रायपुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए जवान विकास कुमार और पूर्णानंद साहू के शवों को मंगलवार को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद उनकी पार्थिव देह को गृहग्राम रवाना कर दिया गया, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जा रहा है। शहीद कांस्टेबल पूर्णानंद राजनांदगांव के निवासी थे, जबकि विकास कुमार उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के रहने वाले थे। दोनों जवान सीआरपीएफ कोबरा बटालियन में कांस्टेबल के पद पर नियुक्त थे। पामेड़ के जंगलों में सोमवार को नक्सलियों से मुठभेड़ में दोनों जवान शहीद हो गए थे। शहीद सीआरपीएफ कोबरा बटालियन के जवानों को रायपुर के माना स्थित चौथी बटालियन में श्रद्धांजलि दी गई।
शहीद जवान विकास कुमार और पूर्णानंद की पार्थिव देह रायपुर लाई गई थी। यहां माना चौथी बटालियन में मंगलवार को तिरंगे में लपटे उनके शवों को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान डीजीपी डीएम अवस्थी समेत पुलिस और सीआरपीएफ के आला अधिकारी मौजूद रहे। डीजीपी अवस्थी ने शहीद जवानों को नमन किया। उन्होंने कहा- हमारे जवानों ने बहादुरी के साथ नक्सलियों से लोहा लिया और उनका सामना किया।
मुठभेड़ में घायल 6 जवानों में से असिस्टेंट कमांडेंट प्रशांत की हालत गंभीर बताई जा रही है। गोली उनके पेट को चीरते हुए निकल गई। फिलहाल, उनको एयरलिफ्ट कर रायपुर लाया गया है। दूसरी ओर मारे गए नक्सली की अभी शिनाख्त नहीं हो सकी है। अभी तक इस संबंध में उच्चाधिकारियों की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है। जवान अभी भी जंगल में ही हैं। उनके लौटने के बाद स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो सकेगी।