स्मोकिंग डे पर पहला कदम उठाया जाए और बेहतर बनने की अपनी यात्रा शुरू की जाए?
धूम्रपान एक गंभीर सामाजिक और स्वास्थ्य समस्या है, जिससे हर साल लाखों लोग प्रभावित होते हैं। तंबाकू और सिगरेट के सेवन से न केवल धूम्रपान करने वाला व्यक्ति बल्कि उसके आसपास रहने वाले लोग भी प्रभावित होते हैं। इसी खतरे को रोकने के लिए 12 मार्च 2025 को विशेष रूप से “धूम्रपान निषेध दिवस” के रूप में मनाया जाता। इस दिन का उद्देश्य लोगों को धूम्रपान के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करना और उन्हें इसे छोड़ने के लिए प्रेरित करना है।
धूम्रपान निषेध दिवस का इतिहास
आपको बता दें कि धूम्रपान निषेध दिवस पहली बार वर्ष 1984 में यूनाइटेड किंगडम में मार्च माह के पहले बुधवार को मनाया गया था। हालांकि, समय के साथ, यह दिवस दूसरे बुधवार को मनाया जाने लगा। बता दें कि अब यह दिवस पूरे यूनाइटेड किंगडम समेत अन्य देशों में भी एक वार्षिक कार्यक्रम के रूप में मनाया जाता है। इस दिवस को वैश्विक स्तर पर मनाये जाने का उद्देश्य था धूम्रपान करने वाले लोगों को हमेशा के लिए धूम्रपान छोड़ने में मदद करना।
धूम्रपान निषेध दिवस 2025 थीम
धूम्रपान निषेध दिवस, ध्रूमपान के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल एक खास थीम के साथ मनाया जाता है। 2025 में नो स्मोकिंग डे 12 मार्च को मनाया जाएगा। धूम्रपान निषेध दिवस 2025 थीम की थीम: इस नो स्मोकिंग डे “छोड़ो और जीतो”, रखी गई है।
धूम्रपान से होने वाले नुकसान
धूम्रपान से स्वास्थ्य, समाज और पर्यावरण पर कई नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं।
धूम्रपान निषेध दिवस का महत्व
धूम्रपान निषेध दिवस एक महत्वपूर्ण अवसर है जो तंबाकू के खतरों के बारे में जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।इस दिवस का महत्व निम्नलिखित है :
* यह दिवस लोगों को धूम्रपान एवं तंबाकू से होने वाली बीमारियों के बारे में शिक्षित करता है।
* यह दिवस लोगों को धूम्रपान छोड़ने के लिए प्रेरित करता है।
* यह दिवस तंबाकू मुक्त दुनिया के निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
* यह दिवस लोगों को धूम्रपान छोड़ने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करता है।
* यह दिवस लोगों को तंबाकू से होने वाली बीमारियों की जांच के लिए प्रोत्साहित करता है।
स्वास्थ्य पर प्रभाव:
फेफड़ों का कैंसर: सिगरेट में मौजूद निकोटीन और अन्य हानिकारक तत्व फेफड़ों की कोशिकाओं को नुकसान पहुँचाते हैं।
हृदय रोग: धूम्रपान से रक्तचाप बढ़ता है और हृदय संबंधी बीमारियाँ होने की संभावना बढ़ जाती है।
श्वसन संबंधी समस्याएँ: लंग्स की कार्यक्षमता कम हो जाती है, जिससे सांस लेने में कठिनाई होती है।
गर्भावस्था पर प्रभाव: गर्भवती महिलाओं में धूम्रपान से गर्भपात और शिशु में जन्मजात विकार हो सकते हैं।
सामाजिक और आर्थिक प्रभाव:
* धूम्रपान करने वालों पर इलाज का खर्च अधिक होता है।
* सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान से अन्य लोग भी प्रभावित होते हैं, जिसे पैसिव स्मोकिंग कहते हैं।
* यह बच्चों और युवाओं के बीच नशे की प्रवृत्ति को बढ़ावा देता है।
पर्यावरण पर प्रभाव:
* सिगरेट के अवशेष पर्यावरण को दूषित करते हैं।
* तंबाकू उत्पादन से वन कटाई बढ़ती है और प्राकृतिक संसाधनों का नुकसान होता है।
धूम्रपान रोकने के लिए सावधानियाँ
धूम्रपान छोड़ने के लिए दृढ़ निश्चय और सही उपायों की आवश्यकता होती है।
मजबूत इच्छाशक्ति: धूम्रपान छोड़ने का पहला कदम आत्म-नियंत्रण और दृढ़ संकल्प है।
निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी (NRT): च्यूइंग गम, पैच और इनहेलर का उपयोग किया जा सकता है।
योग और ध्यान: मानसिक तनाव को कम करने के लिए ध्यान और योग का सहारा लेना चाहिए।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाएँ: व्यायाम, संतुलित आहार और सही दिनचर्या धूम्रपान छोड़ने में मदद कर सकती है।
समर्थन समूहों और हेल्पलाइनों का सहारा लें: कई संस्थाएँ धूम्रपान छोड़ने में सहायता प्रदान करती हैं।
सरकारी योजनाएँ और प्रयास
भारत सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) धूम्रपान रोकने के लिए कई कदम उठा रहे हैं।
राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम (NTCP): तंबाकू सेवन को रोकने के लिए स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों पर जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं।
COTPA कानून 2003: इस कानून के तहत सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान प्रतिबंधित है और नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माना लगाया जाता है।
QUITLINE हेल्पलाइन (1800-11-2356): यह सेवा धूम्रपान छोड़ने के लिए परामर्श और सहायता प्रदान करती है।
तंबाकू उत्पादों पर चेतावनी: सिगरेट और तंबाकू उत्पादों पर ग्राफिक चेतावनी दी जाती है, जिससे लोग इसके खतरों के प्रति जागरूक हो सकें।
WHO की MPOWER रणनीति: इसमें तंबाकू नियंत्रण के लिए निगरानी, सुरक्षा, उपचार, चेतावनी, सख्त नियम और कर बढ़ाने जैसे उपाय शामिल हैं।
12 मार्च 2025 को धूम्रपान निषेध दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को तंबाकू और सिगरेट की लत से बचाना और एक स्वस्थ समाज का निर्माण करना है। सरकार, सामाजिक संगठनों और व्यक्तिगत स्तर पर प्रयास करके हम इस बुरी आदत से छुटकारा पा सकते हैं। धूम्रपान छोड़ना मुश्किल हो सकता है, लेकिन सही दिशा में कदम बढ़ाने से इसे संभव बनाया जा सकता है।