बिलासपुर 2 फरवरी 2025। केंद्रीय विश्वविद्यालय में छात्रों के गुटों में जमकर मारपीट की घटना कुलपति और पूरे प्रशासनिक अधिकारियों के बीच हो गई। छात्र संघ ने पदाधिकारियों ने इस घटना को मॉब लिंचिंग कहा है। इस मारपीट की घटना में दो छात्र गंभीर रूप से घायल हुए हैं। बताया जा रहा है, कुछ छात्राएं अपनी मांग को लेकर के विश्वविद्यालय प्रशासन से मिलना चाह रहा था। इस बीच कुछ छात्र-छात्राओं ने गली गलौज की और विवाद शुरू हो गया।
विरोध करने वाले कुछ छात्र कुलपति आलोक चक्रवाल की कार के सामने लेट गए जिन्हें छात्रों ने ही पर हाथ पकड़ कर उठाया। वहीं मारपीट भी जमकर शुरू हो गई। छात्रों ने आरोप लगाया कि फिजिकल एजुकेशन डिपार्टपेंट के HOD इशारे पर मारपीट के करने का आरोप लगा है। HOD रत्नेश सिंह ने छात्रों को मारपीट के लिए उकसाया जिसके बाद उनकी शह बढ़ी और मामला हिंसक रूप ले लिया। दरअसल 4 महीने पहले विश्वविद्यालय ने अधिसूचना जारी कर चेस ट्रायल कराया गया, जिसमें कई छात्र चयनित भी हुए लेकिन अब जोनल लेवल पर होने जा रहे चेस खेलने से उन छात्रों को रोका जा रहा है। छात्रों ने पढ़ाई और परीक्षा के दौरान अपना कीमती समय निकाल कर ट्रायल खेला और चयनित भी हुए। लेकिन फिजिकल एजुकेशन के विभागाध्यक्ष रत्नेश सिंह ने छात्रों को कहा कि हमारे पास फंड की कमी है और चेस के प्रशिक्षक नहीं है। यह कारण बताते हुए छात्रों को खेल से वंचित कर रहे हैं, जबकि पहले भी बहुत से खेल हुए हैं। जिसके प्रशिक्षक नहीं हुए हुए भी उन्हें बाहर खेलने का अवसर मिला है। इस बात को उठते हुए अभाविप के कार्यकर्ता रजिस्ट्रार और विभागाध्यक्ष से दो दिन पहले मिले जिसमें उन्होंने कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला इसलिए अभाविप के कार्यकर्ता कुलपति से मिलने पहुंचे। चूंकि उनके पास कोई जवाब नहीं था तो फिजिकल एजुकेशन के छात्रों को बरगलाकर अभाविप के कार्यकर्ताओं को रोकने का नकारात्मक प्रयास किया और छात्रों के बीच ऐसा माहौल बनाने का प्रयास किया गया ताकि छात्र आपस में भिड़ गए। इस बीच ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई कि एक छात्र सक्षम पाठक बेहोश हो गया और एक छात्र के नाक पर इतनी चोट आई कि खुन बहने लगा। इस पर इकाई अध्यक्ष आराध्य तिवारी ने कहा कि कुलपति छात्र विरोधी हैं छात्रों की बात सुनने की जगह उन्हें आपस में लड़वाने और बाहर से गुंडे बुला कर मारपीट किए है जोकि असहनीय और निंदनीय है इसलिए हम सब छात्र मिलकर एक बड़ा आंदोलन कर छात्र विरोधी कुलपति को बाहर का रास्ता दिखाएंगे।